Posts

Showing posts from April 6, 2021

किसी एक रेस्क्यू से नही आंका जा सकता देवदूत एस डी आर एफ का मानक

Image
  विजयनगर रुद्रप्रयाग – एस डी आर एफ की स्थापना 09 अक्टूबर  2013 में   केदार घाटी की आपदा के तत्कालीन कारणों के पश्चात की गई, स्थापना के बाद से वर्तमान तक एस डी आर एफ ने अनेक छोटे बड़े रेस्क्यू ऑपरेशनों में सम्मलित होकर हज़ारों जिंदगियों को सुरक्षित बचाया है,साथ ही एस डी आर एफ के जवानों ने अनेक प्रकार के प्रशिक्षण  भी प्राप्त किये  रेस्क्यू कार्यों मे पारंगता हासिल होने से जवानों ने प्रदेश में ही नही वरन अन्य प्रदेश में भी अपनी छाप छोड़ी ।   कल 6 अप्रैल को रुद्रप्रयाग के  विजयनगर क्षेत्र  में मंदाकनी नदी में पानी के बहाव के बढ़ जाने पर अनेक ग्रामीणों को सुरक्षित पर कराया है, जिसकी ग्रामीणों ने  सराहना और प्रशंसा  भी की, वही सोशल मीडिया के माध्यम से यह भी  अफवाह फेली कि  एस डी आर एफ एक आदमी का रेस्क्यू नही कर पायी , जो पूर्णतः गलत ओर भ्रामक है, प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार एस डी आर एफ को रेस्कयू के दौरान यह खबर मिली कि एक व्यक्ति मंदाकनी के तेज बहाव में फंसा है जिस पर जवान कुछ दूरी पर स्थित घटना स्थल पर पहुँचे, तो व्यक्ति नदी के बीच  मे एक बड़े पथ्थर पर  दिखा , टीम के द्वारा  रेस्क्यू आरम्भ कि

महिला साधुओं को नागा सन्यासी बनाने की प्रक्रिया प्रारम्भ

Image
 हरिद्वार – श्रीपंच दशनाम जूना अखाड़े में बुधवार को करीब दो सौ महिला साधुओं को नागा सन्यासी बनाने की प्रक्रिया प्रारम्भ होगी। इस दौरान नाग सन्यासी बनाने की सभी प्रक्रियाओं का पालन कराया जायेगा। प्रक्रिया बिड़ला घाट पर शुरू होगी। यह जानकारी जूना अखाड़े के अन्र्तराष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्रीमहंत विद्यानन्द सरस्वती ने बताया कि बुधवार को बिड़ला घाट पर करीब दो सौ महिला नागा सन्यासियों को दीक्षित किये जाने की प्रक्रिया प्रारम्भ होगी। जिस प्रकार मंगलवार को एक हजार नागा सन्यासियों को दीक्षित किये जाने की प्रक्रिया दो दिन में सम्पन्न हुई,उसी तरह इन महिला सन्यासियों के भी दीक्षित किये जाने की प्रक्रिया पूर्ण की जायेगी। बुधवार से प्रारम्भ होकर सन्यासी बनाने की प्रक्रिया गुरूवार को सुबह सम्पूर्ण होगी। उन्होने बताया कि महिला नागा सन्यासियों को दीक्षित किये जाने से पूर्व पहले ही उन्हे कठोर नियमों का पालन कराया गया है।

नव दीक्षित नागा सन्यासियों को बर्फानी नागा सन्यासी का दर्जा

Image
हरिद्वार – सन्यासियों के सबसे बड़े अखाड़े श्रीपंच दशनाम जूना अखाड़े में एक हजार नागा सन्यासियों के बनाने की प्रक्रिया मंगलवार को आचार्य पीठाधीश्वर द्वारा प्रेयस मंत्र प्रदान किये जाने के साथ ही सम्पूर्ण हो गया। इसके साथ ही सभी नव दीक्षित नागा सन्यासियों को बर्फानी नागा सन्यासी का दर्जा प्रदान किया गया। जूना अखाड़े के अन्र्तराष्ट्रीय संरक्षक व अखाड़ा परिषद के महामंत्री श्रीमहंत हरिगिरि के दिशा-निर्देश एवं अन्र्तराष्ट्रीय सभापति श्रीमहंत प्रेम गिरि के संयोजन में दीक्षित किये जाने का कार्यक्रम सम्पन्न हो गया।  अखाड़े के अन्र्तराष्ट्रीय संरक्षक श्रीमहंत हरिगिरि ने बताया कि अखाड़े द्वारा सनातन धर्म को मजबूत करने का कार्य लगातार किया जा रहा है। अखाड़े में सबसे महत्वपूर्ण माने जाने सन्यासियों को दीक्षित किये जाने की प्रक्रिया इसी का एक और प्रयास है। उन्होने सभी नवदीक्ष्ति सन्यासियों से अखाड़े के साथ साथ सन्यास परम्परा के अनुरूप चलने का आहवान किया।        गौरतलब है कि जूना अखाड़े में एक हजार से अधिक नागा सन्यासियों को दीक्षित किये जाने का सिलसिला सोमवार को सुबह प्रारम्भ हुई,सबसे पहले सभी चारों मढ़ियों चा

मुख्यमंत्री ने श्री गंगा सभा की ओर से आयोजित गंगा पूजन में की पूजा-अर्चना

Image
हरिद्वार –महाकुंभ के इतिहास में पहली बार हरकी पैड़ी ब्रह्मकुंड पर 151 आचार्यों की ओर से किया गया शंखनाद। श्री गंगा सभा की ओर से महाकुंभ 2021 के सफल और शांतिपूर्ण आयोजन के लिए हरकी पैड़ी ब्रह्मकुंड पर आयोजित महापूजन में धार्मिक आस्था का माहौल रहा। ब्रह्मकुंड पर मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत के साथ ही श्रीगंगा सभा के पदाधिकारी, 13 अखाड़ों के प्रतिनिधि व प्रशासनिक अधिकारी अलग-अलग अपने अपने स्थान पर कलश, शंख, घंटी एवं पूजन सामग्री के साथ बैठकर मां गंगा का ध्यान कर रहे थे।  मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत, अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमहंत नरेंद्र गिरि, महामंत्री श्रीमहंत हरि गिरि, निरंजनी अखाड़े के सचिव रविन्द्रपूरी, विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचन्द अग्रवाल, नगर विकास मंत्री वंशीधर भगत, मुख्य सचिव ओम प्रकाश, सचिव शहरी विकास शैलेश भगोली, मेलाधिकारी दीपक रावत , आईजी मेला संजय गुंज्याल, डीएम सी. रविशंकर, एसएसपी हरिद्वार सैंथिल अबुदई कृष्ण राज एस, एसएसपी कुंभ जन्मजेय खंडूरी सहित अन्य अधिकारियों ने मंगलवार को हरकी पैड़ी ब्रह्मकुंड पर श्रीगंगा सभा की ओर से आयोजित मां गंगा के पूजन कार्यक्रम में प्रतिभाग किय