भारत वर्ष में आस्था के प्रतीक उत्तराखंड -विराट हिंदुस्तान संगम
दिल्ली-विराट हिंदुस्तान संगम की राष्ट्रीय बैठक राजधानी दिल्ली में हुई। जहाँ पर की पुरे हिंदुस्तान से आये पदाधिकारिओं की बैठक ली गयी। इस अवसर पर बैठक की अध्यक्षता राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ शुभ्रमण्यम स्वामी ने की।डॉ स्वामी ने उत्तराखंड के प्रदेश अध्यक्ष के तौर पर देहरादून के इंजिनियर राजीव गुप्ता को प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया। डॉ शुभ्रमण्यम स्वामी ने कहा कि उत्तराखंड प्रदेश देवभूमि के तौर पर जाना जाता हैं।
समस्त भारत वर्ष में आस्था के प्रतीक के तौर पर उत्तराखंड को माना जाता है। अतः उत्तराखंड प्रदेश में विराट हिंदुस्तान संगम के अध्यक्ष के तौर पर एक सशक्त व्यक्तित्व की हमे जरुरत थी और इंजिनियर राजीव गुप्ता को उनकी कार्य के प्रति लगन व् समाज के प्रति समर्पण की भावना को देखते हुए उन्हें प्रदेश अध्यक्ष के तोर पर सक्षम मानते है अतः हमे विश्वास है कि जल्द ही वे पुरे उत्तराखंड में विराट हिंदुस्तान संगम की सोच को घर घर पहुंचाकर संगठन को मजबूती पहुचायेंगे। डॉ स्वामी ने संस्कृत की मह्त्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि संस्कृत भाषा को विश्वभर में देवभाषा के रूप में माना जाता है। सभी भाषाओ की मातृभाषा के तौर पर संस्कृत को माना जाता है। साथ ही साथ अन्य भाषाओं में कहीं न कहीं संस्कृत भाषा का पुट होता ही होता है।हल्द्वानी के ज़हीर अंसारी को भी उनके कार्यो को देखते हुए राष्ट्रीय सचिव मनोनित किया गया।उत्तररखण्ड के प्रदेश अध्यक्ष मनोनीत होने पर इंजिनियर राजीव गुप्ता ने सभी को धन्यवाद देते हुए कहा की जिस तरह से राष्ट्रीयअध्यक्ष डॉ शुभ्रमण्यम स्वामी ने उन्हें प्रदेश अध्यक्ष मनोनीत कर विश्वास जताया है उस विश्वास को सदैव कायम रखते हुए वे जल्द ही पुरे प्रदेश की कार्यकारणी जल्द ही घोषित करेंगे व् पुरे उत्तराखंड में विराट हिंदुस्तान संगम की सोच को घर घर पहुंचाकर संगठन को मजबूती पहुचायेंगे। इस दौरान इंजिनियर राजीव गुप्ता ने सभी का आभार व्यक्त किया।
समस्त भारत वर्ष में आस्था के प्रतीक के तौर पर उत्तराखंड को माना जाता है। अतः उत्तराखंड प्रदेश में विराट हिंदुस्तान संगम के अध्यक्ष के तौर पर एक सशक्त व्यक्तित्व की हमे जरुरत थी और इंजिनियर राजीव गुप्ता को उनकी कार्य के प्रति लगन व् समाज के प्रति समर्पण की भावना को देखते हुए उन्हें प्रदेश अध्यक्ष के तोर पर सक्षम मानते है अतः हमे विश्वास है कि जल्द ही वे पुरे उत्तराखंड में विराट हिंदुस्तान संगम की सोच को घर घर पहुंचाकर संगठन को मजबूती पहुचायेंगे। डॉ स्वामी ने संस्कृत की मह्त्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि संस्कृत भाषा को विश्वभर में देवभाषा के रूप में माना जाता है। सभी भाषाओ की मातृभाषा के तौर पर संस्कृत को माना जाता है। साथ ही साथ अन्य भाषाओं में कहीं न कहीं संस्कृत भाषा का पुट होता ही होता है।हल्द्वानी के ज़हीर अंसारी को भी उनके कार्यो को देखते हुए राष्ट्रीय सचिव मनोनित किया गया।उत्तररखण्ड के प्रदेश अध्यक्ष मनोनीत होने पर इंजिनियर राजीव गुप्ता ने सभी को धन्यवाद देते हुए कहा की जिस तरह से राष्ट्रीयअध्यक्ष डॉ शुभ्रमण्यम स्वामी ने उन्हें प्रदेश अध्यक्ष मनोनीत कर विश्वास जताया है उस विश्वास को सदैव कायम रखते हुए वे जल्द ही पुरे प्रदेश की कार्यकारणी जल्द ही घोषित करेंगे व् पुरे उत्तराखंड में विराट हिंदुस्तान संगम की सोच को घर घर पहुंचाकर संगठन को मजबूती पहुचायेंगे। इस दौरान इंजिनियर राजीव गुप्ता ने सभी का आभार व्यक्त किया।
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