Posts

Showing posts from May 13, 2020

दूरी लोगों के हौसलों को नहीं कर सकी परस्त

देहरादून –  देहरादून में बिहार के मोतिहारी से काम करने के लिए आए 11 लोग लॉक डाउन की वजह से दून में फंस गए थे। इन्हें एक ठेकेदार  बिहार से इनको लेकर आया था  कॉलेज में काम कराने के लिए और काम समाप्त हो गया था। लेकिन तभी देश में कोरोना वायरस की वजह से लॉक डाउन लग गया और यह 11 लोग यही दून में फंस गए थे।इन लोग की ठेकेदार ने दो महीने रहने और खाने की व्यवस्था की अब जबकि सरकार ने लॉक डाउन में कुछ छूट प्रदान की तो ठेकेदार ने इन लोगों को कहां कि तुम लोग वापस बिहार चले जाओ, तुम्हें यहां से बस या रेलगाड़ी मिल जायेंगी लेकिन जब इन्हें कुछ भी नहीं मिला तो ये लोग इस आश से पैदल निकल पड़े की शायद कोई वाहन इन को मिला जायेंगे ये लोग आज दून से हरिद्वार जाने के लिए निकले लेकिन किसी ने भी इन्हें रोड से गुजरते समय नही रोका जब ये लोग जोगीवाला चौकी पर पहुंचे और इतने लोगों को देखकर पुलिस वालों ने इन्हें रोक लिया। और उनसे पूछताछ की तो पता चला कि यह लोग पैदल ही बिहार के मोतिहारी जोकि लगभग 1200 सौ किलोमीटर के करीब है उसे पैदल ही नाप ने के लिए निकल पड़े। लेकिन जैसे ही ये लोग जोगीवाला चौक के पास पहुँ...
महानिदेशक, सूचना एवं लोकसम्पर्क विभाग डाॅ मेहरबान सिंह बिष्ट ने कहा है कि कल उनके संज्ञान में आया कि देहरादून में मीडिया का एक वर्ग, उत्तराखंड के प्रवासियों को विशेष ट्रेनों के माध्यम से सूरत से उत्तराखण्ड लाए जाने के मुद्दे पर राज्य सरकार को बदनाम करने के लिए एक झूठा, स्वार्थ से प्रेरित और आधारहीन अभियान चला रहा है। उन झूठी, आधारहीन और जानबुझकर फैलायी गई रिपोर्टों का, बाद में उत्तराखण्ड सरकार के प्रति विद्वेषपूर्ण रवैया रखने वाले कुछ लोगों द्वारा इस्तेमाल किया गया। इन तत्वों ने इन रिपोर्टों का उपयोग करते हुए सोशल मीडिया पर एक कुटिल अभियान शुरू किया और आरोप लगाया गया कि सूरत से विशेष रेलगाड़ियों को चलाने के लिए भारतीय रेलवे को भुगतान उत्तराखंड सरकार द्वारा नहीं किया गया था। राज्य सरकार के सूचना और संवाद के प्रभारी के रूप में, उन्होंने सभी जानकारी को सार्वजनिक डोमेन में रखना आवश्यक समझा और रेलवे बोर्ड और उत्तराखंड सरकार के बीच पत्र व्यवहार की प्रतियों के साथ ही राज्य सरकार द्वारा रेलवे को किए गए भुगतान के विवरण को साझा किया। इस जानकारी को बाद में विभिन्न मीडिया प्लेटफार्मों द्वारा उठाया...

देहरादून से पैदल ही बिहार के लिए निकल पड़े

Image
देहरादून – देश में तीसरे चरण का लॉक डाउन समाप्त होने वाला हैं। और चौथे चरण के लॉक डाउन में हम पहुंचने वाले हैं। वहीं तीसरे चरण के शुरुआत में केंद्रीय सरकार ने लॉक डाउन में आम जनता और व्यवसायियों को कुछ छूट दी थी जिसमें सुबह 7:00 बजे से दिन के 4:00 बजे तक लोग अपना व्यवसाय कर सकते थे।                                          सभी राज्यों ने दूसरे प्रदेशों में फंसे अपने मजदूर और लोगों को घर वापसी के लिए प्रक्रिया शुरू कर दी थी। ऐसे ही देहरादून में बिहार के मोतिहारी से काम करने के लिए आए 11 लोग भी इस लॉक डाउन की वजह से दून में फंस गए थे। जिन्हें एक ठेकेदार कॉलेज में काम कराने के लिए लाया था और काम समाप्त हो गया था। लेकिन तभी देश में कोरोना वायरस की वजह से लॉक डाउन लग गया और यह 11 लोग यही दून में फंस गए थे।इन लोग का ठेकेदार ने दो महीने रहने और खाने की व्यवस्था की अब जबकि सरकार ने लॉक डाउन में कुछ छूट प्रदान की तो ठेकेदार ने लोगों को कहां कि तुम लोग वापस बिहार चले जाओ, तुम्हें यहां से बस...

श्री बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने की प्रक्रिया शुरू

Image
जोशीमठ–श्री बदरीनाथ धाम के कपाट इस यात्रा वर्ष शुक्रवार 15 मई को प्रात: 4 बजकर 30 मिनट पर खुल रहे है। बदरीनाथ धाम में देवस्थानम बोर्ड की ओर से कपाट खुलने से पूर्व तैयारियां पूरी कर दी गयी है। कपाट खुलने की प्रक्रिया आज से शुरू हो गयी हैं आज  प्रातः नृसिंह मंदिर जोशीमठ में  पूजा-अर्चना यज्ञ-हवन के पश्चात रावल ईश्वरी प्रसाद नंबूदरी सहित आदि शंकराचार्य जी की गद्दी, तथा गाडू घड़ा (तेल कलश)  ने योग ध्यान बदरी मंदिर पांडुकेश्वर के लिए प्रस्थान किया। इस अवसर पर स्थानीय श्रद्धालु भी  बहुत कम संख्या में दिखे।बेहद सादगी पूर्ण ढ़ग से रावल जी एवं आदि गुरू शंकराचार्य जी की गद्दी  प्रस्थान हुई।  कपाट खुलने की प्रक्रिया से जुड़े  सीमित संख्या में  देवस्थानम बोर्ड के कर्मचारी,  हक हकूकधारियों ने पांडुकेश्वर के लिए प्रस्थान किया। इस दौरान मास्क पहने गये सोशियल डिस्टेसिंग का भी ध्यान रखा गया।दिन में रावल सहित आदि गुरू शंकराचार्य की गद्दी,गाडू घड़ा (तेल कलश) योग-ध्यानबदरी मंदिर पांडुकेश्वर पहुंच गये है। उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम बोर्ड के मीडिया प्रभारी डा....