प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छ भारत अभियान का देहरादून कोई प्रभाव नहीं है
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 2019 तक स्वच्छ भारत अभियान की सफलता के लिए जहां पूरे देश में स्वच्छता अभियान चलाया जा रहा है। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत दून में स्वच्छता कार्यक्रम में प्रतिभाग कर रहे हैं स्वच्छता के साथ ही दुर्गन्ध मुक्त करने के लिए राज्य सरकार प्रतिबद्ध है लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में इसका कोई प्रभाव नहीं है हर तरफ कूड़ा ही कूड़ा फैला हुआ है। ग्राम प्रधान और जिला पंचायत साफ-सफाई की व्यवस्था के इंतजाम तक नही करती है लेकिन अभी सरकार जब शहर से लगे गांवों को नगर निगम शामिल कर रही है तो इसका पुरजोर तरीके से विरोध कर रहे है। दून में बेतरतीब तरीके से गंदगी के बढ़ते अंबार इस दिशा में किसी चुनौती से कम नहीं है। दून शहर के आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में साफ-सफाई की व्यवस्था के इंतजाम दम तोड़ते नजर आ रहे हैं। ग्राम पंचायत अपर नत्थनपुर की बात करें तो यहां सड़क के किनारे लगे गंदगी के ढेर सफाई व्यवस्था के दावों की पोल खोलने के लिए काफी हैं।अपर नत्थनपुर में आर्य समाज मंदिर गली में सड़क किनारे फैली गंदगी से स्थानीय लोगों का चलना भी दूभर हो गया है। लोगों का ग्राम सभा को कई बार इस सम्बंध में सूचित करने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की जाती है। क्षेत्र के अपर नत्थनपुर निवासी हेम प्रकाश का कहना है कि साफ-सफाई की सुचारू व्यवस्था न होने के चलते बस्तियों में रहने वाले लोग घर के कचरे को सड़क के किनारे ही फेंक देते हैं। उन्होंने यह भी बताया कि क्षेत्र के युवा कई बार सफाई अभियान चलाकर लोगों को जागरूक कर चुके हैं, लेकिन कूड़ा फेंकने की निर्धारित व्यवस्था न होने के चलते दोबारा से गंदगी फैल जाती है। उन्होंने ग्राम पंचायत से डस्टबिन लगाये जाने की मांग को भी दोहराया है।
2पदीराम आर्य, धनीराम, रमेश भारती आदि का कहना है कि बरसात का मौसम लगभग शुरू हो गया है ऐसे में कचरे के सड़ने से फैलने वाली दुर्गंध से कई तरह की बीमारियों के फैलने का अंदेशा है। उन्होेंने कहा कि ग्राम प्रधान को मामले से अवगत कराने के बाद भी किसी तरह की पहल होती नजर नहीं आ रही है।क्षेत्रीय निवासी कुंदनलाल, दीपचंद, कमला देवी, चंपा देवी, रुकमणी देवी, गीता आदि ने कहा है कि यदि शीघ्र क्षेत्र से गंदगी के निस्तारण और साफ-सफाई की सुचारू व्यवस्था नहीं की जाती है तो क्षेत्र के लोग धरना-प्रदर्शन करने को मजबूर होंगे।
Comments
Post a Comment