रेकिट बेंकिजर दक्षिण एशिया के क्षेत्रीय निदेशक नितेश कपूर पहुंचे परमार्थ निकेतन


ऋषिकेश,  परमार्थ निकेतन विश्व शौचालय काॅलेज में दो दिवसीय स्वच्छता राजदूत प्रशिक्षण’ कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में ऋषिकेश, हरिद्वार, लालढ़ांग, श्यामपुर, नयागांव, काले की ढ़ाल एवं आसपास के क्षेत्र की महिलाओं, युवा छात्रों ने भाग लिया।दक्षिण एशिया से रेकिट बेंकिजन के क्षेत्रीय निदेशक नितेश कपूर  विदेशी मामलों के प्रबंधक रेकिट बेंकिजन रवि भटनागर, पी आर एवं मार्केटिंग अधिकारी इंदु शर्मा परमार्थ निकेतन पहुंचे। दक्षिण एशिया से आये रेकिट बेंकिजन के अधिकारियों ने परमार्थ निकेतन के परमाध्यक्ष, ग्लोबल इण्टरफेथ वाश एलायंस के सह-संस्थापक एवं गंगा एक्शन परिवार के  स्वामी चिदानन्द सरस्वती  से भेंट कर वाटर, सेनिटैशन एवं हाईजीन, वृक्षारोपण आदि अनेक विषयों पर विस्तृत चर्चा की।स्वच्छता के उत्पाद निर्मित करने वाली इस कम्पनी के अधिकारियों ने शौचालय के निर्माण, प्रयोग एवं रखरखाव पर विस्तृत चर्चा की। उन्होने  स्वामी चिदानन्द सरस्वती के निर्देशन में संचालित सेनिटेशन सम्बंधी विभिन्न कार्यक्रमों के विषय में साध्वी भगवती सरस्वती  से जानकारी प्राप्त की तथा  स्वामी चिदानन्द सरस्वती के साथ जुड़कर इस अभियान में सहयोग करने की इच्छा व्यक्त की।
 नितेश कपूर  ने परमार्थ निकेतन द्वारा संचालित विश्व शौचालय काॅलेज के पाठ्यक्रम के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त की। रेकिट बेंकिजन के अधिकारियों ने विश्व शौचालय काॅलेज द्वारा गांवों में शौचालय निर्माण एवं उपयोग पर दिये जा रहे प्रशिक्षण में सहभाग किया तथा इस पाठयक्रम को सभी के लिये नितांत आवश्यक बताया।
    आरबी के अधिकारियों ने जीवा की कार्यक्रम निदेशक स्वामिनी आदित्यनन्दा सरस्वती  एवं कार्यान्वयन निदेशक नंदिनी त्रिपाठी के साथ लालढ़ांग जाकर वहां महिलाओं द्वारा निर्मित शौचालयों का भी अवलोकन किया। ग्लोबल इण्टरफेश वाश एलांयस ;जीवा) द्वारा ग्रामीणों को दिये जा रहे सेनिटेशन एवं हाईजीन के प्रशिक्षण की सराहना करते हुये कहा कि इस पाठयक्रम को प्रत्येक विद्यालय में निश्चित रूप से लागू किया जाना चाहिये।जीवा की अन्तर्राष्ट्रीय महासचिव साध्वी भगवती सरस्वती  ने आर बी के अधिकारियों से चर्चा के दौरान भारत में विद्यमान वाटर, सेनिटेशन एवं हाइजीन की समस्याओं के विषय में चर्चा की। उन्होने कहा कि स्वच्छता के लिये मिलकर कार्य करने की आवश्यकता है क्योंकि भारत में आज भी प्रदूषित जल एवं स्वच्छता के अभाव में पांच वर्ष से कम उम्र के लगभग 1600 बच्चे मौत के गाल में समा जाते है। उन्होने कहा कि स्वच्छता की ओर हम सभी का एक कदम अनेक परिवारों को सुनहरा भविष्य दे सकता है। परमार्थ निकेतन के परमाध्यक्ष  स्वामी चिदानन्द सरस्वती  ने कहा कि ’जल, स्वास्थ एवं स्वच्छता का अति अभाव गहन चिंतन का विषय बन चुका है जो न केवल भारत बल्कि विश्व के अनेक देशों के लिये चितंन का विषय है। भारत में प्रतिदिन 1600 बालक एवं बालिकाओं की मौत पांच वर्ष के पहले सिर्फ इसलिये हो जाती है क्योंकि उनके लिये शुद्ध जल, स्वास्थ एवं स्वच्छता (वाश)  की सुविधायें उपलब्ध नहीं हैं। 6 करोड़ हमारे बच्चे ऐसे रोगों से पीड़ित हैं जो उनके शारीरिक व मानसिक विकास को इसी कारण से बौना बना देता है। शौचालय के अभाव में 24 प्रतिशत लड़कियाँ स्कूल जाना बन्द कर देती हैं। अनेक महिलाओं को हिंसा का सामना करना पड़ता है क्योंकि उनके लिये पर्याप्त सुरक्षा एवं बन्द शौचालय की सुविधा उपलब्ध नहीं है। हम सभी मिलकर प्रयत्न करेंगे तो भारत एवं विश्व के लिये एक नये युग का सूत्रपात अवश्य होगा। परिवर्तन लाने की शक्ति आपके हाथों में निहित है बस जरूरत है हो मजबूत इरादों की आईये मिलकर कदम बढ़ाये।’ नितेश कपूर  ने  स्वामी चिदानन्द सरस्वती की प्रेरणा से परमार्थ निकेतन के साथ मिलकर आगामी मानसून में तीन लाख पौधों के रोपण का संकल्प लिया। नितेश कपूर  एवं सभी रेकिट बेंकिजन के अधिकारियों ने  स्वामी चिदानन्द सरस्वती एवं साध्वी भगवती सरस्वती के साथ मिलकर विश्व ग्लोब का जलाभिषेक किया।

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