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Showing posts from January 14, 2018

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पहाड़ की बेटी की गुहार गैरसैंण राजधानी बना दो

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रुद्रप्रयाग- डबल इंजन की सरकार से बालिका आकांक्षा नेगी की गुहार पिछले 17 सालों से उत्तराखंड अपनी स्थाई राजधानी के लिए भटक रहा है और राजनीतिक दल के नेता पहाड़ के वासियों को  आश्वासन के अलावा कुछ नहीं दे पा रहे हैं इसी से खिन्न होकर पहाड़ की बेटी ने डबल इंजन की सरकार को मार्मिक चिट्ठी लिखकर झकझोर करने का काम किया है। बालिका ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी भेजकर पहाड़ की ज्वलंत समस्याओं को अपनी चिट्ठी में उकेर ने के साथ ही गैरसैंण को राजधानी बनाने की विनती की है। चिट्ठी में बालिका ने शिक्षा, सड़क, स्वास्थ्य, प्राकृतिक आपदा, जंगली जानवरों के आतंक जैसी गम्भीर सवालों को उठाया है।नालंदा पब्लिक स्कूल, रुद्रप्रयाग में कक्षा सात में पढ़ रही 13 वर्षीय आकांक्षा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भेजी चिट्ठी में लिखा है कि- मेरे आदरणीय प्रधानमंत्री जी, नमस्ते। मैं पहाड़ के एक छोटे से नगर रुद्रप्रयाग में रहती हूं। पहले अपने गांव राजकीय प्राथमिक विद्यालय कनकचौरी (पोखठा) में पढ़ती थी, लेकिन वहां न तो छात्र थे और न ही अध्यापक। मेरी छोटी बहन कक्षा तीन में पढ़ती है जबकि भाई दूसरी कक्षा में है। ग

मुख्यमंत्री ने महिला कार रैली को झंडी दिखाकर रवाना किया

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देहरादून -मुख्यमंत्री  त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने  मुख्यमंत्री आवास से फेडरेशन आॅफ इंडियन चैम्बर्स आॅफ काॅमर्स एंड इंडस्ट्री(फिक्की) की वूमन बिजनेस शाखा फिक्की लेडीस आॅर्गेनाईजेशन(फिक्की फ्लो) द्वारा आयोजित महिला कार रैली को झंडी दिखाकर रवाना किया। रैली का उद्देश्य महिला सशक्तीकरण, बेटी बचाओं- बेटी पढ़ाओं व कन्या भ्रण हत्या को रोकने के लिये इस रैली का आयोजन किया गया। इस कार रैली में सिर्फ महिला ड्राईवर ने भाग लिया। पुरूष सहभागी केवल यात्री के रूप में शामिल हुए। इस महिला कार रैली में 60 गाड़िया शामिल थी। राज्यभर में विभिन्न शहरों से महिलाओं ने कार रैली के लिये पंजीकरण करवाया। रैली का समापन और पुरस्कार वितरण समारोह मसूरी डायवर्जन स्थित अंतारा सीनियर लिविंग में होगा।बेटी बचाओं बेटी पढ़ाओं अभियान के लिए महिला कार रैली के सफल आयोजन हेतु शुभकामनाएं व बधाई देते हुए मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि यह प्रसन्नता की बात है कि महिला सशक्तिकरण व भू्रण हत्या रोकने के उद्येश्य से संचालित इस रैली का आरम्भ मुख्यमंत्री आवास से हो रहा है।राज्य के कुछ जिलों 8 महीने पहले लिंगानुपात कम पाया गया।  पिथौरागढ़

लद्दाख से आये बौद्ध धर्म गुरू के साथ मकर संक्रान्ति का पर्व मनाया

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ऋषिकेश- परमार्थ निकेतन में विदेशी सैलानियों, लद्दाख से आये बौद्ध धर्म गुरू लामा, बौद्ध धर्म की अनुयायी युवा भिक्षुनियाें एवं परमार्थ गुरूकुल के ऋषिकुमारों ने स्वामी चिदानन्द सरस्वती एवं साध्वी भगवती सरस्वती  के सानिध्य में धूमधाम से मकर संक्रान्ति का पर्व मनाया। स्नान, दान, ध्यान, यज्ञ एवं गंगा तट की स्वच्छता के साथ आज के पावन पर्व की शुरूआत हुई।भारत की दो महान संस्कृतियाँ, सनातन धर्म और बौद्ध धर्म के अनुयायी जिसमें हिन्दू धर्म के ऋषिकुमारों एवं बौद्ध धर्म की युवा भिक्षुनियों ने मिलकर माँ गंगा के तट पर विश्व शन्ति के लिये प्रार्थना की और स्वामी चिदानन्द सरस्वती की प्रेरणा से इन नन्ही-नन्ही बौद्ध कन्याओं ने पौधा रोपण कर पर्यावरण को समर्पित हरित मकर संक्रान्ति मनायी।स्वामी चिदानन्द सरस्वती ने मकर संक्रान्ति के विषय में जानकारी देते हुये कहा कि ’सूर्य का एक राशि से दूसरी राशि में जाना संक्रान्ति काल होता है और वर्ष में 12 संक्रान्तियां होती है परन्तु पौष माह की संक्रान्ति विशेष होती है इस दिन सूर्य, पृथ्वी के उत्तरी गोलार्द्ध की ओर मुड़ जाता है। परम्परा के अनुसार पौष माह में सूर्य मकर