निर्मम हत्या में फऱार चल रहा हत्यारा पुलिस की गिरफ्त में

 देहरादून–  डिंपल शर्मा पुत्री स्वर्गीय सुशील शर्मा निवासी विंग नंबर 7 प्रेमनगर देहरादून ने थाना प्रेमनगर पर आकर सूचना देते हुए एक लिखित तहरीर दी कि उनके पति (तलाकशुदा) पवन शर्मा के द्वारा उनके भाई सुनील शर्मा उर्फ सोनू की बातचीत करने के बहाने चाकू से गला रेत कर हत्या कर दी हैं। प्राप्त तहरीर के आधार पर थाना प्रेमनगर पर मु0असं0- 207/2019 धारा 302 भादवी बनाम पवन शर्मा पंजीकृत किया गया एवं विवेचना प्रारंभ करते हुए अभियुक्त की तलाश शुरू की गई अभियुक्त की तलाश के लिए उच्च अधिकारी के निर्देशन में कई बार थानाध्यक्ष द्वारा पुलिस टीमों को विभिन्न संभावित स्थानों पर गिरफ्तारी को रवाना किया गया


किंतु अभियुक्त इतना शातिर था कि अपनी गिरफ्तारी को बचाते हुए हर साक्ष्य सबूत को मिटाता चला गया, इसी दौरान अभियुक्त की जल्द से जल्द गिरफ्तारी के लिए 24-07-20 को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने वांछित चल रहे अभियुक्त पवन शर्मा पर 2500/- रुपए घोषित किया गया,गाजियाबाद सं0207/ 2019 धारा 302 भादवी थाना प्रेमनगर देहरादून मु0अ0 सं0 494/ 1981 धारा 325 भादवी थाना सिहानी गेट गाजियाबाद, मु0अ0 सं0 679/ 1995 धारा 3/4 गुंडा अधिनियम थाना सिहानी गेट गाजियाबाद में मुकदमे दर्ज हैंं।पूछताछ के दौरान अभियुक्त पवन शर्मा पुत्र स्वर्गीय सोमनाथ शर्मा निवासी मुकुंद नगर थाना सिहानी गेट जिला गाजियाबाद उम्र 56 वर्ष द्वारा बताया गया कि वर्ष 2000 में मेरी शादी डिंपल शर्मा पुत्री स्वर्गीय सुशील शर्मा निवासी सहारनपुर से हुई थी,

