Posts

Showing posts from September 9, 2018

गुलामी के कालखंड में धर्म परिवर्तन नहीं हुआ –परिषद

Image
देहरादून –बडोवाला स्थित गोगा पीर के प्रांगण में विश्व हिंदू परिषद की स्थापना दिवस के उपलक्ष में महानगर बजरंगदल के द्वारा युवा शक्ति का सम्मेलन संपन्न हुआ इस सम्मेलन की अध्यक्षता विहिप उपाध्यक्ष नवीन गुप्ता एवं मुख्य अतिथि विकास वर्मा तथा मुख्य वक्ता के रूप में प्रांत सेवा प्रमुख रमा शंकर कौशिक ने कहा जबसे भारत स्वतंत्र हुआ है गुलामी के कालखंड में धर्म परिवर्तन नहीं हुआ होगा जितना स्वतंत्र भारत में हुआ आज देश की विभाजनकारी शक्तियां प्रचुर मात्रा में सक्रिय रहे हो रही है चाहे वह आतंकवाद के माध्यम से हो जातीय संघर्ष धार्मिक विद्वेष लव जिहाद आदि षड्यंत्र चल रहे हैं विश्व हिंदू परिषद की युवा शक्ति लव जिहाद को रोकने के कार्य में तेजी के साथ लगी हुई है जबकि देवभूमि में धर्म स्वतंत्रता विधेयक लागू है उसके पश्चात भी षड्यंत्रकारी तत्व धर्म परिवर्तन के काम में लगे हुए हैं लव जिहाद को रोकने के लिए बजरंग दल के कार्यकर्ता घर-घर जाकर मां बहनों को इस जिहाद के बारे में जागरुक करने का कार्य कर रहे हैं संगठित हिंदू समर्थ भारत का निर्माण कर सकता है आज देश में और देश के लिए जीने के लिए नौजवानों से आग्र

हरितालिका तीज की सभी को बधाई – राज्यपाल

Image
देहरादून–उत्तराखण्ड की राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने गोर्खाली तीज के अवसर पर गोर्खाली महिला हरितालिका तीज कमेटी द्वारा महिन्द्रा ग्राउण्ड, गढ़ी कैंट में आयोजित कार्यक्रम में सम्मिलित हुई। उन्होंने हरितालिका तीज कमेटी को इस कार्यक्रम को बड़े स्तर पर आयोजित करने के लिए बधाई दी। उन्होंने कहा कि महिलाएं शक्ति का स्वरूप होती हैं। महिलाएं यदि ठान लें तो मुश्किल से मुश्किल कार्य को कर सकती हैं। राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने कहा कि हमें अपनी भाषा, संस्कृति और परम्परा का सम्मान करते हुए अपने पर्यावरण का संरक्षण करने के प्रयास करने चाहिए। उन्होंने कहा कि आज हिमालय दिवस भी है। हिमालय हमारे देश और विश्व के लिए एक वरदान है। आज बदलती जीवन शैली और बढ़ते प्रदूषण ने हिमालय को भी खतरे में डाल दिया। उन्होंने इस पावन पर्व के अवसर पर हिमालय के संरक्षण की पहल को अपने हाथों में लेने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि हिमालय के संरक्षण के लिए छोटी-छोटी कोशिशें हिमालय को बड़ा लाभ पहुंचा सकती है। उन्होंने कहा कि हमारे समस्त व्रत और पर्व पौराणिक कथाओं पर आधारित है। उन्होंने कमेटी द्वारा महिलाओं और बच्चों के लिए कराए जा