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Showing posts from September 14, 2023

चिड़ियापुर चेक पोस्ट के पास नदी में फंसी बस

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 हरिद्वार - सिटी कण्ट्रोल रूम, हरिद्वार ने एस डी आर एफ टीम को सूचित किया कि हरिद्वार में चिड़ियापुर चेक पोस्ट के पास एक बस नदी में फंस गयी है। जिसमे कई लोग सवार हैं, जिनके रेस्क्यू के लिये एस डी आर एफ कि आवश्यकता है।सूचना पर एस डी आर एफ रेस्क्यू टीम के एडिशनल उप निरीक्षक परविंदर धसमाना  रेस्क्यू उपकरणों के साथ तत्काल घटनास्थल के लिए रवाना हुई।  सूचना पर एस डी आर एफ टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए तत्काल घटनास्थल पर पहुँचकर रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया।  और एक एक कर बस में सवार लोगों को रेस्क्यू  कर सुरक्षित स्थान पहुंचाया गया। बस में सवार 06 लोग अत्यंत भयभीत होने के कारण बस से बाहर निकलकर पुल के नीचे , पिलरो पर चढ़े गये थे। एस डी आर एफ ने रोप के माध्यम से इन्हें रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थान पर लाया गया।  गौरतलब है कि, बस नेपालगंज  रुपेड़िया से हरिद्वार आ रही थी। बस में 53 लोग सवार थे। जो मुख्यतः नेपाल मूल के निवासी हैं। अचानक मार्ग पर बरसाती नदी में पानी ज्यादा आ जाने  के कारण बस मय सवारियों के बीच नदी में ही फंस गयी। एस डी आर एफ ने  सभी सवारियों को समय रहते रेस्क्यू कर दिया गया है व बस को  न

बदरीनाथ मंदिर के सिंह द्वार के दायीं ओर का ट्रीटमेंट पूरा अब बायीं ओर का ट्रीटमेंट शूरू

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देहरादून –  श्री बदरीनाथ- केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) ने कहा है श्री बदरीनाथ मंदिर के सिंह द्वार में कोई नयी दरार नहीं देखी गयी है और नहीं बदरीनाथ मंदिर क्षेत्र में भू-धंसाव हो रहा है। बीकेटीसी ने कहा कि भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग ( एएसआई) द्वारा बदरीनाथ मंदिर के  सिंह द्वार में पहले से आयी हल्की दरारों का मरम्मत कार्य चल रहा है। वर्तमान में कोई  भी नयी दरार नहीं दिखी है। उल्लेखनीय है कि श्री बदरीनाथ- केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने  वर्ष 2022 में शासन को पत्र लिखकर बदरीनाथ मंदिर के सिंह द्वार पर आयी हल्की दरारों के विषय में अवगत कराया था। तत्पश्चात  शासन ने भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग ( एएसआई)  को इस इस संबंध में विस्तृत रिपोर्ट तैयार करने को कहा। इस क्रम में जुलाई 2022 में एएसआई ने मरम्मत की कार्य योजना तैयार की थी। अक्टूबर 2022 को एएसआई ने सिंह द्वार की दरारों पर ग्लास टायल्स (शीशे की स्केलनुमा पत्तियां) फिक्स कर दी थीं, जिससे यह पता लग सके की दरारें कितनी चौड़ी हुई हैं। 09 अगस्त 23 को ग्लास टायल्स के अध्ययन के बाद एएसआई ने ट्रीटमेंट कार्य शुरू किया था। त