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Showing posts from November 21, 2017

राज्य के 370 विद्यालय एन.सी.सी. से जुड़े हैं

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देहरादून -मुख्यमंत्री  त्रिवेन्द्र सिंह रावत से  सचिवालय में एडिशनल डायरेक्टर जनरल एन.सी.सी., मेजर जनरल सी. मनी  ने मुलाकात की।मेजर जनरल सी. मनी ने राज्य में एनसीसी द्वारा किए जाने वाले क्रियाकलापों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि राज्य के 370 विद्यालय एन.सी.सी. से जुड़े हैं। एनसीसी द्वारा वर्ष में 32 कैम्प चलाए जाते हैं। वर्तमान में एनसीसी के 10 कैम्प चल रहे हैं। उन्होंने कहा कि एनसीसी कैडेट्स द्वारा सामाजिक क्रियाकलापों में भी भाग लिया जाता है। मुख्यमंत्री  त्रिवेन्द्र ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा रिस्पना के पुनर्जीवीकरण के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। इस अभियान के अंतर्गत रिस्पना के कैचमेंट एरिया में एक ही दिन में लाखों वृक्ष लगाए जाने हैं। इसमें सभी के सहयोग की आवश्यकता है।

मछली मोबाइल फिश आउटलेट पर भी मिलेगी

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देहरादून -मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने  वीर शिरोमणि माधव सिंह भंडारी किसान भवन, देहरादून में विश्व मात्स्यिकी दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम का दीप प्रज्ज्वलित कर शुभारंभ किया। मत्स्य विभाग एवं मत्स्य पालकों को विश्व मात्स्यिकी दिवस की शुभकामनाएं देते हुए मुख्यमंत्री  त्रिवेन्द्र ने कहा कि किसानों की आय को दोगुनी करने के लिए मछली पालन एक अच्छा विकल्प हो सकता है। उन्होंने कहा कि मछली पालन को मार्केटिंग की समस्या नहीं होती, और ना ही मूल्य की शिकायत होती है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मत्स्य पालन में जागरूकता की कमी के कारण हम आवश्यकता के अनुरूप उत्पादन नहीं कर पा रहे हैं। मत्स्य उत्पादन में लगे किसानों को उत्पादन बढ़ाने के लिए मत्स्य उत्पादन का ज्ञान बढ़ाने की आवश्यकता है। उन्होंने अध्ययन पर बल देते हुए कहा कि यदि हमारा किसान पढ़ा लिखा होगा, तो नई तकनीक का उपयोग कर अपने उत्पादन को बढ़ा सकेगा। उन्होंने कहा कि किसानों को इंटीग्रेटिड खेती करने की आवश्यकता है। यदि हम मत्स्य पालन के साथ बत्तख पालन को जोड़ दें तो इससे मछलियों को वन्य जीवों से सुरक्षा एवं चारा दोनों उपलब्ध होगा, साथी बतख

छात्राओं ने विभिन्न समस्याओं को लेकर जिलाधिकारी कार्यालय में किया प्रदर्शन

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 देहरादून-महादेवी कन्या पाठशाला  की भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन की छात्राओं ने विभिन्न समस्याओं को लेकर जिलाधिकारी कार्यालय में प्रदर्शन करते हुए ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में महादेवी कन्या पाठशाला की छात्राओं ने  निम्न्लिखित मांगे की कॉलेज मे स्वच्छ पेयजल की व्यवस्था,कॉलेज मे एनसीसी का प्रशिक्षण कॉलेज प्रांगण मे ही दिया जाना चाहिए! कॉलेज के अन्दर निःशुल्क पार्किंग व्यवस्था की जानी चाहिए !कॉलेज मे व्यावसायिक पाठयक्रम बी.एससीऔर लॉ सभी पाठयक्रम की स्थापना की जानी चाहिए जिस से छात्राओं को इन विषयों का लाभ मिल सके,कॉलेज मे जलपान गृह की सुविधा न होने से छात्राओं  असुविधा का सामना करना पड़ रहा हैं !कॉलेज मे अध्यापकों की कमी को  शीघ्र दूर किया जाना चाहिए !स्वाति नेगी राष्ट्रीय प्रतिनिधि एनएसयूआई के साथ एमकेपी कॉलेज की प्रेसिडेंट दीपाली ठाकुर वाइस प्रेसिडेंट नीलम और आदित्य मीनू रेनू रिया दिव्या आदि छात्रों ने प्रदर्शन कर अपनी मांगों का मांग पत्र जिलाधिकारी को सौंपा,

