रेलवे में नौकरी लगाने के नाम पर चवालीस लाख रुपए की ठगी करने वाले दो गिरफ्तार
ऋषिकेश – सोनू पुत्र हनुमंत सिंह निवासी मिशन हॉस्पिटल रोड सतपुली पौड़ी गढ़वाल ने 05 जून 22 में कोतवाली ऋषिकेश में एक लिखित तहरीर बाबत संदीप कुमार ने अपने दोस्त के साथ मिलकर ऋषिकेश में संपर्क कर मेरे तथा मेरे दोस्त मोहित से रेलवे में नौकरी लगवाने के नाम पर कुल 14 लाख की धोखाधड़ी करने के संबंध में दिया गया।
प्राप्त लिखित तहरीर के आधार पर कोतवाली ऋषिकेश में मु0अ0सं0 256/22 धारा 420 बनाम संदीप कुमार अभियोग पंजीकृत कर विवेचना प्रारंभ की गई।15अगस्त 22 को त्रिलोकी दास ने कोतवाली ऋषिकेश में एक लिखित तहरीर बाबत संदीप कुमार एवं रविंद्र तथा उनके अन्य दो दोस्तों के द्वारा ऋषिकेश में संपर्क कर हमारे बच्चों को रेलवे में नौकरी लगाने के नाम पर कुल 6 बच्चों से कुल 30 लाख रूपए की धोखाधड़ी कर लेने के संबंध में दिया गया। प्राप्त लिखित तहरीर के आधार पर कोतवाली ऋषिकेश में मुकदमा अपराध संख्या: 440/22 धारा: 420/467/468/471/120 बी आईपीसी बनाम संदीप आदि अभियोग पंजीकृत कर विवेचना प्रारंभ की गई।
रेलवे में नौकरी लगाने के नाम पर धोखाधड़ी की उक्त घटनाओं की गंभीरता पर प्रभारी निरीक्षक कोतवाली ऋषिकेश ने अभियोगों के शीघ्र अनावरण एवं अभियुक्तों की गिरफ्तारी को टीम गठित कर ब्रीफ किया गया।गठित टीम ने वादी से घटना संबंधित समस्त जानकारियां प्राप्त कर अभियुक्तों की गिरफ्तारी को उच्च कोटि के मुखबिर तंत्र तथा सर्विलांस की सहायता लेकर तलाश जारी की गई। किए गए कार्यों से महत्वपूर्ण जानकारियां प्राप्त कर दिनांक 18-09-2022 को गठित टीम के द्वारा अभियोगों उपरोक्त से संबंधित दो अभियुक्तों संदीप कुमार पुत्र हर स्वरूप सिंह निवासी लोटस गंगा कॉलोनी के समीप थाना कोतवाली रानीपुर, रोशनाबाद, हरिद्वार मूल निवासी मोहल्ला मिसकियाँ थाना स्योहारा, जिला बिजनौर, उत्तर प्रदेश तथा रविंद्र सिंह पुत्र महिपाल सिंह निवासी लोटस गंगा कॉलोनी रोशनाबाद हरिद्वार मूलनिवासी रतनपुर, थाना धामपुर बिजनौर, उत्तर प्रदेश को हरिद्वार से गिरफ्तार किया गया। दोनों अभियुक्तों से पूछताछ के आधार पर अभियोग में उनके एक अन्य मित्र का घटनाओं में होना प्रकाश में आया है, जिसकी गिरफ्तारी को पुलिस टीम प्रयासरत है। अभियुक्तों ने बताया गया कि वह दोनो मूलरूप से बिजनौर के रहने वाले हैं, संदीप कुमार सिडकुल हरिद्वार में एक फैक्ट्री में काम करता है तथा रविन्द्र की रोशनाबाद में कास्मेटिक्स की दुकान है तथा उनका एक अन्य मित्र जो पहले ऋशिकेश में रहता था तथा मूल रूप से बिजनौर का रहने वाला है वो तीनों साथ मिलकर नौकरी की तलाश कर रहे युवाओं को रेलवे में नौकरी लगवाने का झांसा देकर उनसे पैसों की ठगी कर लेते थे। जिसमें उनका मित्र जो ऋशिकेश में रहता था वह संदीप को एफ0सी0आई0 ऑफिसर तथा रविन्द्र को रेलवे का अधिकारी बताते हुए युवकों को अपनी ऊची पहुंच का हवाला देकर उन्हें अपने जाल में फंसा लेता था। जिसके पश्चात वह तीनों उन युवकों से नौकरी लगवाने के नाम पर पैसे एंठ लेते थे।
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