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Showing posts from June 20, 2019

जम्मू-कश्मीर के स्पीकर ने किए बदरीविशाल के दर्शन

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चमोली– जम्मू-कश्मीर विधान सभा के अध्यक्ष डा.निर्मल सिंह ने प्रात:भगवान बदरीविशाल के दर्शन किये,एवं महाभिषेक पूजा की।तथा उनके साथ पत्नी ममता सिंह  एवं संत बालक योगेश्वर दास भी महाभिषेक पूजा में शामिल हुए।  देश के सुख समृद्धि की कामना की। कल देर रात डा.निर्मल सिंह  बदरीनाथ धाम पहुचे थे। वह संत बालक योगेश्वर दास के खाक चौक स्थित आश्रम में उन्होंने रात्रि विश्राम किया। महाभिषेक पूजा के पश्चात डा.निर्मल सिंह  ने बदरीनाथ धाम के रावल ईश्वरी प्रसाद नंबूदरी से  भेंट की। श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के मुख्य कार्याधिकारी बी.डी.सिंह ने विधान सभा अध्यक्ष  एवं उनकी धर्मपत्नी ममता सिंह का शाल, स्मृति चिह्न‌ देकर सम्मान किया। इस दौरान डा.निर्मल सिंह ने कहा कि बदरीनाथ धाम में दूषित जल एवं कूड़ा  अलकनंदा में प्रवाहित न हो तथा स्वच्छता का विशेष ध्यान रखा जाये, ताकि तीर्थो एवं गंगा मा़ं की पवित्रता बनी रहे।    उन्होंने संत बालक योगेश्वर दास द्वारा शहीदों की स्मृति में विगत वर्ष कारगिल के निकट किये गये शांति यज्ञ की भी प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि बदरीनाथ में सीवर ट्रीटमेंट प्लांट ऋषिगंगा एवं

मलयालम फिल्म निर्माता की इच्छा गढवाली फिल्म बनाने की

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देहरादून –  मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत से मलयालम फिल्म निर्माता, निर्देशक - केरला स्टेट फिल्म अवार्ड से सम्मानित एब्रिड शाइन, सिनेमेटोग्राफर अर्जुन रवी एवं मुख्य अभिनेत्री ने शिष्टाचार भेंट की। उन्होंने मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि उनके द्वारा 19 से 25 जून के मध्य अपनी फिल्म की शूटिंग मसूरी, देवप्रयाग, जोशीमठ व गोपेश्वर में की जा रही है। उन्होंने गढवाली में भी फिल्म बनाने की इच्छा जताई, जिसके लिए मुख्यमंत्री ने उन्हें पूरा सहयोग करने का आश्वासन दिया मुख्यमंत्री से कही। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने मलयाली फिल्मकारों का प्रदेश में स्वागत करते हुए कहा कि उत्तराखण्ड में फिल्मों की शूटिंग के लिये अनुकूल वातावरण के सृजन से फिल्म जगत में उत्तराखण्ड के प्राकृतिक सौन्दर्य की पहचान बनी है। उत्तराखण्ड का नैसर्गिक सौन्दर्य अधिकाधिक फिल्म निर्माताओं को अपनी ओर आकर्षित कर रहा है। उत्तराखण्ड प्राकृतिक सौन्दर्य से भरपूर होने के साथ ही सांस्कृतिक रूप से समृद्ध राज्य है। फिल्म निर्माताओं के लिए फिल्मों के फिल्मांकन के साथ ही समृद्ध लोक परम्पराओं व संस्कृति को कथानक में प्रस्तुत करने की भी व्य

वर सूर्यकांत और वधु कृतिका का नव जीवन की शुरूआत

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औली–उत्तराखण्ड की खूबसूरत वादियों में बसे औली में  दक्षिण अफ्रीका और दुबई में बसे भारतीय मूल के उद्योगपति  अजय गुप्ता के सुपुत्र सूर्यकांत और डायमंड कारोबारी सुरेश सिंघल की बेटी कृतिका की संस्कारी शादी में परमार्थ निकेतन के परमाध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती औरआचार्य बालकृष्ण  ने सहभाग किया। वर सूर्यकांत और वधु कृतिका को आशीर्वाद देते हुये स्वामी  चिदानन्द सरस्वती ने पर्यावरण का प्रतीक रूद्राक्ष का पौधा भेंट कर नव जीवन की हरित शुरूआत करने की प्रेरणा दी। स्वामी चिदानन्द सरस्वती ने कहा कि हिमालय की वादियों में पर्यावरण की रक्षा करते हुये भारतीय संस्कारों और संस्कृति से  युक्त विवाह वास्तव में सभी को प्रेरणा देने वाला है। भारतीय संस्कृति से जुड़े रहने और अपनी आने वाली पीढ़ियों को भी अपनी जड़ों से भारतीय संस्कृति दर्शन और संस्कारों से जोड़ने का यह श्रेष्ठ उदाहरण है। स्वामी चिदानन्द सरस्वती ने कहा कि अजय गुप्ता और अतुल गुप्ता ने शादी के भव्य समारोह को दिव्यता के साथ जोड़कर, पर्यावरण को पूर्ण रूप से संरक्षित करते हुये  आयोजित किया वह अद्भुत है। इस विवाह के पश्चात निश्चित रूप से उत्तराखण्ड के

मदरसा शिक्षकों के बकाया वेतन को लेकर केन्द्रीय मन्त्री से मिलेगा मोर्चा

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देहरादून - एस0पी0क्यू0ई0एम0 (स्कीम प्रोवाईडिंग क्वालिटी एजूकेशन इन मदरसा) योजना के तहत प्रदेश के मदरसा शिक्षकों ने अपने 04 वर्षों से बकाया वेतन की मांग को लेकर जनसंघर्ष मोर्चा अध्यक्ष एवं जी0एम0वी0एन0 के पूर्व उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी से मुलाकात कर मांग पत्र सौंपा। नेगी ने शीघ्र ही समस्या के समाधान हेतु केन्द्रीय मानव संशाधन विकास मन्त्री डाॅ0 रमेश पोखरियाल ‘‘निशंक’’ के समक्ष मामला रखने का भरोसा दिलाया।नेगी ने कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा प्रदेश के मदरसों में उच्च गुणवत्ता युक्त शिक्षा प्रदान करने हेतु योग्य शिक्षकों की तैनाती एस पी क्यू ई एम योजना के तहत कर दी थी, लेकिन बड़ी हैरानी की बात है। कि वर्ष 2015 से आज तक इन शिक्षकों को वेतन नहीं दिया गया, जिससे इनके सामने आर्थिक संकट पैदा हो गया है।नेगी ने आश्चर्य जताते हुए कहा कि वर्ष 2015-16 से वर्ष 2017-18 तक इन 248 मदरसा शिक्षकों का 22.14 करोड़ रूपया बकाया है तथा वर्ष 2018 से अब तक का कई करोड़ रूपये बकाया है, लेकिन केन्द्र सरकार से कई बार आग्रह करने के बावजूद भी भुगतान नहीं किया जा रहा है। वर्ष 2014-15 की द्वितीय किश्त 57.6 लाख की भारत