सभी रहे सावधान, ATM में काली फाईबर पट्टी लगाकर निकाले दो लाख से अधिक रुपए

 देहरादून – डोईवाला थाने को सूचना मिली  की  02 कार, जिसमे एक कार हरियाणा तथा दूसरी कार दिल्ली नम्बर की है, उसमे कुछ लडके है, जो एटीएम मे जालसाजी कर रूपयो की चोरी कर रहे है ।  सूचना पर प्रभारी निरीक्षक ने पुलिस टीम को सौंग नदी पुल पर डिग्री कालेज में संदिग्ध व्यक्तियो/वाहनो की चौकिंग को भेजा। पुलिस टीम को चौकिंग के दौरान  हुंडई एसेन्ट DL 4CAP 0171 दिखायी दी,


जिसको रोककर चैक किया तो कार मे 04 व्यक्ति   अमित कुमार पुत्र राज गिरी सिहं निवासी RZR 110 चाणक्य पैलेस पार्ट 2- थाना डाबडी जिला जनकपुरी दिल्ली-59 , दूसरा सुनील कुमार झा पुत्र नरेश चन्द्र निवासी म0न0 247 गली न0 22 श्यामबिहार कालोनी थाना छावला जिला नजफगंढ दिल्ली  तीसरा शिवम सिहं पुत्र पंकज सिहं निवासी छ. 104 भगवती गार्डन एक्सटैंशन गली न0 15 उत्तम नगर थाना उत्तम नगर नई दिल्ली चौथा हनी पुत्र महिपाल सिहं निवासी द्धारिका मोड 55 फुटा नवादा हाउसिगं काम्पलेक्स R-3 10 3 फ्लोर-5 थाना मोहनगढ जिला मोहनगढ दिल्ली सवार थे, मौके पर वाहन की तलाशी लेने पर कार के डैशबोर्ड से 270000/- रू0 मिले, इन रूपयो के बारे में  इन लोगो से पूछताछ की गयी तो कोई संतोषजनक उत्तर नहीं दिया। और इधर-उधर की बाते करने लगे, जब इन व्यक्तियो से सख्ती से पूछताछ की गयी तो बताया गया कि  हम ATM में काली पट्टी लगाकर जालसाजी से लोगो के पैसे चुरा लेते है। हमने डोईवाला क्षेत्र मे 05 एटीएम मे जालसाजी कर ATM  मे काले रंग की फाईबर की पट्टी लगाकर ये धनराशि चोरी की है । अभियुक्तो सेATM में इनके द्वारा लगाने वाली काली पट्टी, ATM खोलने की 04 चॉबी व 05 एटीएम कार्ड तथा 270000/- रू0 नगद बरामद हुए। इनसे ATMमें की गयी चोरी से बरामद रूपये व चोरी मे प्रयोग करने वाले संसाधन/वाहन बरामद होने पर चारों को  गिरफ्तार किया गया। थाना डोईवाला पर मु0अ0सं0 274/2023 धारा 454/420/380/411/34 IPC बनाम अमित कुमार आदि पंजीकृत किया गया।  पूछताछ में अभियुक्तों ने बताया  कि वे उत्तराखण्ड मे घूमने के बहाने आकर एकान्त मे स्थित गार्ड रहित ATM मे जाकर पहले रैकी करते है तथा मौका देखकर ATM मे रूपये निकासी वाले स्थान पर एक काले रंग की 9-10 इन्च लम्बी व 2 इन्च चौडी काले रंग की फाईबर की पट्टी लगा देते है, जिससे कोई व्यक्ति जब एटीएम से रूपये निकालता है तो रूपये उसके खाते से तो कट जाते है पर ATMसे बाहर नही आ पाते तथा ATM मे ही फंस जाते है। अभियुक्तो मे से एक व्यक्ति ATMके अन्दर बने केबिन मे पहले से ही छुपा रहता है तथा रूपये निकालने वाले व्यक्ति के बाहर जाते ही अपने पास उपलब्ध मास्टर-की(नकली चॉबी) सेATMखोलकर ATM मे फंसे रूपये निकाल लेता है तथा उसके बाद पुनः उस काली पट्टी ATM के रूपये निकासी वाले स्थान पर लगा देता है।  शेष अभियुक्तATMके बाहर रहकर आने-जाने वालो पर नजर रखते है।गैंगलीडर अमित कुमार ने  पूछने पर बताया की मैं 10 वी पास हूँ तथा मेरा दिल्ली में CSC सेंटर है,  वर्ष 2010-11 मे मैं दिल्ली में ATM मे कैश डालने वाली कम्पनी ब्रिगंस आर्या मे काम करता था । जिस कारण मुझेATMमशीन खोलने व बन्द करने की जानकारी है । मेरे दिमाग मे आया कि यदि ATM मशीन मे जहां स्थान से रूपये मशीन से बाहर आते है, उसे किसी चीज से बन्द किया जाये तो जैसे ही कोई व्यक्ति पैसे निकालने ATM मे आयेगा तो उसके पैसे बाहर नही आयेगे तथा वह मशीन के अन्दर ही रह जायेगे और तब हम उन्हे ले सकते है। एक बार मै राजस्थान गया था तो वहां मुझे ATM मे एक चाबी मिली, जिसे मैने ले लिया।  