म्यूकर माइकोसिस से दिमाग,आंख और नाक पर बुरा असर पड़ता हैं
ऋषिकेश – प्रदेश में म्यूकर माइकोसिस के मरीजों की संख्या में लगातार हो रही बढ़ोत्तरी के मद्देनजर ग्रसित मरीजों के लिए एम्स, ऋषिकेश में 100 बेड तैयार किए गए हैं। इनमें आईसीयू सुविधा वाले 10 बेड शामिल हैं। म्यूकर माइकोसिस के मरीजों के समुचित उपचार के लिए एम्स में विशेषज्ञ चिकित्सकों की 2 टीमें गठित की गई हैं। इन टीमों में ईएनटी, न्यूरो, नेत्र, डेंटल और माइक्रोबायोलॉजी के चिकित्सक शामिल हैं। इस बाबत डीन हॉस्पिटल अफेयर्स प्रोफेसर यूबी मिश्रा ने बताया कि वर्तमान में एम्स में म्यूकर माइकोसिस के 70 पेशेंट भर्ती हैं। कोविड पाॅजिटिव और कोविड नेगेटिव रोगियों को अलग-अलग वार्डों में रखा गया है। म्यूकोर माइकोसिस के मरीजों की सर्जरी के लिए अलग-अलग ऑपरेशन थिएटर आरक्षित किए गए हैं। उन्होंने बताया कि संस्थान में म्यूकर माइकोसिस रोगियों की संख्या लगातार बढ़ रही है। इसे देखते हुए अस्पताल में 10 आईसीयू बेडों समेत कुल 100...