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Showing posts from December 25, 2018

अपना पंजीकरण कराने के लिए उमड़ी भीड़

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देहरादून- उत्तराखण्ड राज्य के निर्माता भारत रत्न व पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी के जन्म दिन पर मुख्यमंत्री  त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने ‘‘अटल आयुष्मान उत्तराखंड योजना’’ का शुभारम्भ किया। इस योजना के लागू होने से उत्तराखंड पहला राज्य है, जहां सभी प्रदेश वासियों को निशुल्क स्वास्थ्य सुरक्षा प्रदान की जा रही हो। उत्तराखंड राज्य के प्रणेता स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी  के जन्म दिवस पर शुरू की जा रही यह योजना स्वास्थ्य के क्षेत्र में क्रांतिकारी साबित होगी। मुख्यमंत्री ने विभिन्न लाभार्थियों को गोल्डन कार्ड वितरित किए। उनकी उपस्थिति में योजना के तहत चिन्हित विभिन्न अस्पतालों के साथ एमओयू का आदान-प्रदान भी किया गया। मुख्यमंत्री ने योजना के तहत जल्द ही बच्चों व बुजुर्गों के लिए निशुल्क ओपीडी की भी सुविधा देने व 26 जनवरी से राज्य में पूरी तरह से समर्पित एयर-एम्बुलेंस शुरू करने की घोषणा की।इस प्रकार उत्तराखण्ड राज्य मेें  लगभग 23 लाख निवासरत परिवारों को निशुल्क चिकित्सा सुविधा प्राप्त हो सकेगी। यह सुविधा राज्य के सरकारी चिकित्सालयों एवं सूचीबद्ध निजी चिकित्सालयों में दी जायेगी।इस यो

यूकेडी का एक दिवसीय उपवास

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देहरादून –वीर चंद्र सिंह गढवाली की 126 वी जयंती पर उत्तराखण्ड क्रांति दल द्वारा उनको नमन करते हुए दल के  अध्यक्ष दिवाकर भट्ट के नेतृत्व में एक दिवसीय उपवास व भाजपा कांग्रेस के लिए बुद्धि शुद्धि यज्ञ देहरादून कचहरी परिसर शहीद स्मारक पर किया गया।राज्य के इन 18 सालों में हालात जो बद्द से बद्दर हुआ इसके लिए भाजपा कांग्रेस जिम्मेदार है। वीर चंद्र सिंह गढवाली जो उत्तराखण्ड राज्य के पक्षधर रहे है उत्तराखण्ड राज्य की राजधानी को गढवाली जी दूधातोली से गैरसैण को कहते थे।दल ने सन 1992 में आज के ही दिन गैरसैण में गढवाली की मूर्ति स्थापित पहाड़ के गांधी स्व०इंद्र मणि बडोनी के नेतृत्व में स्थापित की।इसीलिए आज के दिन दल द्वारा एक दिवसीय उपवास करके यज्ञ किया गया जिसमें राज्य की भूमि को बचाने जिसके लिए कड़ा भू कानून लाया जाए।राज्य के बेरोजगारो को राज्य में स्थापित उधोगो में 70 प्रतिशत रोजगार देना,किसानों की मांगें तथा ऋण माफ़ी,राज्य के किये कारगर नीतियों जिसमे शिक्षा,स्वास्थ्य,को लेकर बनाना।राज्य की स्थायी राजधानी गैरसैंण घोषित करना। महिलाओं की सुरक्षा के लिए सख्त कानून बनाना के लिए उपवास किया गया।