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Showing posts from April 11, 2021

सोमवार को सबसे पहले निरंजनी अखाड़ा करेगा शाही स्नान

हरिद्वार:- कल महाकुंभ के पहले शाही स्नान पर सभी तेरा अखाड़े  करेंगे मां गंगा में स्नान जिसमें सात सन्यासी अखाड़े और तीन बैरागी अखाड़े व तीन वैष्णव अखाड़े कल करेगे हर की पेडी ब्रह्मकुंड पर शाही स्नान। प्रशासन द्वारा इस क्रम में की गई है अखाड़ों को शाही स्नान कराने की व्यवस्था। सोमवार को सबसे पहले निरंजनी अखाड़ा अपने  साथी आनंद के साथ अपनी छावनी से 8 :30 बजे चलेगा और  हर की पौड़ी पर पहुंचकर करेगा मां गंगा में स्नान। उसके बाद 9 बजे चल कर   जूना अखाड़ा व अग्नि ,आवाहन और किन्नर अखाड़ा को स्नान के लिए दिया गया है  जूना अखाड़े से निकलकर हर की पौड़ी ब्रह्मकुंड में स्नान करेगा। उसके बाद 9:30बजे  महानिर्वाणी अपने साथी अटल के साथ कनखल से हर की पौड़ी की ओर रूख करेगा । उसके बाद  तीनों बैरागी अखाड़े श्री निर्मोही अणी, दिगंबर अणी, निर्वाणी अणी 10:30 बजे हर की पौड़ी पहुंचेंगे उसके बाद श्री पंचायती बड़ा उदासीन अखाड़ा 12:00 बजे अपने अखाड़े से हर की पौड़ी की ओर रुख करेगा जिसके बाद  बाद श्री पंचायती नया उदासीन लगभग 2:30 बजे अपने अखाड़े की हर की पौड़ी पौड़ी की रुख...

मुख्यमंत्री ने पल्टन बाजार में स्मार्ट सिटी के कार्यों का किया निरीक्षण

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देहरादून –मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने रविवार को पलटन बाजार एवं परेड ग्राउण्ड में स्मार्ट सिटी के कार्यों का औचक स्थलीय निरीक्षण किया। पलटन मार्केट के निरीक्षण के दौरान उन्होंने सीईओ स्मार्ट सिटी/जिलाधिकारी देहरादून को निर्देश दिये कि निर्माण कार्यों में लगी सभी एजेंसियों के माध्यम से कार्य में और तेजी लाई जाय। उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाय कि निर्माण कार्यों से व्यापारियों और जनता को किसी भी प्रकार की परेशानी न हो। निर्माण से संबधित सभी कार्य रात्रि में किये जाय। धूल की समस्या के समाधान के लिए कार्य स्थल पर पानी का छिङकाव किया जाय।   मुख्यमंत्री तीरथ ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि पल्टन मार्केट में सड़क निर्माण के साथ ही सीवरेज और तारों के अन्डरग्राउंड से संबधित जो भी कार्य हैं, उन्हें साथ-साथ पूर्ण किया जाय। कार्यों को एक छोर से पूर्ण किया जाय, ताकि लोगों को अधिक व्यवधान न हो। पल्टन मार्केट के कार्यों को 30 अप्रैल तक पूर्ण करने का लक्ष्य रखा गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कार्य कि गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं होगा। विद्युत, सीवरेज, सड़क निर्माण और अन्य सभी कार्य एक साथ किय...

वन अग्नि घटनाओं से तो नही सूख रहे हैं पानी के जलस्रोत:वृक्षमित्र डॉ त्रिलोक सोनी

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देहरादून: उत्तराखंड के जंगलों में लगी आग से पहाड़ो की सदावाहिनी जलधारा देनेवाले जलस्रोत सूखने के कगार पर हैं जहां शहरी क्षेत्रों में पानी की किल्लत हो रही हैं। वही ग्रामीण क्षेत्रों में भी पानी कम होता जा रहा हैं। समय रहते इन जलस्रोतों पर ध्यान नही दिया गया तो ग्रामीण क्षेत्र में भी पानी की बड़ी दिक्कते होगी। पर्यावरणविद् वृक्षमित्र डॉ त्रिलोक चंद्र सोनी के नेतृत्व में पानी के जलस्रोत बचाने का कार्य किया जा रहा है उनके द्वारा टिहरी गढ़वाल के मरोड़ा में पठवाड़ा जलस्रोत की सफाई की गई।  सूखते जलस्रोतों के बारे में पर्यावरणविद् वृक्षमित्र डॉ त्रिलोक चंद्र सोनी का कहना है गर्मी आतेही जंगलों में आग लग जाती हैं पूरे जंगल स्वाह हो जाते हैं जिसका सीधा प्रभाव हमारे प्राकृतिक जलस्रोतो पर पड़ रहा हैं जो जलस्रोत सदावाहिनी होते थे आज वे सूखने के कगार पर हैं समय रहते इन जलस्रोतों की वोर ध्यान नही दिया गया तो वो दिन दूर नही होगा जब पहाड़ के लोग पानी के लिए तरसेंगे जिसका सीधा प्रभाव ग्रामीण क्षेत्रों में निवास करने वाले लोगो उनके खेती,     पशुपालन, जंगली जानवरों, पशु पक्षियों और जंगलो...