शुक्रवार प्रात: 4 बजकर 30 मिनट पर खुलेंगे श्री बदरीनाथ धाम के कपाट
बदरीनाथ–आदि गुरू शंकराचार्य जी की पवित्र गद्दी सहित रावल जी, श्री उद्धव जी, श्री कुबेर जी एवं गाडूघड़ा( तेलकलश ) योग ध्यान बदरी मंदिर पांडुकेश्वर से आज दिन में श्री बदरीनाथ धाम पहुंचे। रास्ते में इस बार लाम बगड़ एवं हनुमान चट्टी में देव डोलियों ने विश्राम नहीं किया नहीं इन स्थानों पर भंडारे आयोजित हुए। बदरीनाथ पहुंच कर भगवान बदरीविशाल के जन्म स्थान लीला ढूंगी में रावल द्वारा पूजा-अर्चना की गयी।इस बार श्री बदरीनाथ पुष्प सेवा समिति ऋषिकेश द्वारा बदरीनाथ धाम को फूलों से सजाया गया है। पांडुकेश्वर स्थित प्राचीन योग ध्यान बदरी मंदिर पांडुकेश्वर में प्रात: काल पूजा-अर्चना के पश्चात सभी देवडोलियों ने रावल ईश्वरी प्रसाद नंबूदरी एवं डिमरी पंचायत प्रतिनिधि, सीमित संख्या में हकूकधारियों के साथ श्री बदरीनाथ धाम की ओर प्रस्थान किया। इस दौरान सोशियल डिस्टेसिंग का ध्यान रखा गया।मास्क पहने गये। कम संख्या में बदरीनाथ धाम जाने की अनुमति दिये जाने के कारण देवस्थानम बोर्ड तथा सीमित संख्या में हकूकधारी बदरीनाथ धाम पहुंचे। कपाट खुलने की प्रक्रिया से जुड़े कम से क...