रिस्पना और बिन्दाल नदी हेतु निर्माणाधीन रिवर फ्रन्ट डेवलपमेंट प्रोजेक्ट की समीक्षा
देहरादून - पूर्व मुख्यमंत्री नारायण दत्त तिवारी केविजनों में से एक रिस्पना नदी और बिंदास नदी को चीन की तर्ज पर सौंदर्यकरण का महत्वपूर्ण परियोजनाओं में से एक था लेकिन सरकार के बदलते ही रिस्पना नदी के सौंदर्यकरण की फाइल कहीं गर्त में गुम हो गई थी लेकिन आज लेकिन आज मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने इस विषय पर बैठक कर इसे दोबारा गर्त से बाहर निकालना है। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने इस विषय पर सचिवालय में रिस्पना और बिन्दाल नदी हेतु निर्माणाधीन रिवर फ्रन्ट डेवलपमेंट प्रोजेक्ट की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि परियोजना में नदी के दोनों किनारों पर बन रही रिटेनिंग वाल की गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जाय। उन्होंने रिटेनिंग वाल की डिजाइन व गुणवत्ता की जांच आईआईटी रूड़की से कराने के निर्देश भी दिये। मुख्यमंत्री ने दोनों ही नदियों की स्वच्छता, सीवरेज ट्रीटमेंट योजना और किनारों पर वृक्षारोपण पर विशेष बल दिया।बताया गया कि रिस्पना-बिन्दाल नदियों की रिवर फ्रन्ट डेवलपमेंट परियोजना हेतु रू.800 करोड़ का इंजीनियरिंग कार्य होना है। प्रथम चरण में पायलेट प्रोजेक्ट के रूप में हरिद्वार बाईपास बिन्दाल पुल के दानों तरफ 05-05 किमी तथा रिस्पना नदी पर धोरण पुल के दोनों तरफ 05-05 किमी का स्ट्रेच चयनित किया गया है। प्रथम चरण में स्वीकृत 140 करोड़ रूपये के सापेक्ष शासन द्वारा 90 करोड़ रूपये अंशदान एवं शेष 50 करोड़ रूपये एमडीडीए द्वारा इसी योजना से एकत्र(रेज) कर दिया जाना है। शासन द्वारा अब तक 50 करोड़ रूपये अवमुक्त किया जा चुका है जिसके सापेक्ष 44.4 करोड़ रूपये का कार्य हो चुका है। अभी तक दोनों नदियों पर 3.5 किमी रिटेनिंग वाल बनाई जा चुकी है।बैठक में शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक, मेयर विनोद चमोली, प्रमुख सचिव आनंद वर्द्धन, सचिव मुख्यमंत्री अमित नेगी, वीसी एमडीडीए विनय शंकर पाण्डे एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
Comments
Post a Comment