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Showing posts from May 23, 2023

एक करोड़ से अधिक का ऋण लेकर पीएनबी हाउसिंग फाइनेंस के साथ की धोखाधड़ी

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 देहरादून -थाना क्लेमेंट टाउन में 09 मई 21 को पीड़ित हेमंत पोद्दार, शाखा प्रबंधक पीएनबी हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड राजपुर रोड देहरादून द्वारा लिखित तहरीर दी गई की अभियुक्त तरनजीत सिंह निवासी हरिद्वार एवं अन्य के द्वारा पीएनबी हाउसिंग फाइनेंस से भूमि खसरा नंबर 512/ 02 भारूवाला ग्रांट स्थित संपत्ति पर फर्जी तरीके से एक करोड़ एक लाख बयासी हज़ार रुपये (1,01,82,000/-) का ऋण लेकर पीएनबी हाउसिंग फाइनेंस के साथ धोखाधड़ी कर आर्थिक क्षति पहुंचाई गई, जिसके आधार पर थाना क्लेमेंट टाउन पर अभियुक्त तरनजीत सिंह निवासी हरिद्वार व चार अन्य के खिलाफ मु0अ0सं0 51/21 धारा 419/420/406/120B/506 का अभियोग पंजीकृत कर  धारा 467/468/471 IPC की बढ़ोतरी की गई तथा अभियुक्त शरद चौहान का नाम प्रकाश में आया। अभियुक्त शरद चौहान अभियोग पंजीकृत होने के बाद से ही लगातार फरार चल रहा था।  इसके अतिरिक्त अभियुक्त व उसके साथियों के खिलाफ गिरोह बनाकर समाज विरोधी क्रियाकलापों में लिप्त रहने एवं अवैध रूप से सम्पति अर्जित करने पर गैंगेस्टर एक्ट के तहत मु0अ0सं0 155/22 धारा 2/3 उत्तर प्रदेश उत्तराखण्ड गिरोह बन्द एवं समाज विरोधी क्रिया कल

बेटियों के साथ हो रहे उत्पीडन के विरोध में सर्वदलीय धरना

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 देहरादून –  गांधी पार्क में विभिन्न दलों के पदाधिकारी और कांग्रेस कार्यकर्ता ने बेटियों पर हो रहे अत्याचारों को लेकर सर्वदलीय धरना दिया।  उत्तराखण्ड राज्य जो कि एक बहुत ही शान्ति प्रिय और देवों की भूमि के रूप में जाना जाता है उसकी बहु-बेटियों के साथ हो रहे अपराधों के आंकडे निरन्तर बढ रहे हैं और चिंतनीय बने हुए हैं। एनसीआरबी यानी नेशनल क्राईम रिपोर्ट ब्योरों के हिसाब से हर 24 घण्टों में उत्तराखण्ड की बेटी के साथ बलात्कार हो रहा है। इसी चिन्तनीय परिदृश्य को लेकर आज सांकेतिक धरना सभी विपक्षी दलों के द्वारा सोई हुई मूकबधिर सरकार को जगाने के लिए दिया गया। इस अवसर पर करन माहरा ने कहा कि बहुत ही आश्चर्य की बात है कि बेटी बचाओं बेटी पढाओं का नारा देने वाली सरकार ही लगातार बेटियों की उपेक्षा कर रही है, और बेटियों के साथ भेदभाव पूर्ण व्यवहार कर रही है। करन माहरा ने कहा कि देश का मान सम्मान बढाने वाली स्वर्ण पदक विजेता महिला खिलाड़ी लम्बे समय से दिल्ली के जंतर मंतर पर अपनी आवाज को उठा रही हैं। बेटियों के स्वर्ण पदक लाने पर राजनीति करने वाले प्रधानमंत्री आज बेटियों की पुकार सुनने को तैयार नहीं है