बैंक में लोगों को बातों में उलझाकर ठगी करने वाले तीन शातिर ठग गिरफ्तार

 ऋषिकेश – शिकायतकर्ता शिवा पुत्र स्वर्गीय वीरेंद्र ठाकुर निवासी सुभाष नगर बनखंडी ऋषिकेश के द्वारा एक प्रार्थना पत्र दिया गया कि  20 नवंबर 21 को मैं बैंक में पैसा जमा करवाने गया था, जहां अज्ञात व्यक्तियों द्वारा मुझे बातों में उलझा कर रुमाल के अंदर कागज की गड्डी थमा दी और मेरे साथ नकद ₹30,000/- ( तीस हजार रूपये ) लेकर धोखाधड़ी कर दी है।शिकायतकर्ता की इस शिकायत पर कोतवाली ऋषिकेश में मुकदमा अपराध संख्या 546/2021 धारा 420 आईपीसी बनाम अज्ञात पंजीकृत       


बैंक में ठगी की इस घटना की गंभीरता पर कोतवाली ऋषिकेश एवं एसओजी देहात की संयुक्त पुलिस टीम बनाई।वादी से घटना की समस्त जानकारी लेकर घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों का बारीकी से निरीक्षण करना।पूर्व में इस प्रकार की घटनाओं में संलिप्त अभियुक्तों के विषय में जानकारी हासिल कर उनका सत्यापन करना। मुखबिर तंत्र सक्रिय करना।गठित पुलिस टीम द्वारा बैंक के अंदर व बाहर तथा आने जाने वाले रास्तों पर लगे लगभग 35 सीसीटीवी कैमरे का बारीकी से निरीक्षण किया गया। जेल से छूटे व ऐसे अपराधों में संलिप्त 12 पुराने संदिग्ध अभियुक्तों से पूछताछ कर जानकारी हासिल की गई।

 सीसीटीवी से प्राप्त फोटो वीडियो के आधार पर मुखबिर तंत्र सक्रिय किया गया एवं कोतवाली ऋषिकेश क्षेत्र अंतर्गत जगह-जगह पर चेकिंग अभियान चलाया गया। 23 नवंबर 2021 की सायं मुखबिर की सूचना पर बैंक में ठगी करने वाले तीन शातिर अभियुक्तों को ठगी करने के लिए प्रयोग में लाई जाने वाली कागज की 02 गड्डी व नकद ₹22,000/-, वादी का आधार कार्ड, एटीएम कार्ड व बैंक स्टेटमेंट  के साथ गोपाल नगर निकट बस अड्डा के पीछे ग्राउंड के पास से गिरफ्तार किया गया है।शिव कुमार पुत्र  रनछोड़ भाई निवासी पालइया रोड, रेलवे पटरी के सामने, थाना डहग्राम जिला गांधीनगर गुजरात।हाल निवासी- मकान मालिक छुट्टन भैया, पुलिया के पास खंजरपुर, रुड़की, जनपद हरिद्वार। से 7000/- नकद,वादी का आधार कार्ड,रुमाल में कागज की एक गड्डी।


सुरेंद्र कुमार पुत्र रंजीत कुमार निवासी ग्राम बगेड़ी, निकट रविदास मंदिर, थाना सिविल  लाइन रुड़की, जनपद हरिद्वार।सोमनाथ पुत्र हुकम सिंह निवासी ग्राम नगली मेहनाज, थाना नागल, जिला सहारनपुर, उत्तर प्रदेश।हाल निवासी - मकान मालिक अनीस मकान नंबर 470 खंजरपुर, रुड़की, जनपद हरिद्वार। 8000/- नकद,वादी का एटीएम कार्ड,रुमाल में कागज की एक गड्डी।अभियुक्त सोमनाथ से 7000/- नकद,बैंक स्टेटमेंट,हौंडा साईन बाइक नंबर UK17-P-5744।

  पूछताछ में तीनों अभियुक्तों द्वारा बताया गया कि हम लोग बैंक के अंदर ऐसे व्यक्ति का चयन करते हैं जोकि छोटा लड़का या बुजुर्ग हो। उसके बाद हम उसे लालच देते हैं कि हम कहीं से पैसा चोरी करके लाए हैं। यदि वह हमें अपने खुले हुए पैसे दे दे तो हम उसे बंधे हुए कुछ एक्स्ट्रा पैसे दे सकते हैं। कभी-कभी हम खुले पैसे लेकर बंधे हुए पैसे देने का बहाना बना कर भी कागज की गड्डी थमा कर वहां से निकल जाते हैं। हम पहले से कागज की 2-3 गड्डी को रुमाल में बांध कर रखते हैं, और उसके ऊपर एक नोट असली वाला लगा देते हैं। जिससे सामने वाले को यकीन हो जाए कि यह पैसों की गड्डी है।

     यदि हमें बैंक में कोई एटीएम कार्ड, पासबुक, आधार कार्ड आदि मिलता है, तो हम उसे अपने पास रख लेते हैं। जिससे बैंक के गार्ड या पुलिस चेकिंग के दौरान स्वयं को लोकल का व्यक्ति सिद्ध कर सके और किसी को हम पर कोई शक ना हो।

अभियुक्त शिवकुमार पूर्व में भी कोतवाली ऋषिकेश से इसी प्रकार की ठगी के अपराध में जेल जा चुका है।उत्तराखंड व सरहदी जनपदों से भी उपरोक्त अभियुक्तो के अपराधिक इतिहास की जानकारी की जा रही है।


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