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Showing posts from March 11, 2020

भारत व इंडो के बीच संबंधों को मजबूत करता पद्मासन मन्दिर

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ऋषिकेश-  एक वर्ष पहले भारत और बाली-इंडोनेशिया के मध्य सांस्कृतिक सम्बंधों को मजबूत करने के लिए स्थापित पद्मासन मन्दिर की प्रथम वर्षगांठ मनायी गयी। यह बाली के हिंदू लोगों के लिये ’’इडा संग ह्यंग विधी वासा’’ भगवान की पूजा करने के लिये एक मंदिर है।  पद्मासन स्थूल जगत या भुआना अगुंग ब्रह्माडं का प्रतीक और चित्र है। इंडोनेशिया के चारों ओर कई इमारतों में पद्मासन पाया जा सकता हैं। पद्मासन , कावी भाषा (पुराने जावानीस) से आया यह दो शब्दों से बना है, पद्मा का अर्थ है कमल का फूल या केन्द्र और आसन का अर्थ है सिंहासन।  पद्यासन का अर्थ ब्रह्माण्ड की छवि जो इडा सांग हयांग विधी वासा का स्थान है। पद्मासन का मुख्य कार्य सर्वशक्तिमान ईश्वर की पूजा करने का स्थान है।  पद्मासन पर अंकित चिन्ह प्राकृतिक स्तरों का प्रतिनिधित्व करते हैं जिन्हे हिन्दू लोग ट्राई लोका मानते हैं। त्रिलोक में भू लोक अर्थात पृथ्वी, भुव लोक (वायुमंडल) और स्व लोक अर्थात स्वर्ग शामिल हैं। इस प्रतीक को बेदावांग नाला (हिंदू पौराणिक कथाओं में बड़ा कछुआ) से अंताबोगा और बासुकी (दो ड्रैग) के साथ देखा जा सकता है।इंद्र उदयन, संस्थापक अध्यक्ष

झाड़ियों में मिला लावारिस नवजात शिशु

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 सहसपुर– सहसपुर थाने की चीता मोबाइल पुलिस अपनी नियमित गश्त करते हुए चोरखाला पर पहुँचे तो चोरखाला के समीप स्थित झाड़ियों के बीच से किसी शिशु के रोने की आवाज आई, जिसे सुनकर चीता मोबाइल पुलिस  वहां पहुंचे तो एक नवजात शिशु नग्न अवस्था में काफी बुरी स्थिति में पड़ा हुआ मिला। आवज सुनने के बाद तुरन्त चीता पुलिस ने वहीं से कपड़े की व्यवस्था करके नवजात शिशु को पहनाकर वहां से उसे सीएचसी सहसपुर में भर्ती किया गया। जहां नवजात शिशु को प्राथमिक चिकत्सा दी गयी। नवजात शिशु की हालत मे सुधार होने पर थाना पुलिस ने चाईल्ड हेल्प लाईन 1098 पर नवजात शिशु के लावारिस मिलने की सूचना दी गयी तथा नवजात शिशु को सुरक्षा की दृष्टि से चिकित्सकों द्वारा दून अस्तपाल रेफर कर दिया गया। थाना सहसपुर पर पुलिस ने नवजात शिशु को एम्बुलेन्स के माध्यम से दून अस्पताल भर्ती कराया गया। इस सम्बन्ध में उच्चाधिकारीयों को अवगत कराया गया। जिस पर ए एस पी /थानाध्यक्ष सहसपुर थाने के  द्वारा अस्पताल में जाकर  नवजात शिशु के स्वाथ्य की जानकारी ली गयी तथा  चाईल्ड हेल्प लाईन 1098 की टीम भी दून अस्तपाल पहुंची तथा नवजात शिशु को अपनी देखरेख मे