दिया रुपया उघर मांगने पर बदले में मिली मौत
देहरादून –पारेश्वर प्रसाद शर्मा पुत्र स्व0 सतेश्वर प्रसाद शर्मा नि0 जीवनवाला पो0औ0 फतेहपुर टांडा तहसील डोईवाला दे0दून ने एक लिखित तहरीर दी कि 31अगस्त 21 को लगभग 5 से 6 बजे के बीच मेरे चाचा सुभाष चन्द्र शर्मा रोज की तरह घूमने जीवनवाला, अठूरवाला रोड पर घर से निकले थे। देर रात तक उनका इंतजार करने पर भी वह घर वापस नहीं आए तब से परिवार द्वारा उनको आस-पड़ोस एवं रिश्तेदारों के यहां ढूंढने की कोशिश की दूरभाष पर भी दूर के रिश्तेदारों से बात की परंतु उनका कहीं पता नहीं चल पा रहा है उनका मोबाइल नम्बर भी कल रात से ही स्विच ऑफ आ रहा है।
वादी की लिखित तहरीर पर गुमशुदगी संख्या: 21/2021 गुमशुदा सुभाष चन्द शर्मा उपरोक्त पंजीकृत की गई। जिसकी विवेचना चौकी प्रभारी लालतप्पड के सुपुर्द की गयी । जांच के दौरान अपहरण का सन्देह होने पर 11 सितंबर 21को गुमशुदगी मु0अ0सं0 223/2021 धारा 365 भादवि बनाम अज्ञात तरमीम किया गया। सीडीआर/ सीसीटीवी फुटेज को दखने पर जानकारी मिली कि 30 अगस्त 21 को गुमशुदा सुभाष चन्द्र शर्मा अपने दोस्त व अभियुक्त विजय जोशी पुत्र स्व0 दर्शन लाल जोशी निवाली जीवनवाला के घर गया था। सीसीटीवी फुटेज को देखने पर पाया गया कि गुमशुदा सुभाष चन्द्र शर्मा विजय के घर में पहुचने से पहले ही विजय जोशी के घर पर दो अज्ञात व्यक्ति एक मोटर साईकिल से आये तथा काफी समय तक ये लोग विजय जोशी के घर पर ही रहे तथा गुमशुदा भी इनके साथ ही विजय जोशी के घर पर रहा । दौराने विवेचना पाया गया कि विजय जोशी गुमशुदा सुभाष चन्द्र शर्मा का काफी पुराना दोस्त था सुभाष चन्द्र के सारे व्यक्तिगत व जमीन सम्बन्धी काम अभियुक्त विजय जोशी ही किया करता था तथा सुभाष चन्द्र शर्मा का विजय जोशी के उपर 4-5 लाख रुपये का उधार भी था जिसे सुभाष चन्द्र शर्मा वापस मांग रहा था लेकिन विजय जोशी अपनी आर्थिक स्थिति ठीक न होने के कारण उधार वापिस नही दे पा रहा था । अभियुक्त विजय जोशी प्रापर्टी डीलिंग व ठेकेदारी का काम करता है जिसका आज कल काम ठीक नही चल रहा था इसके अतिरिक्त सुभाष चन्द्र शर्मा ने बलविन्दर सिह पुत्र कपूर सिंह निवासी जीवनवाला से एक प्लाट का सौदा 26 लाख रुपये में किया था जो कि विजय जोशी के जरिये हुआ था, इस प्लाट का एग्रीमेन्ट अभियुक्त विजय जोशी ने चालाकी से अपने नाम कर दिया था वर्तमान समय में इस प्लाट की कीमत लगभग 1 करोड रुपये है। विवेचना के दौरान यह भी पाया गया कि सुभाष चन्द्र शर्मा अविवाहित था तथा अभियुक्त विजय जोशी की पत्नी पर गलत नीयत रखता था । सुभाष चन्द्र शर्मा उक्त प्लाट को अपने नाम करवाने के लिये अभियुक्त विजय जोशी पर दबाव बना रहा था लेकिन अभियुक्त विजय जोशी की नियत खराब हो गयी थी वह उस प्लाट को स्वंय हडपना चाहता था । सीडीआर व सीसीटीवी फुटेज के अवलोकन से ज्ञात हुआ कि घटना के दिन 30 अगस्त 21 को जो दो व्यक्ति मोटर साइकिल पर विजय जोशी के घर आये थे उनमे से एक सतपाल पुत्र धनी राम निवासी खैरीकला नेपाली फार्म थाना रायवाला देहरादून व दूसरा वीरेन्द्र उर्फ रविन्द्र पुत्र स्व0 छोटन निवासी ग्राम खैरीकला नेपालीफार्म थाना रायवाला थे।विजय जोशी ने इस दोनो को 5-5 लाख रुपये का लालच देकर सुभाष चन्द्र शर्मा की हत्या करने की योजना बनायी जिस पर ये दोनो राजी हो गये। जन्माष्टमी का त्यौहार होने के कारण अभियुक्त विजय जोशी की पत्नी अपने बच्चो को लेकर अपने मायके जौलीग्राण्ट गयी थी। मौका पाकर अभियुक्त विजय जोशी ने सतपाल व वीरेन्द्र उपरोक्त के साथ मिलकर सुभाष चन्द्र जोशी की हत्या कर दी तथा उसी रात शव की पहचान मिटाने के मकसद से शव के कपडे उतारकर शव को सौंग नदी में फेक दिया शव 14 सितम्बर 21 को सौंग नदी के किनारे बरामद हुआ था अभियुक्त विजय जोशी उम्र 48 वर्ष की निशान देही पर मृतक सुभाष चन्द्र शर्मा के घटना के दिन पहने कपडो को बरामद किया गया तथा अभियुक्त विरेन्द्र उर्फ रविन्द्र से मृतक के दो पास बुक व दो चैक बुक बरामद की गयी अभियुक्त विजय जोशी व अभियुक्त वीरेन्द्र उम्र 29 वर्ष उर्फ रविन्द्र को गिरफ्तार किया गया तथा अभियुक्त सतपाल फरार है जिसके गिरफ्तारी के प्रयास जारी है ।
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