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Showing posts from July 12, 2019

सेना में पहली बार महिलाओं को सैन्य पुलिस में भर्ती

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देहरादून –  सेना में   पहली बार महिलाओं को सैन्य पुलिस में भर्ती करने जा रही है। अप्रैल के महीने में समाचार पत्रों में विज्ञापन के द्वारा सूचना जारी की गयी थी। इसके लिए आवेदन की ऑनलाइन प्रक्रिया  25  अप्रैल से  30  जून तक चली। ऐसा पहली बार होगा जब सेना में सैन्य पुलिस में सैनिकों के रूप में महिलाएं आवेदन कर सकती हैं। सेना के जनरल बिपिन रावत ने सेना प्रमुख के रूप में कार्यभार संभालने के तुरंत बाद इस परियोजना को शुरू किया। भर्ती रैली अम्बाला , लखनऊ ,  जबलपुर ,  बेलगाम और शिलोंग में होने की उम्मीद है। हजारों की संख्या में लडकियों ने इसके लिए ऑनलाइन आवेदन किया है ,   जिसमे उत्तराखंड कि बेटियों ने भी प्रतिभाग लिया है। इन भर्तियों के प्रशिक्षण के लिए  ,10  जुलाई से यूथ फाउंडेशन ने उत्तराखंड की बेटियों के लिए सरदार भगवान सिंह यूनिवर्सिटी ,   बालावाला में निशुल्क कैंप का आयोजन किया है। इस शिविर का हिस्सा वही युवतियाँ बन पाएँगी ,   जिन्होंने भारतीय सेना पुलिस के लिया ऑनलाइन आवेदन कर रखा है। यूथ फाउंडेशन के सदस्य सूरज कोठियाल ने बताया कि शिविरों का हिस्सा बनी लड़कियों को अनुभवी महिला अध्या

शिक्षकों को लगातार स्वयं को अपडेट रखना चाहिए-राज्यपाल

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देहरदून–राज्यपाल  बेबी रानी मौर्य ने राजभवन में उत्तराखण्ड परिषदीय परीक्षा 2019 में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले मेधावी छात्र-छात्राओं तथा उत्कृष्ट विद्यालयों को ‘‘गवर्नर्स अवार्ड 2019’’ से सम्मानित किया। राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने कहा कि शिक्षकों को राज्य के दूरस्थ पर्वतीय क्षेत्रों में सेवा देने हेतु भी तत्पर रहना चाहिये। छात्र-छात्राओं को सम्बोधित करते हुए राज्यपाल  बेबी रानी मौर्य ने कहा कि विद्यार्थियों को समाज के सफल लोगो से सीख और प्रेरणा लेकर अपनी अलग पहचान बनाने का प्रयास करना चाहिये। राज्यपाल   ने कहा कि यह प्रसन्नता की बात है कि उत्तराखण्ड राज्य की विद्यालयी शिक्षा व परिणामों में निरन्तर सुधार हो रहा है। इस वर्ष राज्य के दसवीं एव बारहवी कक्षा के परीक्षा परिणाम गत वर्ष से बेहतर रहे हैं। बालिकाओं का उत्तीर्ण प्रतिशत भी बालको से बेहतर रहा है। दसवीं व बारहवीं कक्षाओं की परीक्षाओं की टाॅपर भी बालिकाएं ही हैं। राज्यपाल ने कहा कि हमें अपनी बेटियों पर गर्व है।हमें बालिका शिक्षा पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है।यदि समाज की प्रत्येक बालिका शिक्षित हो गयी तो भविष्य में पूरा समाज शि