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Showing posts from May 18, 2022

उत्तराखण्ड सरकार और भारत पेट्रोलियम कारपोरेशन लिमिटेड के मध्य एमओयू पर हस्ताक्षर

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देहरादून – मुख्यमंत्री  पुष्कर सिंह धामी की उपस्थिति में उत्तराखण्ड सरकार और भारत पेट्रोलियम कारपोरेशन लिमिटेड के मध्य एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए। सीएम आवास मे आयोजित कार्यक्रम में राज्य में नवीकरणीय एवं अन्य परियोजनाओं के विकास और शत प्रतिशत वित्तीय निवेश किये जाने के लिए यह एमओयू किया गया है।उत्तराखण्ड सरकार की ओर से सचिव ऊर्जा आर मीनाक्षी सुन्दरम और भारत पेट्रोलियम कारपोरेशन लिमिटेड की ओर से मुख्य महाप्रबंधक नवीनीकरण ऊर्जा शैली अब्राहम व अधिशासी निदेशक अमित गर्ग ने हस्ताक्षर किए।  मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने एमओयू पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि इससे प्रदेश में रिन्यूबल एनर्जी विशेष तौर पर सौर ऊर्जा के क्षेत्र में प्रगति होगी। ऊर्जा और पर्यटन राज्य के विकास के दो प्रमुख आधार हैं। प्रदेश में आर्थिक विकास के साथ-साथ उद्योगों और घरेलू क्षेत्र में ऊर्जा की मांग बढ़ती जा रही है। राज्य सरकार की पूरी कोशिश है कि उत्तराखण्ड ऊर्जा सरप्लस स्टेट बने। इसके लिये सौर ऊर्जा पर भी फोकस किया जा रहा है।  मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता, प्रक्रियाओं के सरलीकरण की है। जितना ज्यादा

अब आंचल आइसक्रीम देगी अमूल आइसक्रीम को टक्कर

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देहरादून –  अब आंचल आइसक्रीम देगी अमूल आइसक्रीम को टक्कर दुग्ध विकास मंत्री सौरभ बहुगुणा ने एक स्थानीय होटल में उत्तराखंड सहकारी डेयरी फेडरेशन लिमिटेड द्वारा निर्मित आंचल आइसक्रीम का शुभारंभ किया। शुरूआत में आंचल आइसक्रीम देहरादून तथा नैनीताल जनपदो में 85 एजेंट्स के माध्यम से विक्रय के लिए उपलब्ध रहेगी।  इस अवसर पर मंत्री ने आइसक्रीम पुशकार्ट भी रवाना किए। डेयरी विभाग तथा उत्तराखंड सहकारी डेयरी फेडरेशन लिमिटेड को इस पहल के लिए बधाई देते हुए।मंत्री ने कहा कि अमूल की तरह ही उत्तराखंड के स्थानीय ब्रांड आंचल को भी डाइवर्सिफाइड करने तथा व्यवसायिक रूप से सफल बनाने की जरूरत है। हमें पूरा विश्वास है कि आमजन का भरोसा आंचल के अन्य उत्पादों की भांति ही आंचल आइसक्रीम पर भी कायम रहेगा। जल्द ही उत्तराखंड के सभी 13 जिलों में आंचल आइसक्रीम को लांच किया जाएगा। स्थानीय उत्पादों को ब्रांड के रूप में स्थापित करने की जरूरत है। आंचल जैसे स्थानीय उत्पादों को  राष्ट्रीय स्तर पर स्थापित करके ही राज्य में रिवर्स माइग्रेशन, स्वरोजगार तथा महिला सशक्तिकरण का लक्ष्य प्राप्त किया जा सकता हैं।   कार्यक्रम में प्रबंध