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Showing posts from February 21, 2022

साहित्यकार जिज्ञासु और पंत ने स्कूल में छात्राओं को मातृभाषा का महत्व बताया

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देहरादून –धाद और रूम टू रीड के मातृभाषा सप्ताह का शुभराम्भ देहरादून के प्राइमरी स्कूल डांडा खुदानेवाला में हुआ। जहां गढ़वाली साहित्यकार शांति प्रकाश 'जिज्ञासु' ने बच्चो को गढ़वाली भाषा में जानकारी के साथ  "सूरज की सूझबूझ" कहानी सुनाई। अपना अनुभव बताते हुए उन्होने कहा कि हालांकि छात्रों में गढ़वाल क्षेत्र के बच्चे कम थे लेकिन वह गढ़वाली भाषा से परिचित थे। जिन बच्चों से गढ़वाली में पूछा गया उन्होंने बहुत अच्छा उत्तर दिया जैसे मक्की के लिए उन्होंने मुंगरी कहा बंदर के लिए बांदर कहा, यह बहुत अच्छा अनुभव रहा। उन्होंने स्कूल को मातृभाषा साहित्य भी भेंट किया।  वहीं आयोजन का दूसरा अध्याय उधमसिंह नगर में सामाजिक कार्यकर्त्ता हेम पंत द्वारा राजकीय कन्या उच्च प्राथमिक विद्यालय रुद्रपुर ने कुमांऊनी भाषा के बारे में बताते हुए कहानी सुनाई। उन्होंने छात्राओं को मातृभाषा का महत्व बताया और भारत की भाषा विविधता और विलुप्त होती बोली भाषाओं के बारे में भी बात की। इस अवसर पर कहानी वाचन भी हुआ। मातृभाषा सप्ताह की जानकारी देते हुए संस्था के सचिव तन्मय ने बताया कि आयोजन की थीम नई पीढ़ी को उनकी म

उत्तराखंड में अगर करना हो ट्रैक तो सर्दियों का मौसम है सही

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देहरादून– उ त्तराखंड   के   प्रसिद्ध   चारधाम   बदरीनाथ ,   केदारनाथ ,   गंगोत्री   व   यमुनोत्री   विश्व   भर   में   प्रसिद्ध   तो   हैं   ही   इसके   साथ   यहां   के   विंटर   ट्रैक   साहसिक   खेलों   के   शौकीनों   के   लिए   पहली   पसंद   बन   रहे   हैं।   जिस   तरह   उत्तराखंड   की   वादियों   में   सर्दियों   में   घूमने   का   अपना   अलग   ही   मजा   है ,   उसी   तरह   से   यहां   सर्दियों   के   मौसम   में   ट्रैकिंग   करने   का   आनंद   आपको   किसी   और   रोमांचक   गतिविधियों   में   नहीं   मिल   सकता।   हिमालय   की   गोद   में   बसा   हुआ   उत्तराखंड   सर्दियों   में   ट्रैकिंग   के   बहुत   सारे   विकल्प   प्रदान   करता   है   जो   सफेद   सफेद   बर्फीले   रास्ते   और   बर्फ   की   चादर   ओढ़े   हुए   पहाड़ों   के   शानदार   दृश्य   से   भरे   होते   हैं।   सर्दी   के   दौरान   ट्रैकिंग   करते   हुए   बीच   में   कई   खूबसूरत   वादियां ,  सौगान   के   पेड़   और   खूबसूरत   झरने   और   छोटे - छोटे   गांव   देखने   को   मिलते   हैं।   ट्रैकिंग   के   शौकीनों   के   लिए   उत्तराखं