दिल के मरीज रहे सावधान चारधाम की यात्रा में हमारे पास नहीं है कार्डियोलॉजिस्ट– सीएस
देहरादून – प्रदेश के मुख्य सचिव एसएस संधू ने कैबिनेट ब्रीफिंग के बाद चारधाम यात्रा की व्यवस्थाओं पर कहा कि चारधाम यात्रा में पहली बार एनडीआरएफ के जवानों को तैनात किया जा रहा है। वहीं उन्होंने अभी जब से चार धाम यात्रा शुरू हुई है और लगभग 28 लोगों की मौत पर कहा है कि जिन लोगों की भी यही मौत हुई है वह पूर्व में कोविड -19 के मरीज रहे होंगे, जिसकी वजह से उन्हें यात्रा करते समय हार्ट अटैक हो गया।
इसलिए यह प्रशासन की गलती से मौतें नहीं हुई है व हमारे पास कार्डियोलॉजिस्ट के डॉक्टर नहीं है इसलिए हम फिजिशियन को ही 1 सप्ताह की ट्रेनिंग देकर उन्हें यात्रा मार्गो पर तैनात कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में चारधाम यात्रा पर अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी संज्ञान ले रहे हैं। पीएमओ ने यात्रा व्यवस्थाओं को लेकर संजीदगी दिखानी शुरू कर दी है।
चारधाम यात्रा में फैली अव्यवस्थाओं के चलते केंद्र ने संज्ञान लिया और केदारनाथ रूट पर आईटीबीपी व एनडीआरएफ को तैनात किया है।प्रदेश में चल रही चारधाम यात्रा पर चारों धामों में मिलाकर हर दिन तकरीबन 50000 लोग प्रत्येक दिन दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं। 3 मई से शुरू हुई चारधाम यात्रा से अब तक 28 तीर्थ यात्रियों की मौत हो चुकी है। चारधाम यात्रा पर लगातार हो रही मौतों पर केंद्र ने संज्ञान लिया है। साथ ही मुख्य सचिव एसएस संधू ने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो एनडीआरएफ और सेना के लोगों को भी तैनात किया जाएगा।चार धाम यात्रा में केदारनाथ में दस श्रद्धालुओं की मृत्यु, बद्रीनाथ पांच श्रद्धालुओं व यमुनोत्री में दस श्रद्धालुओं और गंगोत्री में तीन श्रद्धालुओं की अभी तक मृत्यु हुई है।
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