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Showing posts from June 10, 2017

अब बाँधों का भय कम पर विरोध जारी रहेगा

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संसार भर में बांधों की अनुपयोगिता, दावें झूठे सिद्ध होना, लाभों का कमतर होते जाना, पर्यावरणीय नुकसानों की पूर्ति ना हो पाने, झीलों में गाद भरना, दावे के अनुरूप बिजली उत्पादन न होना, सिंचाई के आंकलन भी कम होते जाना, लम्बे समय के बाद भी जनहक के सवालों का हल ना निकल पाना आदि अनेक ऐसे कारण हुए जिनसे बाँधों में निवेश अब कम हो रहा हैं। उदाहरण के लिए जे. पी. कंपनी कई सालों विष्णुप्रयाग बाँध को एनरौन, टाटा पॉवर आदि को बेचने की घोषणा कर रही है किन्तु अभी तक कोई खरीदार नहीं आया है। अब बड़े बांधों का जमाना धीरे धीरे बीते दिनों की बात हो रहा है। किन्तु हमारी सरकार जरूर बांधों की पैरोकार बनी हुई है। श्री रवि चोपड़ा ने यह बात  विमल भाई की नई प्रकाशित पुस्तक ‘मुक्त बहने दो’ के विमोचन के समय कही। सर्वोच्च न्यायालय के आदेश पर बनी जून, 2013 में बांधों के असरो पर विषेशज्ञ समिति के अध्यक्ष रहे, वैज्ञानिक व पर्यावरणविद रवि चोपड़ा ने कहा पुस्तक में लिखे वाक्य ‘विकल्प बांधों का नहीं, इच्छाओं का होना चाहिए’ को उद्दृत करते हुए कहा कि अधिक अधिक बिजली का उपभोग विकास नहीं होता। बिजली का दुरूपयोग कम करना चाहिए।

हरदा की काफल पार्टी

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 पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत लोगों को काफल खिलाते  पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत  ने अपने कैम्प कार्यालय राजपुर रोड़, देहरादून में उत्तराखण्ड की परम्परा व संस्कृति को जोड़ते हुए काफल पार्टी का आयोजन किया। जिसमें पत्रकार बन्धु, समाजसेवा से जुड़े लोग व कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के साथ काफल व चाट का आनन्द लिया। उन्होंने इस अवसर पर बोलते हुए कहा काफल फल ही नहीं है यह हमारी संस्कृति, परम्परा व बेटी के अपने मायके से रिश्ते का प्रतिक है। उन्होंने कुछ पत्रकारों के इसके राजनैतिक निहर्ताथ के सवाल पर कहा कि मैं तो यह चाहता हॅू कि इस परम्परा से जुड़े और इस परम्परा को आगे भी बढ़ायें। उन्होंने कहा कि उन्हें खुशी है कि मेरी इस काफल पार्टी में बढ़चढ़  कर सिरकत की, मुझे विश्वास है कि उनके द्वारा पर्वतीय क्षेत्र की विकास जो योजनाऐं, गांव के विकास का जो ऐंजडा मैंने बनाया था, मेरा मडुवा, कोदो, झंगोरा फोकस में रहेगा व मेरा उत्तराखण्ड व गैरसैंण का एजेंडा मजबूत होगा। हर गांव का विकास सरकार का केन्द्र बिन्दु बनेगा। पर्वतीय क्षेत्र का दुर्गम विकट जीवन को राहत पहुंचाने वाला उनका रोड़ मैप से कोई हटा नहीं पायेगा। इस अव

हेलिकॉप्टर दुर्घटना ग्रस्त इंजीनियर की मौत

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श्री बद्रीनाथ मन्दिर हेलिपेड से टेक ऑफ करते समय  केस्टल ऐवियेसन कम्पनी मुम्बई का हेलिकॉप्टर  दुर्घटना ग्रस्त हो गया ।जिसमे सवार सभी 5 यात्री तो सकुशल हैं व पायलेट सामान्य रुप से घायल है । मगर हेलिकॉप्टर के इंजीनियर हेलिकॉप्टर की ब्लेड की चपेट में आने से मृत्यु  हो गई ।मौके पर एस डी आर एफ की टीम ने बचाव कार्य करते हुए हेलिकॉप्टर से सभी सवारियों को निकाला तथा मृतक के परिजनों को सूचित किया गया । सी औ चमोली , एस औ बद्रीनाथ मय पुलिस बल के साथ मौके पर,फायर टेंडर आदि के मौके पर हैं  घटना के जॉच के आदेश दिये।