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Showing posts from November 21, 2019

जल्दी ही अयुर्वेदिक के छात्रों का आन्दोलन समाप्त

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देहरादून–मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने उत्तराखण्ड आयुर्वेद विश्वविद्यालय के निजी आयुर्वेदिक कालेजों के आन्दोलनरत छात्रों के आन्दोलन को समाप्त करने के लिये प्रभावी कार्यवाही के निर्देश दिये हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस सम्बन्ध में उच्च न्यायालय के निर्देशों का अनुपालन सुनिश्चित करने के लिये भी सभी सम्बन्धित को निर्देश दिये जाय। उन्होंने कहा कि छात्रों का लम्बे समय तक आन्दोलनरत रहने से उनकी पढ़ाई प्रभावित हो रही है। अतः इस सम्बन्ध में  उच्च न्यायालय के स्तर से समय समय पर जारी निर्देशों का गहनता से अनुश्रवण किया जाये।गुरूवार को सचिवालय में आयुष विभाग से सम्बन्धित बैठक में मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि आयुर्वेद छात्रों की फीस निर्धारण हेतु स्थायी फीस निर्धारण समिति के शीघ्र गठन की भी कार्यवाही सुनिश्चित की जाए। समिति के अध्यक्ष  के लिए किसी न्यायाधीश को नामित करने के लिए पुनः उच्च न्यायालय से अनुरोध किया जाय। इस प्रकरण पर फीस निर्धारण समिति के निर्णयानुसार अग्रिम कार्यवाही सुनिश्चित की जाय।इस अवसर पर आयुष मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत, मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह, सचिव आयुष दिलीप

महाप्रबंधक के ऑफिस में गार्ड ने फांसी लगाकर आत्महत्या की

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 देहरादून–  थाना पटेलनगर को सूचना मिली कि आईएसबीटी बस अड्डे पर महाप्रबंधक ऑफिस के अंदर एक युवक द्वारा फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है।इस सूचना पर थाना पटेलनगर पुलिस द्वारा तत्काल मौके पर पहुँचकर उस युवक को फंदे से नीचे उतारा। मृतक युवक की पहचान रोहित कुमार पुत्र सुरेश कुमार निवासी नत्थनपुर, जोगीवाला थाना नेहरू कॉलोनी, देहरादून, उम्र 22 वर्ष के रूप में हुई।  पुलिस ने मृतक के परिजनों को सूचित किया गया।  मृतक युवक ISBT बस अड्डे पर रात्रि में गार्ड की नौकरी करता था।  मौके से कोई सुसाइड नोट प्राप्त नहीं हुआ है,  आत्महत्या के कारणों की जांच की जा रही है। पुलिस के द्वारा शव का पंचायतनामा भर कर शव को अग्रिम कार्रवाई के लिए मोर्चरी में रखवाया गया है।

मद्महेश्वर के कपाट शीतकाल के लिए बंद हुए

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उखीमठ– द्वितीय केदार मद्महेश्वर जी के कपाट शीतकाल के लिए  गुरूवार 11 बजे पूर्वाह्न में बंद हो गये।  प्रात: 8 बजे से  भगवान मद्महेश्वर की विशेष पूजा अर्चना के बाद पुजारी बागेश लिंग ने स्वयंभू लिंग को समाधि  दी उसके बाद विग्रह डोली मंदिर परिसर में आयी। भंडार में अपने पूजा पात्र एवं सामग्री का अवलोकन किया तथा मद्महेश्वर की डोली ने अष्ट भैरव सहित अन्य देव निशानों के साथ  मंदिर की परिक्रमा की।   मंदिर समिति के अधिकारियों -कर्मचारियों एवं रुद्रप्रयाग पुलिस- प्रशासन  की उपस्थिति में 11 बजे मंदिर का मुख्य द्वार बंद कर  प्रथम पड़ाव गौंडार के लिए प्रस्थान किया। कपाट बंद होने के अवसर पर नायब तहसीलदार एनडी जुयाल,  मंदिर सुपरवाइजर यदुवीर पुष्पवान, पूर्व सदस्य शिव सिंह रावत, वेदपाठी यशोधर मैठाणी, गणेश सेमवाल, मृत्यंजय हीरेमठ,संदीप बैंजवाल,भीष्म नारायण, रविन्द्र भट्ट, पटवारी कालीमठ डिमरी आदि मौजूद रहे। इस यात्रा वर्ष 6138 तीर्थ यात्रियों ने भगवान मद्महेश्वर के दर्शन किये।कल 22 नवंबर को श्री मद्महेश्वर की डोली देव निशानों के साथ राकेश्वरी मंदिर रांसी तथा 23 नवंबर को गिरिया प्रवास  एवं 24 नवंबर शी