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Showing posts from October 2, 2017

बेटी ने बाप पर लगाया रेप का आरोप

रामनगर -- उत्तराखंड के एक वरिष्ठ आई.ए.एस.अधिकारी की बेटी ने अपने ही बाप पर रेप और जान से मारने की धमकी का आरोप लगाया है । राजस्थान के अजमेर में उच्च शिक्षा ग्रहण करने गई बेटी ने अपना गुजर बसर करने के लिए घोड़ा गाड़ी चला रही है के पिता अभी ऑफिसर ट्रेनिंग अकेडमी में निदेशक के पद पर है जो बीते वर्ष कुमाऊ आयुक्त के पद से सेवानिवृत्त हो गए थे, और उन्हें हरीश रावत सरकार ने एक वर्ष का एक्सटेंशन दिया था ।  Ias की गोद ली बेटी है जिसे अल्मोड़ा जिले से गोद लिया गया था और उसकी शिक्षा नैनीताल के प्रतिष्ठित आल सेंटस सकूल से हुई है । उस की बेटी हॉर्स राइडिंग में निपुण थी और उसके पास अपना निजी घोड़ा भी था । पिता से जब इस आरोप के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि यह लड़की मानसिक रुप से परेशान है और हमने इसका इलाज पुणे के अस्पताल में इलाज चल रहा था  पता नहीं वहां से  यह कब निकली हो  यहां आकर बयान बाजी की पहले भी बचपन में  मानसिक  रोग विशेषज्ञ से  चेकअप करवाया था । 

प्रधानमंत्री ने कहाकि ‘‘न गंदगी करूंगा और न ही गंदगी करने दूंगा’’-राज्यपाल

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देहरादून -ओएनजीसी सभागार में स्वच्छ भारत दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में राज्यपाल डाॅ. कृष्ण कांत पाल व मुख्यमंत्री  त्रिवेंद्र सिंह रावत ने ‘‘स्वच्छ संकल्प से स्वच्छ सिद्धि’’ के अंतर्गत लघु फिल्म व निबंध प्रतियोगिताओं व ‘‘गंगा आर्ट मैराथन’’ प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरस्कृत किया। इस अवसर पर स्वच्छ भारत मिशन में उत्कृष्ट कार्य करने वाले अन्य लोगों को भी सम्मानित किया गया। इनमें स्वच्छ भारत मिशन में उच्च शिक्षण संस्थाओं की राष्ट्रीय स्तर की स्वच्छता रेैंकिंग में प्रथम स्थान के लिए चयनित जीबी पंत कृषि विश्वविद्यालय, पंतनगर के कुलपति, स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) में देश में प्रथम स्थान पर चयनित जिला बागेश्वर के सी.ड.ओ. व स्वच्छता जागरूकता के लिए नायाब पहल पर जिलाधिकारी उत्तरकाशी को सम्मानित किया गया। पुरस्कार विजेताओं को बधाई देते हुए राज्यपाल डाॅ. कृष्ण कांत पाल ने कहा कि महात्मा गांधी ने दक्षिण अफ्रीका में सबसे पहले सफाई के लिए जनजागरूकता की पहल की। वर्ष 2014 में गांधी जयंती पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वच्छा भारत मिशन प्रारम्भ कर स्वच्छता के महत्व को दुबारा लोगों के बीच में रखा।

