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Showing posts from July 3, 2017

मैड ने रिस्पना और बिंदाल की बिगड़ती हालात के बारे में लोगों को जागरूक किया

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मेकिंग ए डिफ्फेरेंस बाय बीइंग दी डिफ्फेरेंस (मैड) ने  गांधी पार्क में एक पेपर बैग मेकिंग अभियान चलाया जिसके बाद नुक्कड़ नाटक के माध्यम से उन्होंने रिस्पना और बिंदाल की बिगड़ती हालात के बारे में लोगों को जागरूक कराया।रिस्पना और बिंदाल केअस्तित्व में बाधा रखने वाली प्राथमिक समस्या नदी किनारे पर मानव अतिक्रमण, सरकार द्वारा उपेक्षा आदि हैं। यह कचरे का निपटान नदियों के साथ वन्य जीवन को भी नकारात्मक रूप से प्रभावित कर रहा है। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हाइड्रोलॉजी रुड़की द्वारा किए गए अध्ययन के अनुसार, रिस्पाना एक बारहमासी धारा है और बिंदल में भी 1980 तक पानी था।  मानसून के मौसम में भारी बारिश की स्थिति में पानी के प्रवाह के कारण नदी के तल पर बसी बस्तियों के विनाश का खतरा है।इस सबको ध्यान में रखते हुए करीब मैड के 30 मैड सदस्य शाम 4 बजे गांधी पार्क में एकत्र हुए। वहां 2 घंटे तक सदस्यों ने अपना पेपर बैग बनाने का अभियान चलाया जिसमें उन्होंने पार्क में घूमने आये लोगों को भी शामिल किया।  सदस्यों ने गांधी पार्क के सामने एक नुक्कड़ नाटक किया जिसके द्वारा उन्होंने नदियों के महत्त्व और उनके पुनर्जीवन की ज़र

किसानों को आत्म हत्या के लिए मजबूर होना पड़ता है- कांग्रेस अध्यक्ष

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प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष  प्रीतम सिंह ने किसानों द्वारा सहकारी बैंको से लिए गये ऋण के ब्याज माॅफ किये जाने सम्बन्धी सहकारिता मंत्री धन सिंह रावत के बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि उत्तराखण्ड के सभी किसान गरीब परिवारों से आते हैं तथा उनकी आय का एकमात्र साधन मात्र खेती ही  बहै। पर्वतीय राज्य होने के कारण यहां के किसानों की खेती वर्षा के जल पर ही निर्भर करती है तथा अधिक वर्षा एवं ओला वृष्टि होने के कारण यहां के किसानों की सब्जी, फल सहित सभी फसलें पूर्ण रूप से बर्बाद हो जाती है। ऐसी परिस्थितियो में बैंकों तथा सहूकारों से लिया गया कर्ज लौटाने में किसानेां को परेशानी का सामना करना पड़ता है।     प्रीतम सिंह ने कहा कि बैंकों द्वारा जिस प्रकार किसानों पर कर्ज लौटाने के लिए विभिन्न माध्यमों से दबाव बनाया जा रहा है तथा उसके बाद किसानों को आत्म हत्या के लिए  मजबूर होना पड़ रहा है वह निन्दनीय है।    उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने अपने घोषणा  पत्र में भी किसानों के कर्ज माॅफ करने का वायदा किया था परन्तु अब सरकार उससे विमुख होती जा रही है। उन्हेांने कहा कि वर्ष  2013 में उत्तराखण्ड

38वें राष्ट्रीय खेलों की अभी से तैयारी शुरू करें - मुख्यमंत्री रावत

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उत्तराखण्ड में आयोजित होने वाले 38वें राष्ट्रीय खेलों के आयोजन के संबंध में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने  सचिवालय में बैठक ली। बैठक में राष्ट्रीय खेलों में उत्तराखंड का प्रदर्शन श्रेष्ठ करने के लिए अभी से तैयारी करने पर बल दिया।उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के लिए बैडमिंटन, बॉक्सिंग, बास्केटबॉल, वाटर स्पोर्ट्स, जूडो-कराटे व एथेलेटिक्स में विशेष प्रदेर्शन की संभावनाए है।मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि खिलाड़ियों के लिए  आवश्यकता पड़ने पर विदेशों से भी ट्रेनर एवं कोच लाए जाएं।मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र ने कहा कि राज्य में खेल हो रहे है यह गौरव की बात है। किंतु इन खेलों की सार्थकता तभी है, जब इन खेलों के बाद उत्तराखंड में खेल का माहौल बन सकें।  मुख्यमंत्री  त्रिवेंद्र ने कहा कि राष्ट्रीय खेलों के आयोजन से पूर्व न्याय पंचायत, ब्लॉक, जनपद एवं राज्य स्तर पर खेल महाकुंभ का भी आयोजन किया जाए।  खेलों के प्रति प्रोत्साहित करने के लिए सभी खिलाड़ियों को प्रशस्ति पत्र प्रदान किया जाए, ताकि उत्तराखंड में खेल का वातावरण तैयार हो सकें।  मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि चयन प्रक्रिया में विशेष निष्पक्षता