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Showing posts from May 13, 2021

श्री केदारनाथ भगवान की पंचमुखी डोली धाम प्रस्थान हुई

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उखीमठ –बाबा केदारनाथ भगवान की पंचमुखी डोली आज श्री ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ से सादगीपूर्वक केदारनाथ धाम को प्रस्थान हुई। इस अवसर पर रावल भीमाशंकर लिंग, पुजारी बागेश लिंग, देवस्थानम बोर्ड के अपरमुख्य कार्यकारी अधिकारी बी.डी. सिंह , कार्याधिकारी एनपी जमलोकी, डोली प्रभारी यदुवीर पुष्पवान सहित प्रशासन के अधिकारी मौजूद रहे। कल केदारनाथ पहुंचेगी। देवस्थानम बोर्ड के मीडिया प्रभारी डा. हरीश गौड़ ने बताया कि17 मई को प्रात:पांच बजे श्री केदारनाथ धाम के कपाट खुलेंगे। चारधाम यात्रा स्थगित है अत: कोरोना महामारी को देखते हुए केवल मंदिरों के कपाट खुल रहे है। पूजापाठ से जुड़े कुछ ही लोगों को धामों में जाने की अनुमति दी गयी है। आज दिन में 12.15 बजे श्री यमुनोत्री धाम के कपाट खुलेंगे। जबकि कल 15 मई गंगोत्री धाम एवं 18 मई  प्रात: को श्री बदरीनाथ धाम के कपाट खुल रहे है।

किसी भी आयु वर्ग का कोरोना संक्रमित व्यक्ति संक्रमण के 28 दिन बाद प्लाज्मा डोनेट कर सकता है

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 देहरादून – यदि आप कोविड पाॅजिटिव हैं तो घबराएं नहीं। इसके लक्षण पता लगने पर पहले सप्ताह के दौरान यदि प्लाज्मा थैरेपी से उपचार किया जाए, तो कोविड संक्रमण में उपचार की यह तकनीक विशेष लाभकारी होती है। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान एम्स ऋषिकेश में प्लाज्मा थैरेपी पद्धति से अब तक 146 कोविड संक्रमित मरीजों का इलाज किया जा चुका है।       एम्स निदेशक प्रोफेसर रवि कान्त ने इस बाबत बताया किकॉनवेल्सेंट प्लाज्मा एंटीबॉडी प्रदान करने का काम करता है। इसके उपयोग से संक्रमित व्यक्तियों में वायरस बेअसर हो जाता है। उन्होंने बताया कि जब कोई व्यक्ति किसी सूक्ष्म जीव से संक्रमित हो जाता है, तो उसके शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली इसके खिलाफ लड़ने के लिए एंटीबॉडी का उत्पादन करने का काम करती है। यह एंटीबॉडीज रक्त के प्लाज्मा में मौजूद होती है और बीमारी से उबरने की दिशा में अपनी संख्याओं में वृद्धि करती है। इससे वायरस जल्दी समाप्त होने लगते हैं। उन्होंने बताया कि इस प्रक्रिया से रिकवरी तेज होने पर पेशेंट जल्दी स्वस्थ हो जाता है। संस्थान में प्लाज्मा थैरेपी की सभी सुविधाएं उपलब्ध हैं। लिहाजा कोरोना से स्वस्थ हो