श्री नृसिंह आरती का गंगा आरती की तर्ज पर
जोशीमठ(चमोली): जीर्णोद्धार के पश्चात नृसिंह मंदिर जोशीमठ, नये कलेवर में बनकर तैयार है, 18 अप्रैल को मंदिर का लोकार्पण होना है,श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति द्वारा मंदिर को भब्य रुप से सजाया जा रहा है।भब्य रूप से सजाया जा गया मंदिर, नव निर्मित पूजा काउंटर,मंदिर समिति के अधिकारी, कर्मचारी, वेद वेदांग संस्कृत महाविद्यालय के छात्र मंदिर परिसर में तैयारिया करते हुये।दूसरी ओर श्री बदरीनाथ- केदारनाथ मंदिर समिति के मुख्य कार्यधिकारी बी.डी. सिंह ने बदरीनाथ पहुंच कर तैयारियों का जायजा लिया, जोशीमठ पहुंच कर श्री नृसिंह मंदिर में चल रही
तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि वेदवेदांग संस्कृत महाविद्यालय के छात्रों द्वारा 19 अप्रैल से प्रतिदिन गंगा आरती की तर्ज पर नृसिंह आरती का नृसिंह मंदिर जोशीमठ मेंआयोजन किया जायेगा। इस संबंध में आवश्यक निर्देश दिये। संस्कृत महाविद्यालय के छात्रों द्वारा स्वास्तिवाचन ,सांस्कृतिक कार्यक्रमों का पूर्वाभ्यास किया गया ।इस अवसर पर उप मुख्य कार्याधिकारी सुनील तिवारी, मंदिर अधिकारी मोहन सती, धर्माधिकारी भुवन चंद्र उनियाल, वेदपाठी, वेदवेदांग महाविद्यालय के आचार्यगण, मंदिर समिति के अधिकारी कर्मचारी स्थानीय लोग मौजूद रहे। श्री नृसिंह मंदिर नवनिर्मित मंदिर परिसर से कल प्रात: 8 बजे कलश यात्रा एवं 11 बजे पंचाग पूजा के साथ तीन दिवसीय कार्यक्रम प्रारंभ हो जायेगा। 17 अप्रैल को हवन शुद्धिकरण ,18 अप्रैल को भगवान नृसिंह नवनिर्मित मंदिर में प्रतिष्ठित हो जायेंगे।
तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि वेदवेदांग संस्कृत महाविद्यालय के छात्रों द्वारा 19 अप्रैल से प्रतिदिन गंगा आरती की तर्ज पर नृसिंह आरती का नृसिंह मंदिर जोशीमठ मेंआयोजन किया जायेगा। इस संबंध में आवश्यक निर्देश दिये। संस्कृत महाविद्यालय के छात्रों द्वारा स्वास्तिवाचन ,सांस्कृतिक कार्यक्रमों का पूर्वाभ्यास किया गया ।इस अवसर पर उप मुख्य कार्याधिकारी सुनील तिवारी, मंदिर अधिकारी मोहन सती, धर्माधिकारी भुवन चंद्र उनियाल, वेदपाठी, वेदवेदांग महाविद्यालय के आचार्यगण, मंदिर समिति के अधिकारी कर्मचारी स्थानीय लोग मौजूद रहे। श्री नृसिंह मंदिर नवनिर्मित मंदिर परिसर से कल प्रात: 8 बजे कलश यात्रा एवं 11 बजे पंचाग पूजा के साथ तीन दिवसीय कार्यक्रम प्रारंभ हो जायेगा। 17 अप्रैल को हवन शुद्धिकरण ,18 अप्रैल को भगवान नृसिंह नवनिर्मित मंदिर में प्रतिष्ठित हो जायेंगे।
Comments
Post a Comment