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Showing posts from July 20, 2020

कोविड पॉजिटिव दो मरीज की उपचार के दौरान मौत

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ऋषिकेश–अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, एम्स  में भर्ती स्थानीय निवासी कोविड पॉजिटिव टीबी से ग्रसित मरीज की सोमवार की सुबह मौत हो गई। उधर, एम्स संस्थान में पिछले 24 घंटे में 2 लोगों की कोविड सेंपल रिपोर्ट पाॅजिटिव पाई गई है। जिसमें एक स्थानीय व्यक्ति शामिल है। संस्थान की ओर से इस बाबत स्टेट सर्विलांस ऑ​फिसर को सूचित कर दिया गया है। एम्स के जनसंपर्क अधिकारी हरीश मोहन ने बताया कि संस्थान में भर्ती सर्वहारानगर, ऋषिकेश निवासी 58 वर्षीय टीबी से ग्रसित मरीज की उपचार के दौरान मृत्यु हो गई। उन्होंने बताया कि मरीज को लंबे अरसे से टीबी की ​शिकायत थी,जिसका लगातार उपचार चल रहा था। मरीज इससे पूर्व भी टीबी के उपचार के लिए एम्स में भर्ती हुआ था। पिछले चार दिनों से बुखार की शिकायत पर उसे बीते रविवार को एम्स में भर्ती कराया गया था। जहां भर्ती से पूर्व उसका कोविड सेंपल लिया गया जो कि पॉजिटिव पाया गया। सोमवार की सुबह उपचार के दौरान मरीज की मृत्यु हो गई।    उधर संस्थान में की गई सेंपलिंग में 2 लोगों की रिपोर्ट कोविड पॉजिटिव आई है। उन्होंने बताया कि शिवाजीनगर , ऋषिकेश निवासी 47 वर्षीया महिला जो कि पिछ

रिंगाल से विभिन्न प्रकार का सामान बनाकर बने आत्मनिर्भर

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देहरादून:– प्लास्टिक जहाँ बहुतायत उपयोग से हमारी प्रकृति का संतुलन बिगाड़ रही है वहीँ आज सारी दुनिया में प्लास्टिक के उपयोग पर लगाम लगाने की मुहीम जोर पकड़ रही हैं। भारत सरकार ने भी अपनी नीति स्पष्ट कर दी है कि भारत को प्लास्टिक मुक्त देश बनाना हैं। आपको जानकार अति प्रशन्नता होगी की इस मुहीम में उत्तराखंड का रिंगाल बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता हैं। यह उत्तराखंड के जंगलो में पाए जाने वाला वृक्ष हैं जो की बांस की प्रजाति का होता है इसलिए इसे बोना बांस भी कहा जाता हैं। जहां बांस की लम्बाई 25-30 मीटर होती है वही रिंगाल 5-8 मीटर लम्बा होता है यह 1000 -7000 फिट की ऊंचाई वाले क्षेत्रो में पाया जाता है क्यूंकि रिंगाल को पानी एवं नमी की आवश्यकता रहती है। वृक्षमित्र डॉ त्रिलोक चंद्र सोनी बताया कि रिंगाल पर्वतीय क्षेत्रों के लोगों के लिए ही नही मैदानी क्षेत्रों के लोगों के लिए रोजगार देनेवाला बहुउपयोगी पौधा है पहाड़ो में इसे रिंगाल कहते है और मैदानी क्षेत्रों में इसी प्रजाति को बांस कहते है जो लगभग भारत के सभी राज्यो में होता हैं।  वृक्षमित्र डॉ सोनी ने कहाकि रिंगाल से बनी अनेकों वस्तुओं क