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Showing posts from April 5, 2018

योग का प्रयोग पर्यावरण के लिये ......

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ऋषिकेश-आयुष मंत्री, भारत सरकार श्रीपद येसो नाईक  एवं गुजरात से सांसद डाॅ  भारती शियाल परमार्थ निकेतन पहुंचे तथा उन्होंने परमार्थ निकेतन के परमाध्यक्ष  स्वामी चिदानन्द सरस्वती  से भेंट कर आशीर्वाद लिया।स्वामी चिदानन्द सरस्वती ने  श्रीपद येसो नाईक  से विभिन्न सामाजिक एवं पर्यावरण सम्बंधी विषयों पर विस्तृत चर्चा की, साथ ही उत्तराखण्ड़ के चार धाम पर्यटन, युवाओं के लिये कौशल विकास कार्यक्रम एवं युवाओं को योग के माध्यम से चिंतन शैली को सकारात्मक दिशा देने हेतु कार्यशालाओं के आयोजन पर चर्चा हुई।परमार्थ निकेतन के परमाध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती  ने कहा, ’वसुधैव कुटुम्बकम‘ को साकार करने के लिये योग एक साधन है। योग, व्यक्ति को योग्य बनाता है और उस योग्यता का उपयोग समाज के लिये, पर्यावरण के लिये, नदियों के लिये तथा पूरी धरती को प्रदूषण मुक्त करने के लिये करें। स्वामी चिदानन्द सरस्वती ने कहा कि योग से करें नये-नये प्रयोग और उन प्रयोगों का उपयोग विश्व बन्धुत्व के लिये समरसता, सद्भाव संस्कार व संस्कृति और शान्ति की स्थापना के लिये करें। स्वामी चिदानन्द सरस्वती ने कहा - योग का प्रयोग अब पर्या

6 बातों का रखें ध्यान डेंगू से रहे सावधान-डा राजेन्द्र डोभाल

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देहरादून-डा0राजेन्द्र डोभाल ने कहाकि मैं अक्सर उत्तराखण्ड के उत्पाद के बारे में जानकारी देना पसंद करता हूँ, लेकिन मेरे द्वारा इस एक ऐसे मुद्दे के बारे में बताया जा रहा है जो आने वाले मौसम के कारण होने वाली बीमारियों के बारे में जनसामान्य को पता न हो। इन बीमारियों के बारे में सामान्यतः न तो अबखारों में महत्व दिया जाता है और न ही किसी अन्य सूचना तंत्र से।डेंगू, चिकनगुनिया, इबोला आदि वायरस क्रमशः नये नाम है जो कि सामान्यतः जलवायु परिवर्तन के कारण उत्पन्न एवं भलिभांति विकसित हो गये। इनकी चार प्रजाति हैं एवं वैज्ञानिकों के अनुसार लगभग 198 प्रकार के वायरस जिनमें डेंगू, चिकनगुनिया, इबोला आदि शामिल हैं, अपने लिये अनुकूल मौसम के आने का इंतजार करते हैं। हर वायरस का अपना एक अलग गुण होता है और वह बीमारी पैदा करेंगे जिसके बारे में चिकित्सा एवं वैज्ञानिक जगत में जानकारी शून्य है क्योंकि इन वायरस की क्रिया-प्रतिक्रिया के परिणामस्वरूप उत्पन्न लक्षण या प्रोटीन के बदलाव के अध्ययन के बाद भी कोई डायग्नोस्टिक, वैक्सीन एवं उपचार आदि सम्भव है। जलवायु परिवर्तन के कारण स्वास्थ्य पर पड़ने वाले प्रभाव का यह सजग

उत्तराखंड की बागडोर नौसिखए तथा अनुभवहीन नेता के हाथ ...

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देहरादून-उत्तराखंड क्रांति दल के केंद्रीय कार्यालय में जय प्रकाश उपाध्याय ने आगामी नगर निगम चुनाव को लेकर राज्य निर्वाचन आयोग तथा राज्य सरकार के टकराव प्रकरण पर प्रदेश सरकार पर जमकर हमला बोलते हुए कहा कि राज्य सरकार हर मोर्चे पर विफल हो गई है चाहे राजधानी गैरसैंण बनाने का मामला हो, स्थानीय निकाय के सीमा विस्तार का मामला हो, रोजगार के साधन उपलब्ध कराने का मामला हो, कर्मचारियों को नियमितीकरण कराने का मामला हो,किसानों के कर्ज को माफ करने मामला हो, चाहे राज्य के विकास करने का मामला हो।राज्य सरकार द्वारा  केवल विकास के नाम पर शराब की दुकानें खोलने  पर जोर दिया गया है। यहां तक की मूलभूत सुविधाओं बिजली, पानी ,स्वास्थ्य, चिकित्सा, शिक्षा को बढ़ाने बजाएं सरकार उनका  नियमित रूप से संचालन नहीं कर पाई है।यह सरकार की विफलता का नतीजा है। सबसे बड़ा मजाक राज्य सरकार द्वारा यह किया गया है कि राज्य गठन के बाद 17- 18 वर्षों  में अभी तक लोकतांत्रिक व्यवस्था के अंतर्गत होने वाले चुनाव का संचालन सरकारों द्वारा समय पर किया जाता रहा है।किंतु वर्तमान सरकार  निकाय चुनाव न कराने के कारण विवादों में आ गई है।