उसके बाद उसी कम्पनी की ATM मशीन मैने ढूंढी और उस पर मैने वो चाबी लगायी तो वह खुल गया। उसके बाद मैने छब्त् कम्पनी व डायवोर्ड कम्पनी के ATM मशीन की चॉबिया तैयार कर ली और पैसे निकालने शुरू किये।  शुरू मे मैने दिल्ली से पैसे निकाले, और उसके बाद मैने सोचा की यदि मै लगातार दिल्ली में पैसे निकालूगा तो पकड़ा जाऊंगा, तो मैने अपना एक गैंग बनाया और मैंने यह काम अपने गैंग के सुनील कुमार झा और अन्य साथियों को भी सिखाया। इस काम को मैं करीब तीन-चार साल से कर रहा हूं,  हमने अब तक दिल्ली, राजस्थान, बिहार, उत्तर प्रदेश, हरियाणा तथा उत्तराखंड में इस तरह की घटनाएं की हैं।यह  घटना उत्तराखंड में हमने पहली बार की है, हम लोग योजना के मुताबिक महीने के द्वितीय शनिवार, रविवार तथा चतुर्थ शनिवार, रविवार को, जब बैंकों की छुट्टी होती है, तब दिल्ली से निकलते हैं और बैंक की 2 दिन की छुट्टी होने के कारण 2 दिनों तक एटीएम में इस तरह से पैसे निकालते हैं, हमने डोईवाला मे 08 सितंबर को 05 अलग अलगATM मे इस फाईबर की काली पट्टी लगायी थी, ताकि जिनके पैसे निकले वह छुट्टी होने के कारण बैंक में न जा सके।  7 सितंबर की रात में मैं अपने साथी नवाब और सुनील झा के साथ गाड़ी संख्या HR55 AR 9294 स्विफ्ट डिजायर से दिल्ली से हरिद्वार, ऋषिकेश होते हुए 08 सितंबर की सुबह डोईवाला पहुंचा, हमारे साथी हनी, सौरभ और शिवम जो की पूर्व में ही दो-तीन दिन पहले ऋषिकेश टिहरी गढ़वाल क्षेत्र में आए थे, वे हमें डोईवाला में मिले। इसके पश्चात हमने डोईवाला तथा ऋषिकेश क्षेत्रान्तर्गत एटीएम में पट्टी लगाकर धनराशी निकालने की योजना बनाई, हमने दो टीमों में कार्य किया, जिसमें मैनें, नवाब और सुनील ने डोईवाला के चार- पांच एटीएम में 8 तथा 9 तारीख में पट्टी लगाकर भिन्न भिन्न व्यक्तियों की धनराशी निकाली तथा इसी प्रकार हनी, सौरभ और शिवम ने ऋषिकेश क्षेत्र में (1) IDBI (2) SBI (3) UKO (4) ICICI (5) YES BANK एटीएम में इस तरह की घटनाओं का अंजाम दिया। हम लोग अपने पास भिन्न बैंकों के एटीएम भी रखते हैं तथा कम जानकार लोगों को बातों में उलझाकर इनसे एटीएम भी बदल लेते हैं तथा बाद में बदले गए एटीएम से धनराशी निकाल लेते हैं, इस तरह हमारे द्वारा कुल मिलाकर लगभग 3 लाख से अधिक की धनराशि निकाल ली गई थी, जिसमे से कुछ हमारे द्वारा शराब व खाने-पीने आदि मे खर्च कर दी गई है तथा कुछ धनराशि हमारे साथी सौरभ व नवाब के पास है, जो दूसरी गाड़ी स्विफ्ट डिजायर संख्या HR55 AR 9294  के द्वारा यहां से निकल गए हैं। जो एसेन्ट कार DL4 CAP 0171 हमारे पास है, वो हनी की है जो कुछ समय पूर्व ही इसके द्वारा खरीदी गयी थी, हम किसी भी घटना को अंजाम देने में  दोनों कार का इस्तेमाल करते हैं। आज भी हमारे द्वारा दोबारा डोईवाला मे चार-पांच एटीएम में काले रंग की पट्टी लगाकर रखी गयी थी, जिन्हे हम निकालने के लिए जा रहे थे, तभी पुलिस ने हमे पकड़ लिया। दो फरार अभियुक्तों में-नवाब निवासी दिल्ली और  सौरभ निवासी दिल्ली की तलाश हैं।

 


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