परिसम्पत्तियों को लेकर जितने भी मामले लम्बित हैं उनका तुरन्त निस्तारण किया जाये
देहरादून -राज्यों के बीच परिसम्पत्तियों को लेकर जितने भी मामले लम्बित हैं उनका तुरन्त निस्तारण किया जाये। उक्त बात आज राष्ट्रीय जल विकास अभिकरण की नई दिल्ली में हुई बैठक में बोलते हुए उत्तराखण्ड के पर्यटन, संस्कृति, सिंचाई, लघु सिंचाई तीर्थाटन, एवं धार्मिक मेले, जलागम प्रबन्धन, बाढ़ नियंत्रण एवं भारत-नेपाल उत्तराखण्ड नदी परियोजनाएं मंत्री सतपाल महाराज ने कही। राष्ट्रीय जल विकास अभिकरण के अध्यक्ष नितिन गडकरी की अध्यक्षता में नई दिल्ली में हुई 31वीं वार्शिक सामान्य बैठक में सभी राज्यों के सिंचाई मंत्रियों ने प्रतिभाग किया। बैठक में राज्यों के बीच लम्बित पड़े परिसम्पत्तियों के मामलो को प्रथमिकता से उठाते हुए प्रदेश के पर्यटन, संस्कृति, सिंचाई, लघु सिंचाई तीर्थाटन, एवं धार्मिक मेले, जलागम प्रबन्धन, बाढ़ नियंत्रण एवं भारत-नेपाल उत्तराखण्ड नदी परियोजनाएं मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि राज्यों के बीच परिसम्पत्तियों के मामले का अतिषीघ्र समाधान होना चाहिए। सतपाल महाराज ने कहा कि उत्तर प्रदेश और उत्तराखण्ड के बीच लम्बित पडे़ परिसम्पत्तियों का बंटवारा न होने की वजह से अनेक व्यवहारिक दिक्कतों का सामाना करना पड़ रहा है। उन्होने बैठक में जल संरक्षण के पुख्ता इन्तजाम किये जाने की बात कहते हुए कहा कि लगभग 70 प्रतिशत जल समुद्र में चला जाता है। यदि इसके संरक्षण के उपाय किये जायें तो इसका प्रतिशत कम किया जा सकता है।बैठक में केन्द्रीय सिंचाई राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल, सत्यपाल सिंह और सचिव अमरजीत सिंह भी मौजूद थे।
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