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Showing posts from August 12, 2020

चार कोविड मरीजों की मौत, 20 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव

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ऋषिकेश–अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान एम्स  में पिछले 24 घंटे में विभिन्न गंभीर रोगों से ग्रसित 4 कोविड पॉजिटिव मरीजों की मौत हो गई। इसके अलावा 20 लोगों की कोविड सेंपल रिपोर्ट पॉजिटिव आई हैं। जिनमें 8 स्थानीय लोग भी शामिल हैं। संस्थान की ओर से इस बाबत स्टेट सर्विलांस ऑफिसर को सूचित कर दिया गया है।एम्स के जनसंपर्क अधिकारी हरीश मोहन ने बताया कि ज्वालापुर, हरिद्वार निवासी 35 वर्षीय  महिला सांस लेने में तकलीफ की शिकायत पर बीती 5 अगस्त को एम्स में भर्ती हुई थी।जिसका कोविड सेंपल पॉजिटिव पाया गया था, उसे कोविड वार्ड में भर्ती किया गया था। जहां कोविड वार्ड आईसीयू में वेंटिलेटर पर थी। मरीज की उपचार के दौरान मौत हो गई। दूसरा मामला बागपत, उत्तरप्रदेश का हैं। उत्तरप्रदेश के बागपत निवासी 60 वर्षीय पुरुष जो कि फेफड़ों से संबंधी दिक्कतों के चलते बीते माह 22 जुलाई को एम्स आया था,जिसकी कोविड सेंपल रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई थी। उसे कोविड वार्ड में भर्ती किया गया था, जहां उपचार के दौरान व्यक्ति की मौत हो गई।तीसरा मामला हरिद्वार का हैैं। आर्यनगर ज्वालापुर, हरिद्वार निवासी 72 वर्षीय पुरुष जो कि किडनी व सांस

सरकार एयर एंबुलेंस के लिए टोल फ्री नंबर जारी करने पर विचार कर रही

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ऋषिकेश–नागरिक उड्डयन सलाहकार कैप्टन दीप श्रीवास्तव ने कहा कि अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान एम्स ऋषिकेश में हेलीपैड सुविधा उपलब्ध होने से उत्तराखंड में एयर एंबुलेंस सेवा को बढ़ावा मिलेगा,जिससे उत्तराखंड के सुदूरवर्ती इलाकों में गंभीर बीमार मरीजों व आपदा, सड़क दुर्घटनाओं में घायलों को समय पर अस्पताल पहुंचाकर मृत्युदर को कम किया जा सकेगा। इस सेवा से आम व्यक्ति को जोड़ने के लिए राज्य सरकार एक टोल फ्री अथवा टोलफ्री नंबर जारी करने पर विचार कर रही है।एम्स ऋषिकेश में आयोजित एक कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत जी के नागरिक उड्डयन सलाहकार कैप्टन दीप श्रीवास्तव ने कहा कि संस्थान में हेलीपैड बनने से सरकार राज्य के दुर्गम क्षेत्रों में रहने वाले गरीब पृष्ठभूमि के गंभीर मरीजों को एयर एंबुलेंस सेवा से जोड़ने के लिए योजना पर कार्य कर रही है। सरकार का प्रयास है कि एयर एंबुलेंस सुविधा का आर्थिक बोझ गरीब व्यक्ति पर न पड़े, इसके लिए सरकार इसे राज्य द्वारा संचालित स्वास्थ्य योजनाओं से जोड़ने पर भी विचार कर रही है।उन्होंने बताया कि वर्तमान में उत्तराखंड में 12 कंपनियां हे