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Showing posts from January 4, 2018

हैण्डलूम एवं खादी लोगों की पहली पसंद बने-मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र रावत

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देहरादून - नेशनल हैण्डलूम प्रदर्शनी में  मुख्यमंत्री  त्रिवेन्द्र सिंह रावत  ने सभी स्टाॅलों का किया निरीक्षण किया साथ ही मुख्यमंत्री  ने थीम पवेलियन का उदघाटन किया। इसके बाद उन्होंने हैण्डलूम में बने तीनों स्टाॅल नंदा देवी, त्रिशूल एवं चैखम्बा का निरीक्षण किया। मुख्यमंत्री  ने कहा कि हैण्डलूम उत्तराखण्ड के सभी लोगों की पहली पसंद है और  प्रधानमंत्री  नरेद्र मोदी ने भी कहा है कि एक साल में कम से कम एक खादी उत्पाद खरीदना चाहिए। जिससे खादी बुनकरों को रोजगार भी मिलेगा और देश में खादी की बहुलता भी बढे़गी। मुख्यमंत्री  ने कहा कि जब हम कोई हैण्डलूम उत्पाद खरीदते है तो असल में हम उस बुनकर के मेहनत का सम्मान करते हैं जो उस उत्पाद को तैयार करता है। उन्होंने कहा कि हैण्डलूम से लगभग 65 लाख लोगों को रोजगार मिल रहा है। उन्हाेंने निदेशालय उद्योग को बधाई दी और बार-बार इस तरह की प्रदर्शनी उत्तराखण्ड में होनी चाहिए। मुख्यमंत्री  ने हिमाद्री का 2018 का कलैण्डर का भी विमोचन किया।सांस्कृतिक कार्यक्रमों की शुरूआत नंदा राज यात्रा से हुई। इसे बाद अनेको कुमाऊंनी एवं गढ़वाली गीतों पर उत्तराखण्डी कलाकारों ने

नाबालिग छात्र-छात्राएं दुपहिया वाहन चलाते हुये नियमों का उल्लंघन करते हैं

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देहरादून- अनिल के0 रतूड़ी, पुलिस महानिदेशक, उत्तराखण्ड  की अध्यक्षता में स्कूली छात्र छात्राओं के लिये परिवहन व्यवस्था किये जाने हेतु एक बैठक आयोजित की गयी, जिसमें अशोक कुमार, अपर पुलिस महानिदेशक, अपराध एवं कानून व्यवस्था उत्तराखण्ड,  एम मुरूगेशन, जिलाधिकारी देहरादून,  केवल खुराना, पुलिस उपमहानिरीक्षक निदेशक यातायात,  निवेदिता कुकरेती, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, देहरादून,  लोकेश्वर सिंह, पुलिस अधीक्षक यातायात, देहरादून, सुधांशु गर्ग,आरटीओ देहरादून सहित परिवहन एवं सम्बन्धित  विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।अनिल के0 रतूड़ी ने कहा कि प्रायः देखने में आ रहा है कि 8वीं से 12वीं कक्षा के नाबालिग छात्र-छात्राएं दुपहिया वाहन चलाते हुये नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं। इसका एक कारण यह भी है स्कूलों के पास पर्याप्त परिवहन व्यवस्था नहीं है। इस समस्या के समाधान हेतु शासन स्तर पर स्कूली छात्र-छात्राओं को स्कूल लाने व ले जाने के लिये परिवहन व्यवस्था किये जाने का निर्णय लिया गया है। जिलाधिकारी देहरादून व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून को शहर के स्कूलों के प्रबन्धकों के साथ बैठक आयोजित कर उक्त सुविधा का लाभ

कोहरे में पहाड़ी इलाकों पर गाड़ियों में फॉग लाइट्स अनिवार्य हो

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देहरादून - दुनिया भर में बेहतर एवं सुरक्षित सड़कों के लिए काम करने वाले जेनेवा स्थित प्रबुद्ध मंडल अंतरराष्ट्रीय सड़क महासंघ (आईआरएफ) ने जानलेवा सड़क दुर्घटनाओं की बढ़ती संख्या और कोहरे की वजह से गाड़ियों की टक्कर पर चिंता जताते हुए सरकार से सभी गाड़ियों में आगे एवं पीछे फॉग लाइट को अनिवार्य बनाने का अनुरोध किया है। हालांकि, खासकर इनकी जरुरत देश के कोहरा संभावित और पहाड़ी इलाकों में ज्यादा है, लेकिन ये निगरानी कर पाना संभव नहीं है कि सिर्फ फॉग लाइट वाली गाड़ियां ही कोहरा संभावित इलाकों में चलें इसलिए इसे सभी गाड़ियों में अनिवार्य बनाया जाए।अंतरराष्ट्रीय सड़क महासंघ (आईआरएफ) के अध्यक्ष  के0 के0 कपिला ने कहा ‘विश्वव्यापी शोध ये बताते हैं कि गाड़ियों के बीच ज्यादा दृश्यता खासकर दिसंबर से फरवरी के बीच कोहरे वाले महीनों में और पहाड़ी इलाकों में दुर्घटना के खतरे को 30 प्रतिशत से ज्यादा तक कम करती है। कोहरे की स्थिति गाड़ी चलाने वालों के लिए खतरनाक है और आगे एवं पीछे फॉग लाइट को अनिवार्य बनाने का कानून कम दृश्यता की वजह से होने वाली दुर्घटनाओं के खतरे को कम कर सकता है। बारिश, कोहरा, धूल या बर्फबारी

तेज मेमोरी तकनीक से अब सच होंगे सपने: मेमोरी गुरु

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देहरादून-राजकीय बालिका विद्यालय इंटर कॉलेज  देहरा व राजकीय हायर सेकण्ड्री विद्यालय डोईवाला में तेज मेमोरी कार्यशाला का आयोजन करीब 900 विद्यार्थियों ने लिये 90% से ज्यादा मार्क्स लाने का संकल्प।तेज मेमोरी के लेखक व बौध्दिक संपदा विकास मंच के संस्थापक संजय पाल ने इस अनोखे कार्यशाला में छात्रों को सिखाया की कैसे व्योहरिक रूप से स्टडी में सुपर कंसंट्रेशन संभव है. एकाग्रता की कमी दिमाग के सही उपयोग नहीं होने के कारण होती है, क्योकिं हमारा दिमाग हमेशा सुपर कंसंट्रेशन से वर्क करता है. हमारा दिमाग पांचो इन्द्रियों से 24 घंटे सूचनाओ को प्राप्त करता है.तेज मेमोरी गुरु  पाल ने स्टूडेंट्स को ट्रेनिंग दी कैसे स्टडी में अपने पांचो इन्द्रियों को लगायें. डोईवाला के इस वर्कशॉप में जब स्टूडेंट्स ने शेप मेथड का उपयोग किया तो बगल में बज रहा डीजे भी उनके कंसंट्रेशन में बाधा नही दे पाया.इन कार्यशालाओ में तेज मेमोरी के सात सूत्रों, लेमन थ्योरी से कैसे किसी भी नई सब्जेक्ट को आसानी से  सीखे, दुहराने के तरीके जैसे महत्वपूर्ण जानकारियाँ सिखाई गयी. जीवा आयुर्वेदा देल्ही से आये डॉ. मनोज बिष्ट ने 'तेज मेमोर