Posts

Showing posts from March 18, 2018

आंदोलनकारियों का विधानसभा के मुख्य द्वार पर प्रदर्शन

Image
  देहरादून- गैरसैंण को प्रदेश की स्थाई राजधानी बनाए जाने को लेकर आराघर चौक से रिस्पना पुल स्थित अस्थाई विधानसभा भवन तक विशाल रैली निकाली  व आंदोलनकारियों ने विधानसभा के मुख्य द्वार पर प्रदर्शन करते हुए मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन प्रेषित किया। राजधानी गैरसैंण निर्माण अभियान के तहत निकाली गई रैली में काफी की संख्या में लोगों ने भागीदारी की। रैली में समाजिक संगठनों ने अपना -आपना समर्थन दिया। रैली के दौरान हमारी राजधानी गैरसैंण है हक हमारा गैरसैंण उत्तराखंड सरकार होश में आओ देहरादून मंजूर नहीं गैरसैंण अब दूर नहीं जैसे नारे गूंजते रहे।  यहां पर मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपा गाया। ज्ञापन के माध्यम से सरकार से तीन मांगे की गईं।  आगामी 20 मार्च से शुरू होने जा रहे बजट सत्र में गैरसैंण को प्रदेश की स्थाई राजधानी घोषित किया जाए। - गैरसैंण और उसके चारों और के पचास किलोमीटर क्षेत्र को राजधानी क्षेत्र घोषित करते हुए, उसका विस्तृत मास्टर प्लान तैयार किया जाए।  गैरसैंण में जो भी सरकारी निर्माण कार्य किए जाएं वे कम से कम अगले 100 वर्षों को ध्यान में रखते हुए किए जाएं। रैली के बाद आगामी 20 मार्च को ग

पुलिस ने अपहर्ता को सकुशल व अभियुक्त को गिरफ्तार....

Image
देहरादून- वादी निवासी कुसुम बिहार सिंगल मण्डी देहरादून ने लिखित सूचना दी कि उसकी पुत्री उम्र करीब 15 वर्ष 15 मार्च को पड़ोस की दुकान पर समान लेने गयी थी जोकि वापस नही लौटी।हमने काफी तलाश करने के बाद भी उसका कुछ पता नही लग सका। इस सूचना पर तत्काल पुलिस द्वारा गुमशुदगी पंजीकृत कर गुमशुदा के सम्बन्ध में जानकारी की गयी, तो प्रथम दृष्टया एक व्यक्ति द्वारा बहला फुसलाकर नाबालिक लड़की को भगा ले जाना प्रकाश में आया, जिस पर उक्त गुमशुदगी को मुकदमा अंतर्गत धारा 363, 366A IPC व 7/8 पॉक्सो एक्ट में तरमीम कर अपहर्ता व अभियुक्त की तलाश हेतु टीम बनाकर सर्च अभियान चलाया गया। पुलिस द्वारा  मात्र 3 दिन में18 मार्च को अपहर्ता को सकुशल बरामद करते हुए अभियुक्त को गिरफ्तार किया गया । अभियुक्त को  न्यायालय पेश किया जा रहा है। राहुल पुत्र रामशंकर नि0 सिंगल मंडी कुसुम बिहार देहरादून, मूल पता ग्राम पुराना रायपुर पोस्ट व थाना अमेठी, उत्तर प्रदेश, उम्र करीब 20 वर्ष ।

त्रिवेंद्र सरकार निर्विरोध एक साल

Image
देहरादून - मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने उत्तराखण्ड को भ्रष्टाचार मुक्त प्रदेश बनाने का संकल्प दोहराया है। उन्होंने भ्रष्टाचार को मिटाने में जनता से भी सहयोग की अपेक्षा की है। प्रदेश में पिछले एक वर्ष में संस्थागत भ्रष्टाचार पर प्रभावी अंकुश लगाया गया है। यह भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने का ही परिणाम है कि आज प्रदेश में भ्रष्टाचारियों में दहशत ही नहीं बल्कि भ्रष्टाचारी, भ्रष्ट तरीके से कमाये गये धन को वापस करने की बात कर रहे है। मुख्यमंत्री ने कैंसर रोगियों और हृदय रोगियों के लिये एक माह  के भीतर माॅडल लैब स्थापित करने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि एक वर्ष के भीतर प्रदेश की सड़कों के सभी दुर्घटना सम्भावित क्षेत्र (ब्लैक स्पाॅट) ठीक कर दिए जाएंगे।  अप्रैल  माह तक 108 सेवा की 111 अतिरिक्त एम्बुलेंस आ जाएंगी। प्रदेश सरकार के एक वर्ष पूर्ण होने पर परेड ग्राउण्ड में आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम में मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने पिछले एक वर्ष में उनकी सरकार द्वारा प्रदेश हित में लिये गये निर्णयों व कार्यों की जानकारी जनता के समक्ष रखी। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने अपनी सरकार के एक

अत्य आधुनिक सुविधाओं से लैस वार मेमोरियल छात्रावास

Image
देहरादून -  मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत व पूर्व मुख्यमंत्री एवं सांसद मेजर जनरल(से.नि.) भुवन चन्द्र खण्डूड़ी एवं आर्मी चीफ  बिपिन रावत के साथ सहस्त्रधारा रोड स्थित डांडा लखौण्ड में गढ़वाल राईफल्स के वार मेमोरियल बाॅयज एवं गल्र्स छात्रावास का उद्घाटन किया। इस छात्रावास में कुल 250 छात्र-छात्राएं रह सकते हैं। जिसमें से 125 छात्रों एवं 125 छात्राओं के लिए रहने की व्यवस्था है। अत्य आधुनिक सुविधाओं से लैस है छात्रावास जैसे भोजन, छात्र-छात्राओं को स्कूल जाने के लिए बस की सुविधा, चिकित्सा सुविधा, पुस्तकालय, ट्यूशन की सुविधाएं, आॅडियो-वीडियो रूम, व्यावसायिक परिक्षाओं के लिए कोचिंग सुविधा प्रदान की जायेगी।  मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि इस छात्रावास के बनने से हमारे सैनिक परिवारों के बच्चों को पढ़ाई के लिए अच्छी सुविधाएं एवं अच्छा वातावरण मिलेगा। प्रदेश के दूर-दराज के क्षेत्रों से आकर बच्चे यहां पर आकर शिक्षा ग्रहण करेंगे। उन्होंने कहा कि यदि सेना तैयार हो जाती है, तो हल्द्वानी में भी सैनिक आश्रितों के लिए छात्रावास बनाने की योजना है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार सीमित संसाधन