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Showing posts from January 3, 2018

बिड़ला ग्रुप के चेयरमैन यशोवर्द्धन बिड़ला ने मुख्यमंत्री से भेंट की

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देहरादून -मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत से  मुख्यमंत्री आवास में यश बिड़ला ग्रुप के चेयरमैन यशोवर्द्धन बिड़ला ने भेंट की।  बिड़ला ने मुख्यमंत्री को उत्तराखण्ड में शिक्षा, स्वास्थ्य, आयुष, आयुर्वेद पंचकर्म व उद्योग के क्षेत्र में निवेश से सम्बन्धित सम्भावनाओं पर चर्चा की। मुख्यमंत्री  त्रिवेन्द्र ने यश बिड़ला ग्रुप को आश्वस्त किया कि राज्य में विभिन्न क्षेत्रों में निवेश से सम्बन्धित उनके प्रस्तावों पर शीघ्रता से कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी। इसके लिए उन्होंने सभी सम्बन्धित विभागीय प्रमुखों को कार्यवाही के भी निर्देश दिये।मुख्यमंत्री ने यशोवर्द्धन बिड़ला से यह  अपेक्षा की कि वे अपना कोई प्रतिनिधि भी उनके निवेश से सम्बन्धित प्रस्तावों के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए उत्तराखण्ड में नियुक्त करें। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र ने कहा कि राज्य के पर्वतीय क्षेत्रों में स्थानीय उत्पादों पर आधारित उद्योगों की स्थापना के लिये भूमि की भी व्यवस्थाएं की जा सकती है। बिड़ला के प्रस्ताव पर मुख्यमंत्री ने ऋषिकेश व देहरादून में आयुर्वेद पंचकर्म की स्थापना, स्वर्गाश्रम गंगोत्री व यमुनोत्री मे...

अपना ओटीपी नंबर किसी को ना बताएं

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देहरादून- अपर पुलिस महानिदेशक, अपराध एवं कानून व्यवस्था अशोक कुमार, उत्तराखण्ड द्वारा बताया गया कि आजकल एटीएम फ्रॉड से सम्बन्धित साईबर अपराधों के मामलों में अपराधियों द्वारा आम जनता को विभिन्न तरीको से झांसे मे लेकर उनके डेबिट क्रेडिट कार्ड एवं ओ0टी0पी0 की जानकारी प्राप्त कर उनके बैंक खातों से धनराशि निकाली जा रही है। इस प्रकार के गिरोह अधिकांशतः झारखण्ड व बिहार राज्यों से संचालित होने प्रकाश में आ रहे हैं। ऐसे प्रकरणों में अपराधी स्वयं को बैंक अधिकारी ए0टी0एम0 मुख्यालय सेन्टर से वार्ता करने की बात कहकर प्रमुख रुप से निम्न बातो का झांसा देकर एटीएम की जानकारी प्राप्त करते है।हैलो मै आपके बैंक से मैनेजर बोल रहा हूं, आपके एटीएम कार्ड की वैद्यता समाप्त हो रही है। हैलो मै आपके बैंक से मैनेजर बोल रहा हूं, आपके एटीएम कार्ड को आधार से लिंक करना है आपके डेबिट क्रेडिट कार्ड को आधार से लिंक करना है।हैलो में आपके बैक से बोल रहा हूंआपका डेबिट क्रेडिट कार्ड ब्लॉक होने वाला है  आदि-आदि......की जानकारी लेने के बाद अपराधी उस व्यक्ति के खातो से विभिन्न ऑनलाईन पेमेन्ट गेटवे के माध्यम से ऑनलाईन शॉ...

उत्तराखंड की मदद को आगे आया हंस फाउंडेशन

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देहरादून -मुख्य सचिव  उत्पल कुमार सिंह की अध्यक्षता में हंस फाउंडेशन के स्टीयरिंग कमेटी की बैठक हुई। गौरतलब है कि हंस फाउंडेशन द्वारा राज्य में 250 करोड़ रुपये का कार्य किया जा रहा है। उत्तराखण्ड 2020 की इस परियोजना के लिए राज्य सरकार का हंस फाउंडेशन के साथ करार हुआ है। बैठक में स्वास्थ्य के बारे में बताया गया कि 12 मोबाइल मेडिकल यूनिट संचालित है। मार्च तक 09 अन्य यूनिट भी कार्यरत हो जाएंगे। कैंसर के इलाज के लिए दो अन्य मैमोग्राफी वैन जनवरी के अंत तक सुपुर्द हो जाएंगे। हल्द्वानी कैंसर यूनिट के लिए मैक्स अस्पताल से सर्जिकल ऑन्कोलॉजिस्ट देने पर सहमति हो गयी है।  इसके अलावा हंस आरोग्य कार्यक्रम के तहत मैक्स, महंत इंद्रेश और एच.आई.एच.टी. लगाया गया है। अब तक 435 बच्चों का इलाज कराया गया है। महात्मा गांधी शताब्दी ऑप्थलमिक साइन्स सेंटर के उपकरण खरीद के लिए टेंडर कर दिया गया है। पिथौरागढ़, टिहरी और पौड़ी के जिला अस्पतालों में आई.सी.यू. यूनिट स्थापित करने की कार्यवाही चल रही है। इसके अलावा फाउंडेशन द्वारा सामुदायिक सहभागिता से ग्रेविटी पर आधारित पेयजल की व्यवस्था की जा रही है। वाॅट...

बायो-क्रश रिवर्स वेन्डिंग मशीन से प्लास्टिक बोतलों के रिसाइक्लिंग करेगी

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देहरादून -मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने  सचिवालय परिसर में स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के अन्तर्गत बायो-क्रश रिवर्स वेन्डिंग मशीन का शुभारम्भ किया। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि स्वजल परियोजना एवं इलाहाबाद बैंक के सहयोग से स्थापित इस बायो-क्रश रिवर्स वेन्डिंग मशीन का उद्देश्य सचिवालय परिसर में प्लास्टिक बोतलों के उपयोग के पश्चात् उनका निस्तारण एवं रिसाइक्लिंग किया जाना है। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि सचिवालय में विभागीय कार्यों के लिए जनता का आवगमन बना रहता है एवं कार्मिकों की संख्या भी अधिक है। इस रिवर्स वेन्डिंग मशीन के प्रयोग से लोगों के व्यवहार परिवर्तन के साथ ही इसका प्रभाव स्वच्छता के लिए बड़े  स्तर पर पड़ेगा। उपयोग की गई प्लास्टिक बोतलों का उचित निस्तारण भी किया जा सकेगा। उन्होने कहा कि इसका शुभारम्भ सचिवालय में किया जा रहा है, जिससे सचिवालय परिसर को स्वच्छ रखा जा सके। उन्होंने कहा कि प्लास्टिक की बोतलों को लोग उपयोग करने के बाद खुले स्थान पर फेंक देते हैं, जिससे गंदगी फैलने व नालियों के चोक होने की संभावना बनी रहती है व पानी का निकास नहीं हो पाता है। ...