धोखाधड़ी में दो नाईजीरियन गिरफ्तार
देहरादून-- बढ़ते साईबर अपराधों के परिप्रेक्ष्य में साईबर अपराधी आम जनता की गढ़ी कमाई हेतु अपराध के नये- नये तरीके अपनाकर धोखा धड़ी कर रहे हैं। इस प्रकार के अपराध में अपराधियों द्वारा आम जनता को व्यापार मे भागीदारी करने, लॉटरी जीतने, विदेशी फण्ड को भारत में निवेश करने के नाम पर, फेसबुक के नाम से दोस्ती कर उपहार भेजने के नाम पर प्रलोभन देकर धोखाधड़ी की जाती है। अपराध के इस तरीके को नाईजीरियन फ्रॉड के नाम से भी जाना जाता है। इसी प्रकार के कई मामले विगत दिनों देहरादून स्थित साईबर थाने में पंजीकृत हुये हैं, जिसमें से अलग-अलग दो प्रकरणो में अलग-अगल व्यक्तियों से भारत में व्यापार में भागीदारी करने के नाम पर फोन व ई-मेल के माध्यम से सम्पर्क कर अपराधियों द्वारा विभिन्न बैंक खातों में धोखाधड़ी करके लगभग 98लाख व 32 लाख जमा करवाये गये थे, जिसके सम्बन्ध में वादी द्वारा की गई शिकायत के आधार पर रिधिम अग्रवाल, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक,एस0टी0एफ0 द्वारा इस प्रकरण को थाना साईबर क्राईम को सौंपते हुये अपराध का अनावरण कर अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु थाने को निर्देशित किया गया था। उक्त मामले में पंजीकृत मुकदमें में साईबर थाने में नियुक्त भारत सिंह एवं निरीक्षक पंकज पोखरियाल द्वारा विवेचना की जा रही थी।
विवेचना के दौरान की गई कार्यवाही के फलस्वरूप में उक्त सम्बन्ध में अरुणाचल प्रदेश से गिरफ्तार किये गये तीन अभियुक्तों की गई पूछताछ के दौरान अभियुक्तों द्वारा उक्त अपराधों के मुख्य सरगनाओं के सम्बन्ध में महत्वपूर्ण जानकारी दी गई थी। अभियुक्तों से प्राप्त महत्वपूर्ण जानकारी के आधार पर निरीक्षक भारत सिंह के नेतृत्व में टीम का गठन कर मुख्य अभियुक्तों की गिरफ्तारी व आवश्यक कार्यवाही हेतु टीम को दिल्ली नोएडा के लिये रवाना किया गया। टीम द्वारा संकलित किये गये साक्ष्यों के आधार पर अभियुक्तों द्वारा प्रयोग किये गये मोबाईल नम्बरों बैंक खातों सी0सी0टी0सी0 फुटेज आदि का विवरण प्राप्त करते हुये 24-फरवरी को उपरोक्त प्रकरण में प्रकाश में आये दो नाईजीरियन अभियुक्तों James John Uche एवं Cristopher Chukwudunem Ndukhaihe को गौतमबुद्ध नगर नोएड उ0प्र0 से गिरफ्तार किया गया। उक्त अभियुक्तगण नाईजीरियन फ्रॉड जैसे संगठित अपराध के बड़े गिरोह के सदस्य है। गिरफ्तार किये गये दोनों अभियुक्त साईबर थाने निम्न मुकदमों में नामजद हैः- मु0अ0सं0 ठगी गई कुल धनराशि ,29/17 धारा 420, 120बी भादवि व 66आई0टी0 एक्ट में ठगी गई धनराशि 98 लाख , 32/17धारा 420, 120बी भादवि व 66 आई0टी0एक्ट में ठगी गई धनराशि 32 लाख, 25/17 धारा 420, 467, 468, 471, 120बी, 384भादवि व 66 आई0टी0 एक्ट में ठगी गई धनराशि 52 लाख,कुल धनराशि 182 लाख रु हैं,- निरीक्षक भारत सिंह, टीम प्रभारी- उ0नि0 विनोद चैरसिया- आरक्षी हरेन्द्र भण्डारी- आरक्षी नितिन रामोला- आरक्षी चालक सुरेन्द्र कुमार गिरफ्तार अभियुक्तों से निम्न सामग्री बरामद कीगई हैः- सेन्ट्रल बैंक के 02 एटीएम कार्ड, सिंडिकेट बैंक के 02 एटीएम कार्ड, ICICI बैक का 01 एटीएम कार्ड, पीएनबी बैंक का 01 एटीएम कार्ड-06 मोबाइल फोन - 02 नाईजिरियम पासपोर्ट साईबर अपराध के उक्त प्रकरण में संलिप्त अभियुक्तों की गिरफ्तारी पर टीम को अशोक कुमार, अपर पुलिस महानिदेशक, अपराध एवं कानून व्यवस्था, उत्तरारखण्ड द्वारा रु0 10,000 का पुरूस्कार, दीपम सेठ पुलिस महानिरीक्षक,एस0टी0एफ0, अपराध एवं कानून व्यवस्था,उत्तराखण्ड द्वारा रु0 5000 का पुरूस्कार तथा रिधिम अग्रवाल, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक,एस0टी0एफ0 द्वारा रु0 2500- का पारितोशिक प्रदान किये जाने की घोशणा की गई है।रिधिम अग्रवाल, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, एस0टी0एफ0 उत्तराखण्ड द्वारा बताया गया कि देखा जा रहा है कि आम जनता सोशल मीडिया पर अत्यधिक सक्रिय रहकर अपनी निजी जानकारी शेयर कर देते है तथा लालच में आकर साईबर क्राईम करने वाले अपराधियों के शिकार हो जाते है। फेसबुक/ट्वीटर/इन्टाग्राम/टिन्डर आदि प्लेटफॉर्म पर साईबर अपराधी एक से अधिक यूजर एकाउन्ट बनाते है, जिसका पता आम जनता को नहीं चल पाता है और साईबर अपराधी आम आदमी की गोपनीय जानकारी का प्रयोग कर विभिन्न प्रकार से झांसा/लालच देकर आम जनता को अपना शिकार बना लेते है। इससे बचाव हेतु आम जनता को सोशल मीडिया पर अपनी निजी जानकारी शेयर नहीं करनी चाहिये। सोशल साईट्स पर किसी अनजान व्यक्ति की फ्रेन्ड रिक्वेस्ट स्वीकार करते समय हमेशा सतर्क रहे। कम समय में अधिक लाभ देने वाले प्रलोभन/विज्ञापन/आफर आदि की पूरी जांच पड़ताल करें, यदि किसी भी प्रकार का सन्देह हो तो इसकी सूचना पुलिस को जरूर दे।
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