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Showing posts from July 30, 2019

उत्तराखंड चारधाम सड़क परियोजना में लाई जाए तेजी: निशंक

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नई दिल्ली – केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री डॉ रमेश पोखरियाल निशंक ने उत्तराखंड में चारधाम परियोजना समेत अन्य राज्य मार्ग योजनाओं की समीक्षा बैठक की ।डॉ० निशंक ने हरिद्वार में रिंग रोड के शीघ्र निर्माण पर बल दिया । उन्होंने इस बात पर विशेष बल दिया कि त्योहारों और चार धाम यात्रा के दौरान हरिद्वार में जाम की स्थिति ना बने । निशंक ने राजमार्ग पर पुलों के  निर्माण पर हो रही देरी पर चिंता प्रकट की । डॉ  निशंक ने इस अवसर पर अधिकारियों से काम में तेजी लाने के निर्देश दिए । चार धाम योजना में लगभग 12000 करोड़ का व्यय हो रहा है । मूल्यता योजना मार्च 2020 में पूरी होनी थी। परंतु सुप्रीम कोर्ट में मामले लंबित होने के कारण लक्ष्य दिसंबर 2021 रखा गया है । अधिकारियों ने बताया कि सार्वजनिक निर्माण निगम , बी आर ओ और एन एच आई डीसीएल द्वारा 53 प्रोजेक्टों के द्वारा निर्माण कार्य किया जा रहा है ।इस अवसर पर आर के पांडे सदस्य सचिव राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण, आईजी पांडे डीजे सड़क परिवहन मंत्रालय, कुलदीप गोसाई प्रोजेक्ट प्रबंधक उत्तराखंड एवं उत्तर प्रदेश सेतु निगम के आशीष श्रीवास्तव, हरिओम शर्मा उत

आगंनबाड़ी केन्द्रों में पेयजल व टॉयलेट की सुविधाओं पर ध्यान दिया जाय -ईरानी

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देहरादून–मुख्यमंत्री आवास में मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत एवं महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास मंत्री भारत सरकार  स्मृति जुबिन ईरानी ने अधिकारियों के साथ महिला सशक्तिकरण, बाल विकास तथा तथा पोषण अभियान के संबंध में बैठक ली। इस अवसर पर महिला एवं बाल विकास मंत्री  रेखा आर्या भी उपस्थित थी। केन्द्रीय मंत्री  स्मृति जुबिन ईरानी ने कहा कि पोषण योजना, आगंनबाड़ी केन्द्रों में पेयजल व्यवस्था व टॉयलेट की सुविधाओं पर विशेष ध्यान दिया जाय। अतिकुपोषित व कुपोषित बच्चों को उचित पौष्टाहार प्राप्त हो, जिससे वे सामान्य श्रेणी में आ सके। पौष्टिक आहार के लिए कलेण्डर बनाया जाय व इसे जनप्रतिनिधियों के साथ शेयर किया जाये। एनीमिया को रोकने के लिए टी-3 रणनीति पर ध्यान दिये जाने पर जोर दिया गया। दो बच्चों के पैदा होने के उचित समयान्तर हो इस दिशा में जागरूकता अभियान चलाया जाना जरूरी है, ताकि बच्चों का मानसिक व शारीरिक विकास सही हो। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि जिन जनपदों में बाल लिंगानुपात कम है अधिकारी ऐसे जनपदों का भ्रमण कर और बैठक कर लिंगानुपात कम होने के कारणों का पता लगायें। बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अ