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Showing posts from March 4, 2019

श्री केदारनाथ 9 मई को 5 बजकर 35 मिनट पर खुलेंगे कपाट

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   उखीमठ: श्री केदारनाथ धाम के कपाट इस यात्रा वर्ष 2019 के 9  मई  प्रात: 5 बजकर 35 मिनट पर खुलेंगे। आज महाशिवरात्रि के अवसर पर श्री केदारनाथ भगवान के शीतकालीन गद्दी स्थल श्री ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ में श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति की ओर  से आयोजित समारोह में  रावल भीमाशंकर लिंग सहित वेदपाठियों,पुजारी गणों,स्थानीय हक-हकूकधारियों की उपस्थिति में पंचाग गणना के बाद श्री केदारनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि का ऐलान हुआ। श्री केदारनाथ भगवान की चल विग्रह डोली  6 मई  को श्री केदारनाथ प्रस्थान करेगी।कार्यक्रम के अनुसार 6 मई फाटा 7 मई  गौरीकुंड 8 मई श्री केदारनाथ पहुंचेगी। इस अवसर पर श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति अध्यक्ष मोहन प्रसाद थपलियाल, मुख्यकार्याधिकारी बी.डी.सिंह, कार्याधिकारी एन.पी.जमलोकी,पूर्व जिला पंचायत,नगर पंचायत अध्यक्ष विजय राणा, पूर्व राज्य मंत्री दिनेश बगवाड़ी अध्यक्ष चंडीप्रसाद भट्ट,बदरीनाथ धाम के पूर्व कार्याधिकारी अनिल शर्मा, धर्माधिकारी जगदंबा प्रसाद सती,अभियंता गिरीश देवली, फार्मेसी विद्यापीठ प्रधानाचार्य डा.हर्षवर्धन  बेंजवाल आर.सी.तिवारी, स.लेखाकार प्रमोद बगवाड़

रक्षा मंत्री ने वीर नारी के पैर छूकर देश की ओर से कृतज्ञता प्रकट की

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देहरादून-सर्वे ऑडिटाॅरियम में आयोजित शौर्य सम्मान समारोह में देश की रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि उत्तराखण्ड की वीर नारियों से मिलकर उन्हें सदैव प्रेरणा मिलती है। उन्होंने कहा कि सैनिक हर परिस्थिति में देश के लिए खड़े होते हैं। देश रक्षा के लिए सर्वोच्च बलिदान देने वाले वीर जवानों के प्रति हम सभी सदैव कृतज्ञ रहेंगे। रक्षा मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री  नरेंद्र मोदी की सरकार ने वन रैंक वन पेंशन स्वीकृत की। न केवल इसकी स्वीकृति दी गई बल्कि इसके लिए पर्याप्त बजटीय प्राविधान भी किए। अभी तक ओआरओपी पर 35 हजार करोड़ रूपए की राशि दी जा चुकी है। प्रति वर्ष 8 हजार करोड़ रूपए का बजट प्राविधान किया जाएगा। इसमें अब कोई भी एरियर लम्बित नहीं है। अब तीन वर्ष पूरे होने पर इस वर्ष इसकी समीक्षा भी की जाएगी और कोई कमियां पाएं जाने पर दूर किया जाएगा। रक्षा मंत्री ने वीर नारियों के पैर छूकर देश की ओर से कृतज्ञता प्रकट की व शाल भेंट कर वीर नारियों को सम्मानित किया। देश में 70 वर्ष बाद भी एक भी राष्ट्रीय वार मेमोरियल नहीं था। हमने फरवरी माह में नेशनल वार मेमोरियल बनाकर देश को समर्पित कर दिया है। यह