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Showing posts from April 20, 2019

श्री बद्री एवं केदारनाथ पौराणिक पैदल मार्गों की खोज

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उत्तराखण्ड सांस्कृतिक धरोहर, एक पौराणिक पहचान। स्मृति में धूमिल हो चुके मार्गों को पुनः हमारे समक्ष लाने के लिए एस डी आर एफ ने की अनूठी पहल,एक संकल्प , एक जददोजहद,अनेक यात्राओं के साक्षी रहे ये पैदल मार्ग, जो अनेक स्थानों में टूट गए है, सँकरे हैं।और अनेक स्थानों में हिमालयी सरंचना की  उठापटक से  अपना भौगोलिक स्वरूप बदल चुके जिन्हें पहचान पाना भी मुश्किल है कि खोज का जिम्मा लिया हैं। राज्य आपदा प्रतिवादन बल उत्तराखण्ड ने,पर्वतारोही निरीक्षक संजय उप्रेती (एवरेस्टर)के नेतृत्व में 20 अप्रैल को एक 15 सस्यीय दल जिसमे दो महिला जवान भी सम्मलित रहे लक्ष्मण झूला ऋषिकेश से अभियान का जय घोष किया, एस डी आर एफ का यह दल अनेक मार्गो को चित्रित करते हुए रुद्रप्रयाग पहुचेगा जहां  से दो भागों में विभाजित हो कर श्री केदारनाथ  एवम श्री बद्रीनाथ धाम पौराणिक मार्ग से होते हुए पहुँचेगा, एक  अनुमान के तहत श्रीकेदार धाम की दूरी 250 से 280 किमी एवम श्री बद्रीनाथ धाम की दूरी 300 किमी के लगभग हो सकती हैं।यह  दल मन्दिरों के शीतकालीन कपाट खुलने से पूर्व वहां पहुचेगा   यात्रा का मुख्य उद्देश्य चारधाम  पैदल म

दूल्हे व परिवार समेत बारातियों ने किया रक्तदान

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देहरादून – सुमित कुमार ने एम एस सी करने के बाद 23 साल की उम्र में लाखों का पैकेज छोड़ कर समाज सेवा का बीड़ा उठाया है । अमूल्य जीवन विकास चेरिटेबल सोसायटी के माध्यम से जहां इन्होंने श्री महन्त इन्द्रेश हॉस्पिटल के साथ कैम्प लगा कर हजारों यूनिट खून एकत्र कर लोगों को जीवन दान दिया हैं। वहीं सप्ताह मे दो बार स्वास्थ्य कैम्प लगा कर आम जनमानस की सेवा कर रहे हैं। सरकारी अस्पताल में मरीज के साथ कोई तीमारदार भूखा न रहे इसके लिए इन्होंने निःशुल्क रोटी बैंक चलाकर एक पुण्य का काम किया हैं।  राज्यपाल द्वारा अपनी सेवाओं के लिए पुरस्कृत होने के साथ साथ इन्हें सैकड़ो संस्थाओं ने समाज के प्रति इनकी निष्ठा और लगन को देखकर इन्हें सम्मानित किया है ।अपने विवाह को यादगार बनाने के लिए इन्होंने घोड़ी चढ़ने से पूर्व ही स्वैच्छिक रक्तदान शिविर में दूल्हे व परिवार समेत कुल 153 बारातियों ने रक्तदान किया बता दे कि देहरादून मे अपने किस्म का एक अनोखे विवाह का इतिहास लिखने जा रहा हैं। आशा करते हैं कि इनके इस प्रयास से आजकल की युवा पीढ़ी भी कुछ अच्छा करने का विचार करेगी । इनके विवाह मे बैंड बाजा बारात नही दहेज का कोई सा