स्वास्थ्य बीमा योजना को राज्य सरकार द्वारा बन्द नहीं किया गया है
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा की मुख्यमंत्री स्वास्थ्य बीमा योजना को राज्य सरकार द्वारा बन्द नहीं किया गया है। योजना के अंतर्गत जिस कम्पनी के साथ अनुबंध किया गया था, निश्चित रूप से उस पर वैधानिक कार्यवाही की जाएगी। साथ ही इसमें यदि कोई अधिकारी संलिप्त होगा तो निश्चित रूप से उस पर भी कार्यवाही की जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि योजना से आच्छादित मरीजों पर
होने वाले चिकित्सकीय व्यय का वहन राज्य सरकार द्वारा किया जाएगा। उन्होंने कहा कि चिकित्सकों को निर्देश दिए गए हैं कि मुख्यमंत्री स्वास्थ्य बीमा योजना से जुड़े मरीजों का ईलाज किया जाए, इस बीच ईलाज में किया गया व्यय राज्य सरकार द्वारा वहन किया जाएगा।उन्होंने कहा कि सरकार इस योजना को लेकर पूरी तरह से संवेदनशील और गम्भीर है। इसमें किसी भी तरह की लापरवाही अक्षम्य होगी। लेकिन वही प्राइवेट अस्पतालों ने इस योजना को बंद होने के चलते एक महिला को आईसीयू से निकालकर जनरल वार्ड में भर्ती कर दिया जिससे उस महिला की मृत्यु हो गई है। वही दून अस्पताल में भी मुख्यमंत्री स्वास्थ्य बीमा के तहत कार्ड धारकों का इलाज नहीं किया जा रहा और उन्होंने इस सेवा को फिलहाल बंद कर दिया है। दून अस्पताल के सीएमएस टम्टा ने कहा है कि अभी हम मुख्यमंत्री स्वास्थ्य योजना के तहत इलाज नहीं कर पाएंगे।
होने वाले चिकित्सकीय व्यय का वहन राज्य सरकार द्वारा किया जाएगा। उन्होंने कहा कि चिकित्सकों को निर्देश दिए गए हैं कि मुख्यमंत्री स्वास्थ्य बीमा योजना से जुड़े मरीजों का ईलाज किया जाए, इस बीच ईलाज में किया गया व्यय राज्य सरकार द्वारा वहन किया जाएगा।उन्होंने कहा कि सरकार इस योजना को लेकर पूरी तरह से संवेदनशील और गम्भीर है। इसमें किसी भी तरह की लापरवाही अक्षम्य होगी। लेकिन वही प्राइवेट अस्पतालों ने इस योजना को बंद होने के चलते एक महिला को आईसीयू से निकालकर जनरल वार्ड में भर्ती कर दिया जिससे उस महिला की मृत्यु हो गई है। वही दून अस्पताल में भी मुख्यमंत्री स्वास्थ्य बीमा के तहत कार्ड धारकों का इलाज नहीं किया जा रहा और उन्होंने इस सेवा को फिलहाल बंद कर दिया है। दून अस्पताल के सीएमएस टम्टा ने कहा है कि अभी हम मुख्यमंत्री स्वास्थ्य योजना के तहत इलाज नहीं कर पाएंगे।
Comments
Post a Comment