अभियुक्त ने बताया कि करीब 25- 26 साल की उम्र से ही उसे नशे की लत लग गई थी, जिस कारण वह गलत संगत में पड़ गया था, कई बार लोगों से झगड़े फसाद हुए तथा जिसके चलते अभियुक्त के विरुद्ध थाना सिहानी गेट गाजियाबाद में 03 लोगों की हत्या, मारपीट एवं गुंडा अधिनियम के मामले दर्ज होना पाया गया है, जिनमें जमानत पर बाहर आते ही अभियुक्त के माता-पिता द्वारा वर्ष 2000 में डिंपल शर्मा से शादी करा दी थी, उस समय अभियुक्त की उम्र करीब 36 वर्ष थी, डिंपल शर्मा से तीन बेटी तथा एक बेटा है, लेकिन मुकुंद नगर गाजियाबाद में अभियुक्त की छवि अच्छी नहीं होने के कारण वर्ष 2005 में वहां का मकान बेचकर अपनी मां तथा बीवी बच्चों के साथ देहरादून शिफ्ट हो गया था, जहां पर अभियुक्त द्वारा गाड़ी लेकर गाड़ी चलाई जिसमें नुकसान होने के बाद अभियुक्त सेलाकुई में सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी करने लगा, लेकिन नशे की लत के कारण सारी जमा पूंजी समाप्त हो गई, इसी दौरान अभियुक्त की मां की मृत्यु हो गई तथा अभियुक्त के नशा करने व बच्चों का भविष्य को लेकर अक्सर पति-पत्नी में लड़ाई झगड़ा रहने लगा, डिंपल शर्मा ये सारी बातें प्रेम नगर में रहने वाले अपने भाई सुनील शर्मा उर्फ सोनू को बताती थी, इसी के चलते वर्ष 2015 में डिंपल शर्मा ने पवन शर्मा से तलाक ले लिया, डिंपल शर्मा अपने भाई सुनील शर्मा उर्फ सोनू के पास प्रेम नगर में अपने बच्चों के साथ रहने लगी तथा अभियुक्त पवन शर्मा गाजियाबाद रहने लगा, तलाक के बाद अभियुक्त कई बार अपने बच्चों से मिलने प्रेमनगर आता रहता था तथा अपने साले पर अपने बीवी बच्चों को ले जाने के लिए दबाव बनाना चाहता था, लेकिन सुनील शर्मा उर्फ सोनू और सुनील शर्मा का दोस्त मनीष राजपूत नहीं चाहते थे, कि डिंपल शर्मा फिर से पवन शर्मा के साथ रहे, इसी बात को लेकर पवन शर्मा अपनी पत्नी डिंपल शर्मा व साले सुनील शर्मा उर्फ सोनू तथा मनीष राजपूत से रंजिश रखने लगा और इन्हें मारने का प्लान बनाया । 05-11-19 को पवन शर्मा अपनी पत्नी डिंपल शर्मा व साले सुनील शर्मा उर्फ सोनू तथा मनीष राजपूत की हत्या करने के लिए प्रेमनगर विंग नंबर 7 स्थित सुनील शर्मा उर्फ सोनू व डिंपल शर्मा( अभियुक्त की पत्नी) के मकान पर आया और दरवाजा खुलवाने की कोशिश की किंतु डिंपल शर्मा ने दरवाजा नहीं खोला सुनील शर्मा ने बाहर आकर पूछा तो अभियुक्त पवन शर्मा अपने साले सुनील शर्मा उर्फ सोनू को बात करने के बहाने गली में ले गया और अपने थैले में से धारदार चाकू निकालकर उसका गला रेत दिया इसके बाद अभियुक्त डिंपल शर्मा तथा मनीष राजपूत को मारना चाहता था लेकिन मौके पर भीड़ भाड़ होते देख  मौके से भीड़ भाड़ एवं अंधेरे का फायदा उठाकर भाग निकला तथा प्रेम नगर शमशान घाट के पास पहुंचकर अभियुक्त ने अपने कपड़े बदले और हत्या में प्रयुक्त चाकू को नदी के चलते पानी में फेंक दिया और वहां से टेंपो में बैठकर विकासनगर पहुंच गया तथा विकास नगर से रोडवेज पकड़ कर पोंटा साहिब और पोंटा साहिब से राजस्थान पहुंच गया तथा एक मंदिर के बाहर रहने लगा जहां पर अभी उसको खाना-पीना मिल जाता था इसके बाद अभियुक्त कुरुक्षेत्र, हरियाणा पहुंच गया, जहां पर दो-तीन महीने रहा, अभियुक्त पंजाबी भाषा अच्छी बोल लेता है इसका फायदा उठाकर अभियुक्त अमृतसर स्थित गुरुद्वारे में चला गया तथा लॉकडाउन के दौरान अभियुक्त अमृतसर गुरुद्वारे में रहा तथा वही खाना-पीना खा लेता था, लॉकडाउन खुल जाने के बाद अभियुक्त वापस आनंद विहार, दिल्ली पहुंच गया तथा यह जानकर कि अब मामला शांत हो गया होगा वापस गाजियाबाद आ गया ,जहां पर आसानी से नशे का शौक भी पूरा हो जाता तथा अपने पुराने दोस्तों से मिलने के प्रयास में था इससे पहले कि अभियुक्त को भनक लगती प्रेमनगर पुलिस द्वारा सीसीटीवी की मदद से शुक्रवार गाजियाबाद के विजयनगर से अभियुक्त पवन शर्मा पुत्र स्वर्गीय सोमनाथ शर्मा निवासी मुकुंद नगर थाना सिहानी गेट जिला गाजियाबाद उम्र 56 वर्ष को गिरफ्तार कर लिया गया हैं।



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