दून एसएसपी ने बुक बैंक में दान की किताब
देहरादून- राज्य शिक्षा विभाग की ओर से चलाये जा रहे कैंपेन ‘पैसिफिक दून बुक बैंक’ को एसएसपी निवेदिता कुकरेती का भी समर्थन मिला। एसएसपी निवेदिता कुकरेती दून बुक बैंक पहुंची और बच्चों की शिक्षा को समर्पित इस कैंपेन का हिस्सा बनते हुए अपनी एक किताब भी दान की। इस मौके पर गैरसरकारी संस्था रूम टू रीड की ओर से बच्चों ने भी इस कार्यक्रम में हिस्सा लिया और एसएसपी निवेदिता कुकरेती का अभिवादन किया। उन्होंने बच्चों से बातचीत की और उनके सवालों से जवाब दिए साथ ही
अपना अनुभव भी साझा किया। गौरतलब है कि पैसिफिक मॉल और राज्य शिक्षा विभाग ने बीते दिनों ‘पैसिफिक दून बुक बैंक’ कैंपेन की शुरुआत की है, जिसके तहत शहर भर से साढ़े पांच लाख किताबें एकत्र करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। कैंपेन का शुभारम्भ स्वयं शिक्षा व खेल मंत्री अरविन्द पाण्डेय ने किया था और सभी लोगों से इसे सफल बनाने की अपील भी की।इसके अलावा एडीजी लॉ एंड आर्डर अशोक कुमार भी इस कैंपेन में अपनी किताब ‘खाकी में इन्सान’ दान कर इसे अपना समर्थन दे चुके हैं।इस मौके पर एसएसपी निवेदिता कुकरेती ने कहा कि बच्चों की शिक्षा हर मायने में बेहद जरुरी है, क्यूंकि यहीं से उनका भविष्य तय होगा। यह कैंपेन उनके उज्जवल भविष्य की राह में सहायक बनने के उद्देश्य से चलाया जा रहा है। इसे हम पूरा समर्थन देते हैं और हमें उम्मीद है कि आने वाले दिनों में साढ़े पांच लाख किताबें इक्कठा करने का लक्ष्य जरुर पूरा होगा। मैं सभी शहरवासियों से इसका हिस्सा बनने का आह्वाहन करती हूँ।
अपना अनुभव भी साझा किया। गौरतलब है कि पैसिफिक मॉल और राज्य शिक्षा विभाग ने बीते दिनों ‘पैसिफिक दून बुक बैंक’ कैंपेन की शुरुआत की है, जिसके तहत शहर भर से साढ़े पांच लाख किताबें एकत्र करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। कैंपेन का शुभारम्भ स्वयं शिक्षा व खेल मंत्री अरविन्द पाण्डेय ने किया था और सभी लोगों से इसे सफल बनाने की अपील भी की।इसके अलावा एडीजी लॉ एंड आर्डर अशोक कुमार भी इस कैंपेन में अपनी किताब ‘खाकी में इन्सान’ दान कर इसे अपना समर्थन दे चुके हैं।इस मौके पर एसएसपी निवेदिता कुकरेती ने कहा कि बच्चों की शिक्षा हर मायने में बेहद जरुरी है, क्यूंकि यहीं से उनका भविष्य तय होगा। यह कैंपेन उनके उज्जवल भविष्य की राह में सहायक बनने के उद्देश्य से चलाया जा रहा है। इसे हम पूरा समर्थन देते हैं और हमें उम्मीद है कि आने वाले दिनों में साढ़े पांच लाख किताबें इक्कठा करने का लक्ष्य जरुर पूरा होगा। मैं सभी शहरवासियों से इसका हिस्सा बनने का आह्वाहन करती हूँ।
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