राजभवन के प्रागंण में वसन्तोत्सव-2022 का शुभारम्भ

 देहरादून – राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने मंगलवार को राजभवन के प्रागंण में वसन्तोत्सव-2022 का शुभारम्भ किया। इस अवसर पर लेडी गवर्नर श्रीमती गुरमीत कौर भी उपस्थित थी।  इस वर्ष वसन्तोत्सव का शुभारम्भ उत्तराखण्ड के लोकपर्व फूलदेई के आयोजन के साथ किया गया।  राज्यपाल द्वारा कार्यक्रम का विधिवत उद्घाटन पुष्पों की लड़ी काटकर एवं शान्ति के प्रतीक गुब्बारे हवा में छोड़कर किया गया।राज्यपाल ने डाक विभाग द्वारा इस वर्ष के लिये चयनित यमुना तुलसी पर डाक एवं तार विभाग द्वारा जारी किये।


गये डाक कवर का विमोचन भी किया। यमुना तुलसी एक बहुवर्षीय सुगन्धित पौधा है, जिसकी ऊॅचाई लगभग 1.5 मीटर होती है, इसकी शाखाएं हरी या गहरे लाल, भूरे व बैंगनी रंग की होती हैं। यह पौधा पर्वतीय क्षेत्रों में स्थित धामों में बहुत ही पवित्र माना जाता है। इस पौधे को यमुनोत्री धाम में देवी यमुना को अर्पित किया जाता है। 

इस अवसर पर उद्यान विभाग द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं (केन्द्रपोषित, राज्य सैक्टर एवं जिला सैक्टर) के अन्तर्गत कास्तकारों से ऑनलाईन आवेदन प्राप्त कर योजनाओं के पारदर्शितापूर्ण क्रियान्वयन हेतु राज्यपाल द्वारा फार्मर एमआईएस  का लोकार्पण किया गया। फार्मर एमआईएस के माध्यम से कास्तकार समयान्तर्गत योजनाओं का लाभ प्राप्त कर सकेंगे एवं विभाग द्वारा सुगमतापूर्वक योजनाओं का अनुश्रवण, नियोजन एवं क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जा सकेगा। राज्यपाल द्वारा लेडी गर्वनर के साथ प्रदर्शनी में प्रतिभागियों द्वारा प्रदर्शित किये गये प्रदर्शों का अवलोकन किया गया। अवलोकन के दौरान राज्यपाल द्वारा उत्तराखण्ड में पुष्प उत्पादकों द्वारा पुष्प उत्पादन के क्षेत्र में किये गये विशेष प्रयासों की सराहना की गयी।


राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि)  ने प्रदर्शनी में लगाये गये विभिन्न स्टॉलों का भ्रमण किया । उन्होंने पेन्टिंग प्रतियोगिता में प्रतिभाग करने वाले दिव्यांग एवं अशक्त बच्चों  को जूट बैग एवं कैप वितरित किये। मीडिया से बात करते हुये राज्यपाल ले ज गुरमीत सिंह (से नि)  ने कहा कि वसन्तोत्सव के माध्यम से विभिन्न प्रकार के पौधों के वृक्षारोपण के लिये आमजन को प्रोत्साहित किया जा रहा है। यह महोत्सव  लोगों को प्रकृति से जुड़ने का भी संदेश देता है। जनमानस को पर्यावरण संरक्षण के लिये प्रोत्साहित किया जाना चाहिये।


वसन्तोत्सव के माध्यम से किसानों को भी प्रोत्साहन मिलेगा। आज के आयोजन में कुल 12 श्रेणियों की 51 उपश्रेणियों में कुल 1985 प्रतिभागियों द्वारा प्रतिभाग किया गया।  इस अवसर पर कुल 242 स्टॉल लगाये गये, जिसमें 24 राजकीय एवं 218 व्यक्तिगत स्टॉल सम्मिलित हैं। इन स्टॉलों के माध्यम से सम्बन्धित विभागों एवं विभिन्न फर्मों/कम्पनियों द्वारा अपने कार्यक्रमांं/गतिविधियों का प्रदर्शन किया गया। औद्यानिक यन्त्र, बायोफर्टिलाइजर, जैविक कीटव्याधि नियंत्रक उत्पादन करने वाली विभिन्न फर्मों एवं औद्यानिक गतिविधियों से जुड़े गैर सरकारी संस्थाओं/स्वयं सहायता समूहों/स्थानीय उत्पादक संगठनों द्वारा अपने कार्यक्रमों/उत्पादों का प्रदर्शन किया गया। खाने योग्य पुष्पों यथा- गुलाब, गुडहल, रोडोडेन्ड्रॉन, स्ट्रॉबेरी ब्लॉसम इत्यादि की प्रतियोगिता वसन्तोत्सव में सम्मिलित की गई है। जनपद देहरादून में ‘‘एक जनपद एक उत्पाद’’ के अन्तर्गत बेकरी उत्पादों का चयन किये जाने के फलस्वरूप बेकरी उत्पादों हेतु उपयुक्त खाने योग्य फूलों को भी प्रतियोगिता में प्रथम बार सम्मिलित किया गया है। इस वर्ष पहली बार गमलों की प्रतियोगिता को भी सम्मिलित किया गया है। 