सचिवालय में सचिव एक हाथ से झाड़ू लगाती हुई

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देहरादून -प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी स्वच्छ भारत मिशन के सपने को साकार करने के लिए जन सहयोग जरूरी हैं। स्वच्छ भारत अभियान के तहत आज उत्तराखंड के सचिवालय में सचिवों ने हाथ में झाड़ू पकड़कर सफाई अभियान में शामिल हुए लेकिन एक हाथ इतनी बड़ी झाड़ू पकड़े हमारी सचिव सफाई करने की कोशिश कर रही हैं।यह तो देखने पर ही पता चल रहा हैं। अब जिस हाथ में कलम हो उस हाथ में झाड़ू पकड़ा दो तो ऐसा ही नजारा में देखने को मिलेगा  जिसका काम उसी को साजे दूसरा करे तो डंडा बाजे सचिव साहिबा ने कभी अपने घर पर झाडू लगाई हो तो उन्हें पता चल जाता कि झाड़ू कैसे लगाई जाती हैं। झाड़ू कैसे पकड़ी जाती हैं।लेकिन इसमें उनकी भी कोई गलती नहीं हैं। क्योंकि यह काम उनका नहीं हैं।अब  दशहरा मेला खत्म होने के बाद आप परेड ग्राउंड में आज के दिन देखेंगे तो चारों तरफ कूड़ा ही कूड़ा पड़ा हैं। इस पर किसी राजनीतिक दल या मेयर की नजर नहीं पड़ी जो कि कल रात सड़क में झाड़ू लगा रहे थे तो  इसे ही साफ कर देते परेड ग्राउंड में यह ऐसे ही पड़ा हुआ हैं। मेला खत्म होने के बाद मेला आयोजकों ने भी इसकी  सफाई करने की जहमत नहीं उठाई और कूड़ा यूं ही छोड़

मुख्यमंत्री से पलायन आयोग के नवनियुक्त उपाध्यक्ष एस.एस.नेगी ने की शिष्टाचार भेंट

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देहरादून- मुख्यमंत्री  त्रिवेंद्र सिंह रावत से  पलायन आयोग के नवनियुक्त उपाध्यक्ष एस.एस.नेगी ने शिष्टाचार भेंट की। मुख्यमंत्री ने  नेगी को बधाई देते हुए कहा कि ग्रामीण विकास एवं पलायन आयोग से राज्य को बड़ी उम्मीदें हैं। उन्होंने कहा कि पलायन आयोग के कार्यालय को पौड़ी में स्थापित करने का आदेश जारी कर दिया गया है। उन्होंने  नेगी से कहा कि एक माह के अंदर इस कार्यालय को प्रारंभ कर दिया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि पलायन के कारणों की जांच करने के लिए ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में आमजन और जनप्रतिनिधियों के विचारों को भी सुना जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि विशेष रुप से प्रदेश के सीमांत गाँवों में पलायन के कारणों को चिन्ह्ति करते हुए क्षेत्र विशेष के अनुसार योजनाएं बनाई जानी जरूरी है। मुख्यमंत्री ने नेगी को अवगत कराया कि राज्य सरकार ने पिछले कुछ माह में स्थानीय स्तर पर लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने व उनकी आमदनी में वृद्धि करने और उनके जीवन स्तर में सुधार करने के लिए कुछ योजनाएं चिन्ह्ति की हैं। उन्होंने कहा कि किसानों की आय को दोगुना करना, क्लस्टरवार कृषि और औद्यानिकी को बढ़ावा देना, पिरूल से बायोफ्

उत्तराखंड आंदोलनकारियों का नारा था कोदा झंगोरा खाएंगे उत्तराखंड बनाएंगे -मुख्यमंत्री

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मुजफ्फरनगर-मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने  शहीद स्थल रामपुर तिराहा मुजफ्फरनगर पहुंच कर उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारियों की पुण्य स्मृति में पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर क्षेत्र वासियों का आभार प्रकट करते हुए मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र ने कहा कि रामपुर तिराहा कांड राज्य आंदोलन को एक ऐसे मोड़ पर ले आया था जिसने तत्कालीन सरकारों को हिलाकर रख दिया था। मुख्यमंत्री ने कहा कि उस वक्त उत्तराखंड आंदोलनकारियों का नारा था कि  कोदा झंगोरा खाएंगे उत्तराखंड बनाएंगे । उन्होंने कहा कि इस आंदोलन में हमारे नौजवानों ने अपने जीवन की आहुति दी थी, इस आंदोलन को अंजाम तक पहुंचाने के लिए अपना सर्वस्व न्यौछावर किया था। आज हम उनको यहां पर श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं।मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि राज्य सरकार, आंदोलनकारियों की आकांक्षाओं के अनुरूप प्रदेश का विकास करने के लिए प्रतिबद्ध है। राज्य के विकास के लिए योजनाएं बनाई जा रही हैं। राज्य लगातार विकास की ओर बढ़ रहा है। उन्होंने राज्य आंदोलनकारियों की सहायता करने के लिए क्षेत्रवासियों का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार राज्य आंदोल

