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Showing posts from November 5, 2019

तृतीय केदार तुंगनाथ के कपाट हुए बंद

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उखीमठ–तृतीय केदार तुंगनाथ के कपाट शीतकाल के लिए बुधवार को प्रात: 11.30 बजे  बंद हो गये हैं। इस अवसर पर सैकड़ों श्रद्धालुओं ने दर्शन किये।  प्रातः से कपाट बंद की प्रक्रिया शुरू हुई। पूजा अर्चना,  श्रृंगार, मंदिर में भोग लगने के पश्चात स्वयंभू शिवलिंग को समाधि दी गयी इसके पश्चात तृतीय केदार तुंगनाथ जी के कपाट शीतकाल हेतु बंद किये गये। कपाट बंद होते ही चल विग्रह डोली ने मंदिर की परिक्रमा की तथा शीतकालीन गद्दी स्थल हेतु प्रस्थान हुई।  उत्सव डोली ने प्रथम पड़ाव  चोपता  के लिए प्रस्थान किया। मार्ग पर उत्सव डोली का भब्य स्वागत हो रहा है। उत्सव डोली   कल 7 नवंबर को  भनकुन प्रवास करेगी  8 नवंबर     शीतकालीन  गद्दीस्थल मक्कूमठ पहुंचेगी।श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर  समिति के उपाध्यक्ष अशोक खत्री,मठापति रामप्रसाद मैठाणी, प्रबंधक प्रकाश पुरोहित, बलबीर नेगी, पुजारी विजय भारत मैठाणी, सुबोध मैठाणी आदि मौजूद रहे। चोपता पहुंचने पर मंदिर सुपरवाइजर यदुवीर पुष्पवान डोली की अगवानी करेंगे। मंदिर समिति मीडिया प्रभारी डा.हरीश गौड़ ने बताया है कि  इस यात्रा वर्ष  16 हजार से अधिक श्रद्धालु  बाबा तुंगनाथ  पहु

मानव श्रंखला से जनता को करना पड़ा भारी परेशानियों का सामना- दसौनी

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देहरादूनः-उत्तराखण्ड प्रदेश कांग्रेस कमेटी की प्रवक्ता गरिमा महरा दसौनी ने  बयान जारी करते हुए कहा कि मानव श्रृखला के पीछे की मंशा या मकसद का कांग्रेस पार्टी स्वागत करती है परन्तु जिस तरह से बिना पूर्व तैयारी के इस कार्यक्रम का आयोजन और क्रियान्वन किया गया वह ठीक नही था जिससे आमजन मानस को काफी कठिनाईयों का सामना करना पड़ा। उन्होंने कहा कि इस आयोजन को किसी छुट्टी या रविवार के दिन किया जाता तो बेहतर होता, इसको जिस वक्त पर किया गया वह भी स्कूल एवं कार्यालय जाने का वक्त होता है। पीक हाॅर्वज में इस अयोजन को करने से लोगों को आवाजाही में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। अव्यवस्थायें भी अपने चरम पर थीं छात्र-छात्रायें अपनी परिक्षाओं में समय से नही पहॅुच पाये निजी क्षेत्र में काम करने वाले भी अपने कार्यालयों में समय से नही पहॅुच पायें जगह-जगह एंबुलेंसेस को रोका गया जिससे गंभीर रूप से बीमार लोगाें को समय पर उपचार नही मिल पाया। इन सभी बातों को नजरअंदाज करना कार्यक्रम की रूपरेखा बनाने वाले अयोजकों की संवेदनशीलता पर एक बड़ा प्रश्नचिन्ह लगाता है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से बडबोलापन दिखाते हुए नगर