द्वितीय केदार भगवान श्री मदमहेश्वर जी के कपाट खुले

  रूद्रप्रयाग: -  पंचकेदार में प्रसिद्ध द्वितीय केदार भगवान मदमहेश्ववर जी के कपाट आज  बैशाख शुक्ल त्रयोदशी कर्क लग्न स्वाति नक्षत्र में  सोमवार ‍ 24 मई को 11 बजे मंत्रोचार एवं विधि विधानपूर्वक खोल दिये गये हैं।श्री मदमहेश्वर भगवान के कपाट खुलने के साथ ही सभी पंचकेदार मंदिरों के कपाट अब खुल चुके है। उल्लेखनीय है कि श्री केदारनाथ धाम, श्री तुंगनाथ जी, श्री रूद्रनाथ जी के कपाट पहले ही खुल चुके है तथा पंचम केदार  श्री कल्पेश्वर जी ( उर्गम) के कपाट वर्षभर खुले रहते है।


श्री मदमहेश्वर भगवान की उत्सव डोली आज प्रात: गोंडार गांव से  12किमी पैदल चलकर श्री मदमहेश्वर के बुग्यालों में पहुंची जहां यदकदा अभी बर्फ विद्यमान है। भगवान मदमहेश्वर जी जब मंदिर प्रांगण में पहुंचे  तो उन्होंने मंदिर की परिक्रमा की तथा अपने साज सामग्री पूजा पात्रों आदि का भी अवलोकन किया। सभी उपस्थित जनमानस को आशीर्वाद दिया। साढ़े दस बजे पुजारी शिवलिंग चपटा ने कपाट खुलने की प्रक्रिया शुरू की तथा पंचोपचार पूजा अर्चना कर भगवान गणेश, एवं  क्षेत्रपाल भैरवनाथ  का आवह्वान कर कपाट खुलने की रस्म पूरी हुई तथा 11 बजे पुर्वाह्न में श्री मदमहेश्वर भगवान के कपाट शीतकाल हेतु खोल दिये गये।

इस अवसर पर कपाट खुलने की प्रक्रिया से जुड़े पुजारी एवं देवस्थानम बोर्ड, पुलिस प्रशासन के चुनिंदा प्रतिनिधि ही मौजूद रहे।  देवस्थानम बोर्ड से  श्री मदमहेश्वर मंदिर के पुजारी शिवलिंग चपटा, डोली प्रभारी अनूप पुष्पवान, बीकेटीसी के पूर्व सदस्य शिवसिंह रावत, तहसीलदार दीवान सिंह राणा, लक्ष्मण सिंह नेगी,राजस्व निरीक्षक जयकृत रावत,  मृत्युंजय हीरेमठ,मदन पंवार, एसआई पुनीत दसौनी,वीर सिंह पंवार, उम्मेद सिंह आदि  कपाट खुलने पर मौजूद रहे। देवस्थानम बोर्ड के मीडिया प्रभारी डा. हरीश गौड़ ने बताया कि श्री मदमहेश्ववर धाम में कपाट खुलने के दौरान कोरोना बचाव मानको का पालन किया गया। 



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