मॉल के कर्मचारियों ने राजपुर रोड पर चलाया सफाई अभियान

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एक कदम स्वच्छता की ओर बढ़ाते हुए पैसिफिक ग्रुप की फ़ूड साल्ट कोर्ट टीम द्वारा सफाई अभियान चलाया गया गाँधी जयंती के अवसर पर टीम के सदस्यों ने हाथों में झाड़ू लेकर सफाई की मुहिम चलायी इस दौरान सभी सदस्यों ने जोश और उत्साह के साथ राजपुर रोड के पास साफ सफाई की टीम के लोगों को सफाई करते देख आस पास के लोगों ने भी इस अभियान में शामिल होने की उत्सुकता दिखाई इसके बाद उन्हें भी सफाई के लिए उपलब्ध चीजें मुहैया करायी गयी और सभी ने स्वच्छ भारत के लिए अपना भरपूर योगदान दिया  देश के राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी के जन्मदिवस के मौके को बेहतर मानते हुए ग्रुप ने इस दिन सफाई अभियान चलाया सफाई के साथ साथ टीम के सदस्यों ने आम नागरिकों को स्वच्छता के लिए जागरूक भी किया ताकि देश को गंदगी से मुक्त किया जा सके और स्वच्छ भारत अभियान को सफल बनाया जा सके इस अभियान के बाद टीम की ओर से सफाई अभियान में शामिल लोगों का आभार भी जताया गया और आगे भी ऐसे ही सहयोग की अपेक्षा की  देश की गंदगी को डोर करने के लिए चले इस अभियान में सभी बेहद खुश और उत्साहित दिखे

23 सालों से इंसाफ की आस में उत्तराखंड

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देहरादून-- उत्तर प्रदेश से अलग बने  उत्तरांचल  बाद में उत्तराखंड में तीन सरकारों  का कार्यकाल रहा  चौथी सरकार का कार्यकाल चल रहा है  मगर इंसाफ के नाम पर हर सरकार फेल रही है  हमारे राज्य आंदोलनकारियों  को नहीं मिला अभी तक इंसाफ  आखिर जिन आंदोलनकारियों की चिता पर  बने उत्तराखंड और उसमें राज कर रहे नेताओं  को मुख्यमंत्री बनने का मौका मिलता रहा मगर उन्होंने कोई ठोस कदम नहीं उठाया इन 23 सालों में और सत्ता के नशे में चूर रहें हैं!  इसलिए जहां पूरा देश 2 अक्टूबर को पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री  व गांधी जयंती मनाता है।  वही उत्तराखंड में लोगों के लिए यह एक काला दिन होता हैं। उत्तराखंड राज्य के लिए किये आन्दोलन में 2 अक्टूबर 1994 का दिन काला दिन के रूप में इतिहास में दर्ज है. मुजफ्फर नगर चौराहे पर अन्दालोंकरियो के साथ दुराचार और जुल्म की कहानी आज भी अपने अंजाम को तरस रही है क्योकि इसके दोषियों को आज भी सजा नही मिली है। 1994  उत्तराखण्ड राज्य एवं आरक्षण को लेकर छात्रों ने सामूहिक रूप से आन्दोलन किया। मुलायम सिंह यादव के उत्तराखण्ड विरोधी वक्तव्य से क्षेत्र में आन्दोलन तेज़ हो गया।