पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत की मैंगो पार्टी
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत की मैंगो पार्टी में विभिन्न राजनैतिक दलों व सामाजिक संगठनों सहित कई बुद्धिजीवियों पहुंचे। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि बेसक आज वे सरकार में नहीं हैं परन्तु उन्होंने मुख्यमंत्री के रूप में जो पहड़ की सस्कृति को लेकर पहल की थी व राज्य की खेती किसानी फोक्स में बनी रहे इसी लिए सरकार में रहते हुऐ मैंने ये पहड़ी उत्पादों को आगे बढने के लिए ही ये परिकल्पना की थी जिसमें आम, आड़ू, लीची, भुट्टा, गरम दूध के साथ गुड़, खुमानी, चीलू, पहाड़ी खीरा की दावत हो इसी को हमनें आम पार्टी का नाम दिया। इसके लिए वे आगे भी काम करते रहेंगे। उन्होंने कहा कि हमारा कोदा, झंगोरा, मडुवा हमारे मौसमी फल जैसे माल्टा, नासपाती, सेब सरकार की नजर से ओझल ना हो जायें। इसलिए उन्होंने काफल व आम पार्टी रखी थी ।और उसी कड़ी को अब आगे बढ़ाया है। अब मुझे खुशी है कि रायसीना हिल स्थित राष्ट्रपति भवन में भी झंगोरे की खीर पहुंची है। उन्होंने यह भी कहा कि राज्य के जितने सरोकार हैं उन सब पर मुख्यमंत्री के रूप उन्होंने कुछ न कुछ पहल की थी यदि भाजपा सरकार ने उन पहलों को लागू करने में कुछ भी ढील दी तो वे सरका...