उत्तराखण्ड राज्य का अपना 450 ट्रेटाबाइट डाटा सेंटर जल्द स्थापित होगा-मुख्य सचिव

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देहरादून -उत्तराखण्ड डिजिटल इंडिया के नौ स्तम्भों में ब्राडबैंड हाईवेज, यूनिवर्सल एक्सेस टू मोबाइल कनेक्टिविटी, पब्लिक इंटरनेट एक्सेस प्रोग्राम, ई-गवर्नेंस, ई-क्रांति, इंफार्मेंशन फाॅर आॅल, इलेक्ट्रानिक्स मैन्युफैक्चरिंग, आईटी फाॅर जाब्स, अर्ली हरवेस्ट हैं। इसके लिए राज्य स्वान का अपग्रेडेशन, एयरोस्टेट बलून, ई-डिस्ट्रिक्ट, सीएम डैशबोर्ड, ब्लाॅक स्तर तक वीडियो कांफे्रंसिंग पर फोक्स कर रहा है।  मार्च, 2018 तक राज्य का अपना डाटा सेंटर भी स्थापित हो जायेगा। 450 ट्रेटाबाइट के इस डाटा सेंटर के जरिये हाइपर कनवर्जेंट इंफ्रास्ट्रक्चर(एचसीआई) बनेगा।  इस संबंध में आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए मुख्य सचिव  उत्पल कुमार सिंह ने ग्राम पंचायतों तक फाइबर केबिल बिछाने पर बल दिया। कहा कि भारत नेट की इस परियोजना का लाभ उठाया जाए। बैठक में बताया गया कि आईटीडीए(सूचना प्रौद्योगिकी विकास एजेंसी) द्वारा स्टेट डाटा सेंटर को अंतिम रूप दिया जा रहा है। स्वान(क्षेत्रीय विस्तार नेटवर्क) को अपग्रेड किया जा रहा है। अभी तक तहसील/ब्लाॅक स्तर पर 133 पाॅप्स(प्वांइट आॅफ प्रिजेंस) के माध्यम से चलाया जा रहा है। नेशनल

उच्च शिक्षा में शिक्षा की गुणवत्ता को लेकर मंथन दून विश्वविद्यालय में

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देहरादून -मुख्यमंत्री  त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने  दून विश्वविद्यालय में ‘‘उच्च शिक्षा में गुणात्मक एवं संख्यात्मक प्रबंधन‘‘ विषय पर आयोजित सेमिनार में प्रतिभाग किया। सेमिनार को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षा की गुणवत्ता को लेकर जो मंथन चल रहा है, इसके सकारात्मक परिणाम भविष्य में देखने को मिलेंगे। राज्य उच्च शिक्षा के क्षेत्र में एक सुनिश्चित लक्ष्य की ओर आगे बढ़ेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि गुणात्मक एवं संस्कारपूर्ण शिक्षा की ओर अधिक ध्यान देने की जरूरत है। विद्यालयों में छात्रों को सिलेबस के अलावा विभिन्न क्षेत्रों की जानकारियां प्रदान करना भी जरूरी है।  मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र ने कहा कि शोध के क्षेत्र में विशेष प्रयास करने की जरूरत है। ऐसे शोध किये जाने चाहिए जो राज्य के लिए जीवनदायनी साबित हों। जिन शोधों से राज्य में क्रान्तिकारी परिवर्तन हो सके। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने देहरादून की रिस्पना और कुमाऊं क्षेत्र की कोसी नदी को पुनर्जीवित करने का निर्णय लिया है। इन नदियों को जनसहयोग से पुनर्जीवित किये जाने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हाइड्रोलाॅजी एवं

विकास और पर्यावरण दोनों की दोस्ती जरूरी है-मुख्यमंत्री

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देहरादून - विकास और पर्यावरण एक दूसरे के पूरक बने यह आज आवश्यक है। एक तरफ विकास की मांग और एक तरफ पर्यावरण संरक्षण की प्रतिबद्धताएं इनके बीच का अंतर्द्वंद चुनौतीपूर्ण होता है। जो भी विकास कार्य हो वह आपदा प्रबंधन के मानकों के अनुसार हो। लोग सुरक्षित रहें यह सरकार की चिंता है। यह विचार मुख्यमंत्री  त्रिवेंद्र सिंह रावत ने  होटल  में “हिमालय क्षेत्र में आपदा सुरक्षित इंफ्रास्ट्रक्चरः संभावनाएं एवं चुनौतियां“ विषय पर आयोजित दो दिवसीय कार्यशाला के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले 2 वर्षों में उत्तराखंड में 38 हल्के भूकंप आए हैं। छोटे भूकंपों से एनर्जी रिलीज होती रहती है अतः इनकी चिंता नहीं होती है, परंतु फिर भी पिछले कुछ वर्षों में भूकंप अतिवृष्टि और बादल फटने की घटनाओं में वृद्धि हुई है। निश्चित रूप से पर्यावरणीय असंतुलन इन घटनाओं का जिम्मेदार है। मुख्यमंत्री ने कहा कि बचाव उपचार से बेहतर होता है। आपदाओं से बचने के लिए सबसे बेहतर तरीका है कि हम उनकी तैयारी रखें। उन्होंने कहा कि भवन निर्माण शैली, पर्यावरण का ध्यान और लगातार सतर्कता यह तीन बातें