प्रदर्शनी में कोविड-19 के समस्त मानकों का पालन करते हुए विभिन्न क्रियाकलाप संचालित किये गये एवं इस सम्बन्ध में आमजन को जागरूक करने के लिए भी समय-समय पर उद्घोषणा की गयी। इस अवसर पर रेडक्रॉस सोसाइटी द्वारा मास्क एवं सैनेटाईजर की व्यवस्था की गयी। साथ ही दिव्यांग बच्चों हेतु राजभवन परिसर में व्हील चेयर्स की व्यवस्था की गयी तथा राजभवन के मुख्य प्रवेश द्वार पर थर्मल स्कैंनिग मशीन, मास्क एवं सैनेटाइजर की व्यवस्था की गयी। 

भारतीय सैन्य संस्थान इण्डो तिब्बत बार्डर पुलिस (ITBP) एवं पी0एस0सी0 के बैंड आकर्षण का मुख्य केन्द्र रहे। आमजन के खान-पान की सुविधा के लिए विभाग द्वारा गतवर्षों की भांति आई0एच0एम0 एवं जी0आई0एच0एम0 एवं अन्य संस्थाओं के द्वारा फूड कोर्ट में विभिन्न प्रकार के स्वादिष्ट, पौष्टिक, गुणवत्तायुक्त व्यंजनों के पैक्ड फूड की व्यवस्था की गयी, जिसमें हाईजीन एवं सैनिटेशन का विशेष ध्यान रखा गया। 

इस वर्ष बसंतोत्सव में कट फ्लावर (पारम्परिक) प्रतियोगिता में 786 प्रतिभागी, कट फ्लावर (गैर पारम्परिक) श्रेणी में 201 प्रतिभागी, पॉटेड प्लान्ट श्रेणी में 18, लूज फ्लावर श्रेणी में 58, पॉटेड प्लान्ट(गैर पुष्प) श्रेणी में 53, कैक्टस श्रेणी में 52, हैंगिंग पॉट श्रेणी में 19, ऑन स्पॉट फोटोग्राफी में 40, फ्रेश पेटल रंगोली में 29 और पेंटिंग प्रतियोगिता में 677 प्रतिभागियों द्वारा हिस्सा लिया गया है। कुल 1985 प्रतिभागियों द्वारा विभिन्न प्रतियोगिताओं में हिस्सा लिया गया है। इन प्रतियोगिताओं में  प्रथम, द्वितीय व तृतीय पुरस्कार दिये जायेगें। पुरस्कार निर्णायक मण्डल के निर्णय के उपरान्त  9 मार्च, 2022 को पुरस्कार विजेताओं को प्रदान किये जायेगे।पुष्प उत्पादकों व पुष्प क्रेताओं के मध्य सीधे सामन्जस्य स्थापित करने हेतु उत्तराखण्ड औद्यानिक बोर्ड द्वारा क्रेता-विक्रेता सभा का आयोजन किया गया। आज के कार्यक्रम में प्रदेश के समस्त जनपदों से किसानों द्वारा प्रतिभाग किया गया एवं समस्त जनपदों से विभागीय अधिकारियों/कर्मचारियों के साथ ही आमजन द्वारा भी बढ़-चढ़ कर भागेदारी की गयी। इस अवसर पर राज्यपाल के सचिव डा रंजीत कुमार सिन्हा, सचिव उद्यान डा मीनाक्षीसुन्दरम,  अपर सचिव  स्वाति एस भदौरिया, निदेशक उद्यान डा0 एच0एस0 बवेजा उपस्थित थे।


                                                                    

   

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