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Showing posts from July 6, 2020

डब्ल्यूएचओ ने डायबिटीज मरीजों के लिए जारी की हेल्थ एडवाइजरी

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देहरादून–डब्ल्यूएचओ द्वारा डायबिटीज मरीजों के लिए जारी हेल्थ एडवाइजरी भीड़भाड़ वाले स्थानों पर जाने से बचें यूं तो भारत में कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के मद्देनजर सरकार द्वारा लाॅकडाउन रखा गया व अभी भी अत्यधिक भीड़भाड़ वाले स्थानों को फिलहाल बंद रखा गया है, जिससे व्यक्ति से व्यक्ति के मध्य पर्याप्त दूरी के अभाव में कोविड19 का संक्रमण एक-दूसरे में नहीं फैल सके, मगर फिर भी कई स्थितियों में जगह-जगह लोगों की भीड़ देखने को मिल जाती है। डायबिटीज के मरीजों को ऐसे स्थानों पर जाने से विशेष सावधानी बरतने की आवश्यकता है, तभी वह स्वयं को कोरोना के संक्रमण से सुरक्षित रख सकते है।सफ़ाई का विशेष ध्यान रखें अपने हाथों को नियमितरूप से साबुन और पानी से धोएं, सेनिटाइजर का उपयोग करें। अपने चेहरे, आंख व नाक को बार- बार छूने से बचें। लोगों से मेल जोल कम करें, यदि किसी से मिलना आवश्यक हो तो ऐसी स्थिति में किसी से हाथ नहीं मिलाएं।व्यायाम और आहार पर ध्यान दें भीड़भाड़ पर प्रतिबंध के चलते वेशक आप घर के बाहर पार्क में भले ही नहीं जा पा रहे हों, मगर अपना नियमित व्यायाम नहीं छोड़ें। जिसे कि घर पर रहकर भी क

कोरोना वायरस का संक्रमण डायबिटीज के रोगियों के लिए खतरनाक

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ऋषिकेश–दुनियाभर में कोरोना वायरस कोविड19 का खतरा तेजी से बढ़ रहा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन  (डब्ल्यूएचओ) की ओर से जारी की गई रिपोर्ट के अनुसार 5 जुलाई 20 तक विश्वभर में 1,11,25,245 कोविड संक्रमित मामलों की पुष्टि हो चुकी हैं। जबकि कोरोना संक्रमितों की मौत का आंकड़ा 5,28,204 तक पहुंच चुका है। भारत में भी यह संख्या दिन- प्रतिदिन तेजी से बढ़ रही है। वैसे तो कोरोना वायरस किसी को भी संक्रमित कर सकता हैं।मगर चिकित्सकों के मुताबिक इससे उन लोगों को ज्यादा खतरा है जिन्हें पहले से कोई स्वास्थ्य संबंधी समस्या है अथवा जो लोग उम्रदराज हैं। आमतौर पर कोरोना से संक्रमित मरीजों में 80 प्रतिशत में केवल माइल्ड लक्षण ही मिलते हैं। 15% मरीजों में गंभीर बीमारी होती है और शेष 5 फीसदी लोगों में यह संक्रमण जानलेवा हो सकता है। द लांसेट जर्नल के एक अध्ययन के मुताबिक जो लोग उम्रदराज हैं। या जिन्हें हाई ब्लड प्रेशर, दिल की बीमारी, गुर्दे के रोग और डायबिटीज जैसी बीमारियां हैं। उनमें कोरोना वायरस से गंभीर बीमारी और जान जाने का ज्यादा खतरा है। चीन में वुहान के दो अस्पतालों के 191 मरीजों पर किए गए शोध में भी यह